आग से जले हुए जख्म
इस
रोग को ठीक करने के लिए आक के पौधे की ३ ग्राम रुई को आग में जला दें । इस जली हुई रुई में १० ग्राम तिल्ली का तेल मिला कर इसमें १० ग्राम साफ चूने का पानी मिला दे । इस तैयार दवाई को जले हुए व्रणों पर लगाने से आराम मिलता है । और यदि व्रण में ज्यादा सूजन आ गई हो तो इस पर अफीम की २५० मिलीग्राम का घोल तैयार करके रोगी को पिला दे । केवल आक के पौधे की रुई को जला कर व्रणों पर लगाने से भी फायदा मिलता है । इन विधियों का उपयोग करने से अग्नि दग्द व्रण ठीक हो जाते है |
अनचाहे बालों का समाधान
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aag se jale hue vaykit ka ilaj or upchaar aak ke paudhe se kiya ja sakta hai , aak ke paudhe ke fal ki jo cotton or ruei hoti hai usko jalakar usmein tilli ka tel milakar malish or lep karne se jale hue or burnt person ke jo fafole hote hai vo theek ho jaate hai or agni dandgh theek ho jaata hai , iske alava aap afeem ka ghol milakar bhi lep karsakte hai
SIR MUJHE YE BATAIYE MERI MAMMI 2012 ME AAG SE JAL GAYI THI UNKE SINE KE PASS JALNE SE JALAN HOTI HAI AUR SINE PE SUJAN BHI HAI KOI UPAY BATAIYE SIR PLEAS.
ReplyDeleteSIR ANSWER MERE GMAIL ID PE DIJIYEGA.
ReplyDeleteMY GMAIL ID KSRIVASTAV131@GMAIL.COM