नमस्कार दोस्तों
मैं आपका दोस्त आपका एक बार फिर से हार्दिक
अभिनन्दन करता हूँ | दोस्तों आजका पोस्ट एक गंभीर और विचार करने वाला पोस्ट है युवा
हो या फिर बुजुर्ग सबके लिए एक गंभीर समस्या सामने आने वाली है | आज हम बड़े चाव से
अपने बच्चों को ग्रीन वेजिटेबल खिलाते है हम सोचते है की इनका स्वास्थ्य अच्छा
रहेगा | हम भी खूब खीरा खाते है लेकिन दोस्तों क्या आप जानते हो की हम अपने बच्चों
को जहर खिला रहे है स्लो पाइजन धीरे धीरे हमारे परिवार को बीमारी के दलदल में खीच
रहा है |
एक बार अपनी नजर को 20 साल पहले
लेकर जाइये और देखिये की दमा और कैंसर जैसी बीमारी कितनी होती थी कितने लोगों को blood
pressure ( BP ) की शिकायत रहती थी और कितने
लोग शुगर की रेगुलर दवाई लेते थे कितने लोगों को खाने की चीजों से अलर्जी रहती थी
| शायद इक्का दुक्का इंसान ही आपको देखने को मिलता होगा लेकिन अगर हम अपने रिलेशन
और रिश्ते दारी और अडोस पडोस में ही देखने लगे तो अनेको मरीज हमारे सामने आने लगेगे
| आप ये जानकार हैरान रह जाओगे की ये तो सिर्फ शुरुआत है आने वाले 20 साल बाद जो
होने वाला है जो आपके होंश उड़ा देगा | अभी हम ऐसी हालात में है की हम इसको
कण्ट्रोल कर सकते है | परन्तु अगर अभी नहीं किया तो फिर आगे इसके परिणाम भुगतने के
बाद हमारे पास और कोई चारा नहीं बचेगा | हम जो एक्सपोर्ट करते है उसकी रेगुलर
चेकिंग होती है की इस फल में या सब्जी में या अनाज में जरुरत से अधिक पेस्टिसाइड तो
नहीं है परन्तु रोज हम जो खाते है उसकी चेकिंग करने वाले इस और ध्यान नहीं दे रहे
, आपकी सब्जी मंडी से कब सैंपल चेक हुए ये शयद ही आपको याद हो | एक्सपोर्ट के समय
जो चावल या फल रिजेक्ट हो जाता है अधिक केमिकल और पेस्टिसाइड के कारण वो ही चावल
और फल भारत में चाव से बेचा जाता है | क्या हमारी सेहत की चिंता करने वाला कोई
नहीं है |
आज मैं अपना फर्ज समझते हुए सिर्फ आपको ये बताना
चाहता हूँ की कोशिश करो की जरुरत से अधिक पेस्टिसाइड प्रयोग न करे , अगर संभव है
तो नेचुरल पेस्टिसाइड अपने घर पर तैयार करके उसका प्रयोग करे | नहीं तो अपने
बच्चों को भयंकर बिमारियों की चपेट में घिरते हम खुद देखेगे और फिर पछतावे के
अलावा और कुछ भी हमारे हाथ नहीं आयेगा | तो सावधान हो जाओ और देश के साथ आने वाली
पीढ़ी की सेहत का ध्यान रखते हुए खेती की शुरुरात करो जो लोग शहरों में रहते है
अपने टेरिस गार्डन तैयार करे और वहां जरुरत की सब्जी का उत्पादन करे | जो लोग गाँव
में रहते है उनको भी चाहिए की अपने जरुरत की सब्जी को उगाकर अपने स्वस्थ का ध्यान
रखे चाहे वो हमें महँगी ही क्यों न पड जाये |
थोड़ी बात करनी पाली हाउस की भी जरुरी है इन पौली
हाउस में अच्छी सब्सिड़ी मिलती है जिसके चक्कर में आकर में लगवा लेते है परन्तु
क्या आप जानते हो की इनमे बीमारी अधिक लगती है जिसके कारण अधिक दवाई और पेस्टिसाइड
का प्रयोग भी ज्यादा होता है अगर आप पौली हाउस की सब्जी खाते हो तो सावधान हो जाओ
और ध्यान रखो की कहीं आप जरुरत से ज्यादा जहर अपने शरीर को नहीं दे रहे हो |
बस आज मैं इतना ही बोलूगा लेकिन समय आगया है एक
कदम आगे बढ़ाने का और सोचने का
जय हिन्द
ज्ञानवर्धक लेख
ReplyDeleteलाइफस्टाइल टिप्स इन हिंदी