रोगनाशक करेला
करेला एक रोगनाशक उत्तम औषधि है जो आजकल हर मौसम में मिलने लगा है । यह स्वाद में बेहद कड़वा होता है और स्वस्थ्य की दृष्टि से बहुत गुणकारी होता है । इसके सेवन से बहुत से रोग दूर हो जाते है और होमियोपैथी जैसी चिकित्सा पद्धति में भी इसका उपयोग होता है इससे ही हम जान सकते है की यह सेहत के लिए कितना फायदेमंद है । करेले के छिलके अत्यधिक कड़वे होते है इसी वास्ते इसका उपयोग छिलके उतार कर किया जाता है । इसकी सबसे ज्यादा पैदावार भारत में ही होती है तो भारतीयों के व्यंजनों में करेले की सब्जी भी प्रमुख है जैसे की भरवा करेला या गोल कटा करेला ।
जिगर की खराबी का उपचार दे करेला -
जिन लोगो का जिगर खराब हो तो वे हमेशा बीमार रहते है क्यूंकि जिगर ख़राब होने से अनेक बीमारियां पैदा हो जाती है । करेले का रस निकाल कर उसमे मिश्री मिलाकर २ चम्मच सुबह और साँझ दोनों समय लेने से जिगर ठीक होता है । यदि बच्चों को ये समस्या है तो उन्हें ये रस आधा चम्मच से ज्यादा न दे ।
Health Benefits of Eating Karela or Bitter Gourd in different Diseases |
तिल्ली का रोग -
करेले का रस पानी और मिश्री मिलाकर दिन में दोनों समय पीने से तिल्ली नामक बीमारी ठीक हो जाती है । रस बनाने के लिए करेले को अच्छी तरह कूट कर उसे निचोड़ ले तो करेले का रस प्राप्त हो जाता है ।
शुगर या मधुमेह का उपचार करेले के साथ-
जिन्हे शुगर की समस्या रहती है उन्हें करेले का रस लगभग २० ग्राम की मात्रा में एक गिलास पानी और थोड़ा सा काला नमक मिलाकर दिन भर में तीन बार से आराम मिलता है और बिना नागा रोज़ पीने से जल्दी ही शुगर जैसी बीमारी भी ठीक हो जाती है ।
रक्तशोधक करेला -
करेला एक प्राकृतिक रक्तशोधक दवा है इसे आहार में लेने से यह खून को जल्दी साफ करता है जिन्हे त्वचा सम्बन्धी परेशानिया रहती हो उन्हें करेले का रस ५० ग्राम और मिश्री को अच्छी तरह मिलकर रोज़ सवेरे पीने से खून साफ होक महीने भर में पूरा पूरा आराम हो जाता है
खुनी बवासीर का इलाज़करेले में -
करेले का रस और शक्कर लगभग एक चम्मच प्रतिदिन लगातार पीने से खुनी बवासीर ठीक हो जाती है ।
पीलिया रोग का उपचार करेले से-
करेला एक रक्तशोधक सब्जी है जिसमे प्राकृतिक एन्जाइम होते है जो खून में मिली गंदगी और रोग के किटाणुओ का सफाया कर सकते है पीलिया के कीटाणु करेले के रस पीने से दूर हो जाते है । एक करेला पानी में पीस के दोनों समय मरीज़ को दे तो पीलिया ठीक हो जाता है ।
गठिया का उपाय-
करेले का रस बड़ा ही गुणकारी होता है इसे निकाल कर जोड़ो में जहा दर्द हो वहां पर मालिश करने से लाभ मिलेगा । करेले का रस न हो तो इसके पत्तो का रस भी इस्तेमाल कर सकते है |
कब्ज़ का उपाय
जिनको कब्ज़ रहता हो उन्हें करेले का मुलारिष्ट जोकि मॉम्र्डिका कैराष्टीया क्यू नाम से बाजार में भी उपलब्ध है इसकी ५-१० बुँदे मरीज़ को पिलाने से कब्ज़ में राहत मिलती है |
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