लड़कियां कब भावुक होती हैं |
लड़कियां बहुत खूबसूरत और कोमल हर्दय वाली होती
हैं| छोटी छोटी बातो को
दिल से लगा लेना लड़कियों की आदत सी होती है| लड़कियों को समझना जितना आसन हैं, उतना मुश्किल
भी है| कोई भी लड़की जितनी चंचल और मासूम होती है उतनी ही भावुक भी होती है| एक लड़की अपनी ज़िन्दगी को
लेकर बहुत सारे सपने देखती है|जब माता पिता या कोई अन्य व्यक्ति बात करता है कि लड़की की
जगह उन्हें लड़का होना चाहिए था तब उनको दुःख महसूस होने लगता है| उनको लगता है की उनकी कोई
इम्पोर्टेंस नहीं है| जब कोई भी लड़की अपने किसी सपने को पूरा करने की कोशिश करती है या किसी और के
प्रति अपना कोई सपना संजोती हैं और जब वो सपना पूरा होता है तब ख़ुशी की वजह से
अक्सर लड़कियां रो पड़ती हैं | लड़कियों को समझना मुश्किल होता है क्योंकि वो एकदम से हंसने
लगती है या फिर क्यों वो अचानक से रोने लगती हैं| लड़कियां ख़ुशी में भी रोने
लगती है और कोई सीरियस सिचुएशन भी हो तब भी रो पड़ती हैं| लड़कियां सबसे ज्यादा अपने
प्यार के प्रति भावुक होती हैं| किसी भी लड़की की ज़िन्दगी में प्यार जरूर होता हैं| लड़कियां कई स्थितियों में
भावुक हो जाती है|
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अपने परिवार के प्रति : लड़कियां ज्यादातर अपने
परिवार के प्रति भावुक हो जाती हैं| |लड़कियां अपने माँ के प्रति ज्यादा भावुक होती
हैं| इनको छोटी छोटी
बातो को दिल पर ले जाने की आदत होती हैं| परिवार में कोई भी प्रॉब्लम आ जाये इनको
परेशानी होनी शुरू हो जाती है| इनको वेवजह भी परेशान होने की आदत भी होती है| परिवार में कोई भी परेशानी
आ जाये इनको ऐसा लगता हैं की जैसे ये परेशानी इनकी ही वजह से है| इनको बात बात पर भावुक हो
जाने की आदत हो जाती हैं|
अपने जीवन साथी के प्रति : हर लड़की चाहती है की उसका
जीवन साथी दुनिया का सबसे बेस्ट इंसान होना चाहिए और ऐसा समझती भी है | लड़कियां सबसे ज्यादा प्यार
में भावुक हो जाती हैं | प्यार एक लड़की के जीवन का ऐसा दौर होता है जहाँ पर वो अपनी पूरी की पूरी ज़िन्दगी
एक इंसान के साथ गुजार देने को राज़ी हो जाती
है और हर संभव कोशिश भी करती है की वो अपने जीवनसाथी के लिए पूरी लॉयल हो और उनका
जीवन साथी उनके प्रति वफादार रहे | जब उनके प्यार को कोई परेशानी होती है तो उनको
तकलीफ होने लगती हैं |कोई भी लड़की जब किसी लड़के से प्यार करती है तो अपने आप को भी भूल जाती हैं और
उसी को अपने सम्पूर्ण जीवन की हर ख़ुशी समझने लगती हैं | अपनी ज़िन्दगी का हर पल उसी
के साथ गुजारने का मन में ठान भी लेती हैं|
लड़कियां कब भावुक होती हैं , लड़कियां कब कब रोती है |
लड़कियां जिनसे अपना दिल लगा लेती है उनको अपने
दिल की हर बात सहजता के साथ बता देती हैं चाहे वो कोई लड़का हो या लड़की हो| हरेक लड़की की यह इच्छा
होती है कि उनकी जिन्दगी में ऐसा कोई हो, जो उनकी परवाह करे और जिसकी परवाह वो स्वयं कर सकें| हर पल उनके बारे में सोचे
उनकी छोटी छोटी ख़ुशी का ख्याल रख सकें| लड़कियां जब भी कभी अपनी ज़िन्दगी से रिलेटेड कोई
दिल को छूने वाली कहानी देखती है या सुनती है अचानक ही रो पड़ती है क्योंकि कहीं न कहीं
वो अपनी कहानी को उस कहानी में महसूस करने लगती हैं | लड़कियां कोई भी मार्मिक दृश्य
को देखकर भी भावुक हो जाती है| किसी भी दुखद कहानी को देखकर या सुनकर आँखों से आंसू निकल
जाते हैं|
बच्चो के प्रति : जब लड़कियां बड़ी हो जाती है
तो वे बच्चो के प्रति बहुत ही सिंसिएर हो जाती है | |लड़कियां बच्चो से बहुत ही
लगाव रखती हैं और उनको बच्चो के साथ खेलना उनके साथ मस्ती करने का बहुत ही शौक
होता हैं
|
लडको की तुलना में एक लड़की बहुत मासूम और कोमल
दिल वाली होती है| लड़कियां अपनी ज़िन्दगी में प्यार को बहुत ही महत्व देती है| जब किसी बच्चे को खेलते
हुए देखती है तो अपना बचपन उसमे महसूस करती है अपने बचपन की यादों को याद करने
लगती हैं |
लड़कियों का भावुक होना ही उनका एक स्ट्रोंग
पॉइंट भी होता हैं |
तुझे आदत है मुझे समझ कर भी अनजान बन जाने की,
इसलिए ही शायद कोई तुझ बिन मुझे भाता नहीं |
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