काली मिर्च का सेवन
बहुत ही लाभदायक माना जाता है | यह लाल मिर्च की तरह ज्यादा दहक देने वाली नही
होती | यह एक बहुत ही गुणकारी है | इसलिए मसाले में लाल मिर्च के स्थान पर काली
मिर्च का उपयोग किया जाता है | आयुर्वेद में काली मिर्च का एक महत्वपूर्ण स्थान है
| इसे बैक्टीरिया , वायरस आदि को नष्ट करने वाली औषधि माना जाता है | काली मिर्च
का सेवन करने से भोजन का स्वाद बढ़ता है और साथ ही साथ इसे खाने से पेट में
हाईड्रोक्लोरिन एसिड भी तेज़ी से बढ़ता है |
जिससे कभी भी पाचन संबधी समस्या नही होती | काली मिर्च में कई तरह के
एंटीबैक्टीरिया पाए जाते है जिनसे आंतों के इन्फेक्शन दूर हो जाते है | तो दोस्तों
आज हम आपको काली मिर्च के फायदे और गुणों के बारे में चर्चा करेंगे |
काली मिर्च के गुण :-
काली मिर्च का उपयोग जुकाम जैसी बीमरी को ठीक करने के लिए किया जाता है | जुकाम
होने के कारण अगर गला खराब हो जाये और शरीर में जकडन होती हो तो काली मिर्च का
काढ़ा बनाकर पीयें | इस उपचार को करने से जुकाम से होने वाली परेशानिया दूर हो जाती
है |
KALI MIRCH OR DUDH MILAKER PEEYEN |
काली मिर्च को पीसकर
उसे दूध में मिलाकर पीने से जुकाम का रोग ठीक हो जाता है | सके आलावा यदि आपको
जुकाम की समस्या बार – बार होती है काली मिर्च के सेवन करने की संख्या को रोजाना
एक – एक बढ़ाते रहे | ऐसा लगभग 15 दिनों तक करें | इसके बाद काली मिर्च की संख्या
को घटाते जायें | इस उपचार को करने से एक महीने में ही जुकाम की बीमारी दूर हो
जाएगी |
गला बैठने पर उपचार
:- काली मिर्च को पीसकर उसे घी और मिश्री में मिला दें | इस मिश्रण को दिन में दो
से तीन बार चाटने से बैठा हुआ गला ठीक हो जाता है | इसके आलावा आवाज मधुर हो जाती
है | यदि आपके गले में खराश है तो 8 से 10 काली मिर्च के दाने को एक गिलास पानी
में उबाल लें | इसके बाद इस पानी से गरारे करें | इस उपाय को करने से गले का
संक्रमण दूर हो जाता है |
Skin Ki Samsya Se Chutkara Paayen |
स्किन के रोग :- काली
मिर्च को पीसकर बारीक़ चूर्ण बना लें | अब इसे घी में मिलाकर एक मिश्रण बनाएं | इस
मिश्रण को दाद , फोड़े और फुंसी पर लगायें | इस उपचार को करने से कुछ ही दिनों में
ये सभी रोग दूर हो जाते है |
कई बार सर्दी के कारण
खांसी , जुकाम हो जाता है | इसे ठीक करने के लिए तुसली के पौधे की कुछ पत्तियों को
तोड लें और कम से कम 10 से 12 दाने काली मिर्च के लें | अब इन दोनों को मिलाकर चाय
बनाकर पी लें | इस उपचार को करने से सर्दी , खांसी और जुकाम ठीक हो जाता है |
खांसी के रोग के लिए
:- थोड़ी सी काली मिर्च , पिपली और सौंठ की एक बराबर मात्रा लें | अब इन सभी को
पीसकर बारीक़ चूर्ण बना लें | इस तैयार चूर्ण की लगभग 2 ग्राम की मात्रा को शहद के
साथ चाटें | इस प्रकार के उपचार को एक दिन में कम से कम दो या तीन बार करें लाभ
मिलेगा |
इसके आलावा थोड़े से
किशमिश के दाने के साथ काली मिर्च के दाने लेकर चबाएं | इससे भी खांसी में आराम
मिलता है |
ADRK OR KALI MIRCH KA UPYOG |
खांसी :- काली मिर्च
और गुड दोनों को मिलाकर एक दवा बनाएं | इसे कैसे बनाना है इसकी विधि इस प्रकार से
है | लगभग 100 से 150 ग्राम गुड़ को अग्नि पर पिघला लें | अब इसमें काली मिर्च को
पीसकर इसमें मिला दें | अब इन दोनों को ठंडा होने के लिए रख दें | इसके बाद इसकी
छोटी – छोटी गोलियां बना लें | इन तैयार गोलियों में खाना खाने के बाद दो – दो
गोलियों को पानी के साथ खाएं | इस उपचार को करने से खांसी में लाभ मिलता है | इसके
आलावा एक और उपाय है | काली मिर्च को बारीक़ पीसकर चूर्ण बनाएं
और इस चूर्ण की आधे
चम्मच की मात्रा को शहद के साथ मिलाकर खाएं |इस उपचार को एक दिन में कम से कम दो
से तीन बार करें लाभ मिलेगा |
Jukaam Ko Dur Kre Kalimirch |
जो व्यक्ति अपने
मोटापे से परेशान है और अपना वजन घटाना चाहते है उनके लिए काली मिर्च बहुत ही
लाभदायक है | क्योंकि काली मिर्च में कुछ ऐसे तत्व मौजूद है जो मोटापे को कम करने
में मदद करते है |
दांतों के दर्द के
लिए :- दांतों और मसूड़ों के दर्द को ठीक करने के लिए काली मिर्च के कुछ दानों को
पीसकर उसमे थोडा सा नमक मिलाकर एक पेस्ट बना लें | इस पेस्ट को दर्द वाले स्थान पर
लगायें | जल्द ही आराम मिलेगा |
काली मिर्च का उपयोग
पेट की गैस को ठीक करने के लिए भी किया जाता है |
सूखी खांसी के लिए
उपाय :- 25 से 30 ग्राम घी लें | इसे आंच पर गर्म होने के लिए रख दें | जब घी पिघल
जाये तो इसमें 5 या 6 काली मिर्च डालकर पकाएं | जब काली मिर्च पककर ऊपर आ जाएगी तो
इसे आंच से उतारकर ठंडा होने के लिए रख दें | इसके बाद काली मिर्च और घी में थोड़ी
सी मिश्री मिलाएं | और मुंह में चबा – चबाकर खाएं | इस दवा का सेवन करने के बाद एक
घंटे तक किसी भी चीजं का सेवन ना करें | इससे सूखी खांसी में आराम मिलता है | इस
उपचार को दो या तीन दिन तक लगातार करने से लाभ मिलता है | इसके आलावा काली मिर्च
के 4 या 5 दानो को दूध में गर्म करके पीने से अधिक लाभ मिलता है |
KALI MIRCH OR SHHD KA UPYOG |
काली मिर्च को पीसकर
चूर्ण बना लें | इस चूर्ण की 6 ग्राम की मात्रा में दो चम्मच दही और एक चम्मच चीनी
की मिला दें | इस तरह से तैयार किये हुए मिश्रण के सेवन करने से सुखी और काली
खांसी में आराम मिलता है |
कफ के लिए :- जुकाम
के कारण होने वाले कफ से निजात पाने के लिए एक उपाय है जो इस प्रकार से है :- काली
मिर्च का चूर्ण , चुटकी भर हल्दी , और शहद को आपस में मिलाकर एक मिश्रण बनाएं | इस
मिश्रण के उपयोग करने से कफ में राहत मिलती है | गर्म पानी का सेवन लाभदायक है |
रात के समय दूध में
काली मिर्च को डालकर उबालें और इस दूध का सेवन करें | इससे कब्ज की समस्या दूर हो
जाती है |
पायरिया रोग
के लिए :- नमक और काली मिर्च का मिश्रण बनाएं | इससे दांतों को सफा करे | इस उपयोग
को करने से दांतों का पायरिया रोग दूर हो जाता है और दांत चमकने लगते है |
उल्टी दस्त को ठीक
करने के लिए उपाय :- काली मिर्च , कपूर और हींग की एक समान मात्रा लें | अब इन
तीनो को पीसकर छोटी – छोटी आकार की गोलियां बना लें | इन गोलियों को दिन में हर
तीन घंटे के बाद खाते रहें | इस तरह के उपचार को करने से उल्टी और दस्त ठीक हो
जाते है |
बदहजमी :- खाना सही
तरह से ना पचने पर बदहजमी की समस्या हो जाती है | इसे ठीक करने के लिए निम्बू को
आधा कटकर इस पर काला नमक और काली मिर्च का चूर्ण डालकर तवे पर गर्म करके चूसें |
इससे बदहजमी की समस्या दूर हो जाती है |
Kali Mirch Ke Upyog Se Kren |
आँखों के लिए :- काली
मिर्च आँखों के लिए बहुत ही उपयोगी होती है | इसे उपयोग करने के लिए आटें को घी
में भूनकर इसमें चीनी मिला दें | इसके बाद इसमें काली मिर्च को पीसकर मिला दें | इस
तरह से यह एक औषधि तैयार हो गई | इस औषधि को रोजाना सुबह और शाम के समय 5 – 5
चम्मच खाएं | यह उपयोग आँखों के लिए बहुत ही कारगर है |
नाक बंद हो जाने पर
:- जुकाम के कारण या किसी और कारण से नाक बंद हो जाये तो दालचीनी , काली मिर्च ,
इलायची और जीरे की एक समान मात्रा लें | न सभी को किसी सूती कपड़े में बांधकर सूंघे
| इस उपयोग से बंद नाक खुल जाता है |
गले के लिए :- एक
गिलास पानी को हल्का गर्म कर लें | इसमें नमक मिलाकर गरारे करें | ऐसा एक दिन में
दो या तीन बार करें | लेकिन एक बात का ध्यान रखे कि गरारे करने के बाद कुछ भी ठंडा
ना तो खाएं और ना ही पीयें | केवल गुनगुना पानी ही पीयें | ऐसा करने से गले में
जल्द ही आराम मिलता है |
गले की परेशानियों को
दूर करने के लिए उपाय :- रात को सोते समय एक ग्राम मुलहठी को मुंह में रखकर कुछ
देर चबाएं | इसके बाद मुलहठी को मुंह से निकालकर फेक दें और सो जाएँ | सुबह आपका
गला बिल्कुल साफ़ हो जायेगा | इसके आलावा यदि मुलहठी के चूर्ण को पान के पत्ते पर
रख कर चबाने से और लाभ मिलेगा | इस उपचार को करने से गला खुल जायेगा और गले का
दर्द और सुजन भी ठीक हो जाती है |
रात के समय 6 से 7
काली मिर्च और 6 से 7 बतासे लेकर खाएं | इससे बैठा हुआ गला ठीक हो जाता है | यदि
आपके पास बतासा नही है तो आप मिश्री भी ले सकते है | इन दोनों को धीरे – धीरे
चूसें |
Kali Mirch Ke Upyog Se Kren |
कच्चा सुहागा की आधे
ग्राम की मात्रा को मुंह में रखकर चूसें | इस उपाय से केवल तीन घंटों में ही गला
बिल्कुल साफ़ हो जायेगा |
गले की खराश के लिए
:- कई लोग ऐसे होते है जिन्हें हमेशा गले में खराश रहती है | या फिर एलर्जी या
जुकाम होने के कारण गले में खराश हो जाती है | इसे ठीक करने के लिए सुबह के समय और
शाम के समय 5 – 5 मुन्नके के दानों को चबा – चबाकर खाएं | लेकिन उपर से पानी ना
पीयें | इस उपाय को कम से कम दस दिन तक करने से लाभ मिलेगा |
एक गिलास पानी में
थोड़ी सी काली मिर्च और थोड़े से तुलसी के पौधे की कुछ पत्तियों को डालकर काढ़ा बनाएं
| इस काढ़े को पीने से गले की खराश दूर हो जाती है |
एक गिलास दूध में आधा
पानी मिलाकर पीयें और गुनगुने पानी को पीयें |ऐसा करने से गले की खराश की समस्या
दूर हो जाती है |
एक गिलास पानी को
हल्का गर्म कर लें | इसके बाद इसमें सिरका मिलाकर गरारे करें | इस उपाय को करने से
गले के सभी रोग दूर हो जाते है |
रोजाना सुबह के समय
थोड़े से सौफ चबाएं | ऐसा करने से बंद गला खुल जाता है | बादाम और काली मिर्च को
पीसकर खाने से गले के रोग ठीक हो जाते है | यह बहुत ही असरदार उपाय है |
एक ग्लास पानी में 4
या 5 अंजीर डालकर अच्छी तरह से उबाल लें | इसके बाद इसे छान लेंऔर इस पानी को गर्म
– गर्म पीयें | या किर्या सुबह और शाम के समय करें | इस उपचार को करने से बंद गला
खुल जाता है और गले की खराश भी ठीक हो जाती है |
PALAK KE PATTON KA UPYOG |
गले में खराश है या
दर्द है तो इसे ठीक करने के लिए पालक के कुछ पत्तों को पीसकर गले पर एक पट्टी की
तरह बांध लें | इस पत्ती को लगभग 15 से 20 मिनट तक बांध कर रखें | इससे लाभ मिलता
है |
काली
मिर्च के गुण और लाभ . Kali
Mirch Ke Gun Or Laabh | Jukaam Ko Dur Kre Kalimirch , Gle Ke Rogo Ke
Liye,Khansi , Or Skin Ki Samsya Se Chutkara Paayen , Kali Mirch Ke Upyog Se
Kren Vibhinn Bimari Ka Ilaj |
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