सोरायसिस - Psoriasis
सोरायसिस एक ऐसी बीमारी जो इंसान को किसी भी आयु में हो सकती है । जैसे: बच्चों , बूढ़ो, नौजवान इत्यादि व्यक्तियों में पाई जाती है| सोरायसिस की बीमारी इंसान के शरीर के किसी भी हिस्से में हो जाती है । इस बीमारी में इंसान के शरीर में दाने उत्त्पन हो जाते है इन दानों से इंसान के शरीर की खाल पर चाँदी के जैसी स्लेटी रंग की परत जम जाती है ये परते फोड़ें - फुंसी या दाने का रूप ले लेती है । इस बीमारी का प्रमुख कारण है कि इंसान की भावनाओं से जुड़े तत्व और उनकी खून कि खराबी होने के कारण हो जाती है । यह रोग इंसान के कुछ प्रमुख अंगो पर ज्यादातर पाया जाता है । जैसे : घुटनों , कोहनियों इत्यादि कि सतोहो पर पाई जाती है |
सोरायसिस की बीमारी होने प्रमुख विशेषता यह है कि इंसान के शरीर में खुजली होने लगती है । और ज्यादा खुजली करने से पपड़ियाँ जम जाती है । इन पपड़ियों के नीचे चमकीले कलर कि सफेद खाल दिखाई देने लगती है । इसी प्रकार यह रोग बढ़ जाता है और इसे सोरायसिस की बीमारी कहने लगते है । इस रोग का इलाज घर में रखी सामग्री से किया जा सकता है ।
उपचार :-
चिरायता = ४ ग्राम
कुटकी = ४ ग्राम
इन दोनों को १२५ ग्राम पानी में काँच के या चीनी के किसी बर्तन में डालकर रात्रि को सोने से पहले भिगो दे और उसके ऊपर कोई ढकन ढाक दे । सुबह उठकर इस भीगे हुए चिरायता और कुटकी के पानी को किसी कपडे से छानकर पिने से यह रोग दूर हो जाता है । यही क्रिया अगले दिन दोबारा दोहराये । और हर चार दिन बाद इस बर्तन का पानी बदलते रहे । इसी प्रकार बताई गई विधि का उपयोग रोजाना २ से ४ सप्ताह तक करने से इस सोरायसिस की बीमारी से छुटकारा मिल जाता है
Psoriasis Treatment in Ayurveda , सोरायसिस का उपचार |
अगर रोगी को ज्यादा खुजली या खाज हो रही हो तो रोगी को
'कुष्ट राक्षस' तेल का प्रयोग
रोग वाले स्थान पर लगाने से या मालिश करने से खुजली दूर हो जाती है । और रोग में काफी आराम मिलता है ।
इस रोग को जल्दी ठीक करने के लिए चंड मारुत नामक औषधि का उपयोग बहुत ही लाभकारी है इस औषधि का सेवन ६५ ग्राम मि0 ग्राम सुबह शाम शहद में मिलाकर बिना कुछ खाए यानि खाली पेट इसका सेवन करना चाहिए । कुछ ही दिनों में इस बीमारी में अधिक लाभ दिखाई देगा । अथवा इस सोरायसिस की बीमारी को ठीक करने के लिए गुग्गुल तिक्तक का घी एक कप गर्म दूध के साथ एक चम्मच मिलाकर खाने से यह बीमारी ठीक हो जाती है । और इसका सेवन एक चम्मच से बढ़ाकर छः चम्मच कर दे । तथा
इसका सेवन जब तक करते रहे जब तक शरीर में चिकनाहट न आ जाए । चिकनाहट आने पर यह रोग दूर हो जाता है ।
नोट :-
ऐसे इंसान जिन्हे सोरायसिस की बीमारी है उन्हें खट्टे पदार्थ व मीठे और गर्म पदार्थ , मसालेदार पदार्थो को खाने से परहेज करना चाहिए । तथा नमक का प्रयोग भी कम करना चाहिए । इसके विपरीत ऐसे रोगियों को कड़वी सब्जियों का प्रयोग अधिक से अधिक करना चाहिए जैसी करेला । नीम का फूल इस रोग के लिए अधिक फायदेमंद होता है ।
Swamiji
ReplyDeletePlease help me in psoriasis,