शीत
पित्त या पित्ती
पित्ती मानव के शरीर के त्वचा का रोग है । यह
रोग मानव के शरीर के खून की नलियों से जुडी हुई बीमारी है । इस
बीमारी में मानव के शरीर पर मोटे - मोटे
चकते निकल आते है । और ये
चकते शरीर पर लाल या पीले रंग के हो जाते है । और
इन चकतों में खुजली होनी शुरू हो जाती है । ये
चकते मनुष्य के शरीर पर कई कारणों से हो जाते है । जैसे :- शरीर में एलर्जी होने पर , आँतो
में कीड़े होने पर , व्यायाम
या शारीरिक काम करने के बाद तुरंत ठन्डे पानी से नहाने से तथा ठंडी हवा लगने पर , शरीर
में पित्ती उत्त्पन होने की बीमारी शुरू हो जाती है | और
ऐसी स्तिथि में कई मनुष्य को खाँसी , जुकाम , ब्रांकाइटिस तथा पेट की समस्या इत्यादि रोग हो जाते है । इन्ही
सब कारणों से मानव इस रोग से ग्रसित हो जाता है ।
इसका उपचार रोगी अपने घर में ही कर सकता है जो इस प्रकार है |
उपचार :-
१.
६ ग्राम पुदीना लेकर इस पुदीने को अच्छी तरह पीसकर पानी में मिलाकर इस पानी को छान ले और इसमें १२ ग्राम चीनी मिलाकर रोज़ सुबह - शाम पीने से पित्ती का बार - बार का उछलना शांत हो जाता है । या फिर २०० ग्राम पानी और १० ग्राम पुदीना व २० ग्राम गुड़
,इन दोनों को पानी में मिलाकर उबाल ले इस उबले पानी को किसी कपड़े से छानकर पीने से पित्ती ३ दिन में ही आराम हो जाएगी ।
2. पित्ती रोगियों को हल्दी , मिश्री और शहद इन तीनों को मिलाकर रात को खाने से पित्ती की शिकायत दूर हो जाती है । और खाने के बाद रोगी को हवा नही लगनी चाहिए । बेसन के लड्डू बनाकर या बाजार से खरीद कर इसमें काली मिर्च मिलाकर खाने से पित्ती की बीमारी दूर हो जाती है ।
3. पित्ती की बीमारी को जड़ से नष्ट करने के लिए रोगी गेहूँ के आटा दो चम्मच , एक चम्मच हल्दी और थोड़ा सा घी मिलाकर इसका हलुआ तैयार कर ले । इस तैयार हलुए को ठंडा करने के बाद खाए और इसके बाद गर्म दूध पी ले । पित्ती दूर करने के और भी कई उपाय है जैसे:- थोड़ी - थोड़ी मात्र में गुड और अजवाइन मिलाकर इसका चूर्ण बना ले और इसकी ६ - ६ ग्राम की गोलियाँ तैयार कर ले । रोजाना एक - एक गोली शाम को पानी से खाने से अधिक लाभ मिलता है । या फिर देसी घी में थोड़ा- सा सेंधा नमक डालकर रोग वाले स्थान पर मसलने से पित्ती ठीक हो जाती है ।
शीत पित्त या पित्ती का उपचार |
4. इस रोग को जल्दी ठीक करने के लिए सबसे आसान और सरल उपाए है हल्दी जो हर घर में उपलब्ध है । हल्दी को पीसकर या बाजार से हल्दी का पाउडर खरीद कर यह पाउडर पानी में मिलाकर इसका पेस्ट तैयार कर ले । इस पेस्ट को दो छोटे चम्मच रोगी को एक दिन में सुबह दोपहर - शाम खिलाने से पित्ती के रोगियों को काफी आराम मिलता है । इस बीमारी में रोगी को लाल गेरू या गैरिक का तेल उपयोग करने से भी लाभ मिलता है ।
5. पित्ती के रोग के लिए नीम के पत्तियों का उपयोग बहुत ही लाभदायक होता है । नीम के पत्तियों को सामान मात्रा में लेकर इन पत्तों को चबाये ये पत्ते तब तक चबाते रहे जब तक ये नीम के पत्ते कड़वे ना लग जाये । यह उपचार ३ से ४ दिन तक करने से पित्ती की शिकायत दूर हो जाती है ।
नोट :-
इस रोग से पीड़ित व्यक्तियों को खट्टे पदार्थो जैसे दही आदि का प्रयोग नही करना चाहिए । रोगी को कड़वे पदार्थ या कड़वी सब्जियों का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए |
ऊपर बताई गई विधियों का उपयोग समय से और सही ढंग से करने से शीत पित्त या पित्ती की शिकायत जड़ नष्ट हो जाती है |
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