मसूरी एक खूबसूरत हिल स्टेशन |
मसूरी एक खूबसूरत हिल स्टेशन |Mussoorie Ke Tourist Places,Dharmik Sthal ,Mussoorie Ke Garden , Piknik Sopt And Hotels|
मसूरी एक खूबसूरत हिल स्टेशन | |
मसूरी एक आकर्षक हिल स्टेशन :- मसूरी उत्तराखंड
के राज्य के नैनीताल जिले में एक छोटा सा हिल स्टेशन है | यह विशाल हिमालय पर्वतमाला
के बीच में बसा हुआ एक सुंदर का शहर है | इसे पहाड़ियों की रानी भी कहा जाता है | यह
समुन्द्र तल से 1880 मीटर कि ऊंचाई पर
स्थित है | मसूरी में गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे धार्मिक स्थल भी है | इस जगह
स्नान करके लोग पुण्य कमाते है | यंहा सारा साल श्रधालुओं की भीड़ लगी रहती है | मसूरी
से शिवालिक की पहाड़ी और दून की घाटियों का सुंदर द्रश्य देखने को मिलता है |
यह एक खूबसूरत हिल स्टेशन है | यंहा पर बहुत
सारे घूमने के स्थान है | जंहा आप अपने परिवार को छुट्टीयों पर ले जाकर मोज मस्ती
कर सकते है | यंहा स्थित पुराने मंदिर , पहाड़ियाँ , घाटियाँ, वन्यजीवों का
अभयारण्य और शिक्षा से जुडी हुई कुछ संस्थान बहुत प्रसिद्ध है | मसूरी में ज्वाला
देवी , नाग देवता , और भद्र राज मन्दिर है | जो बहुत प्रसिद्ध है | इन धार्मिक
स्थानों पर लोग पूजा अर्चना करने के लिए आते है | नाग देवता के मंदिर में नाग
पंचमी के दिन लाखों की संख्या में श्रधालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है | यंहा की
खूबसूरती का कोई जवाब नही है | मसूरी उन स्थानों में से एक है जंहा लोग बार – बार
जाना पसंद करते है | घूमने – फिरने के लिए यह एक प्रमुख जगह है |
मसूरी तक कैसे जाएँ :- मसूरी दिल्ली या अन्य किसी भी शहर से सड़क के
द्वारा बड़ी ही आसानी से जा सकते है | इसके आलावा यदि आप रेल से जाना चाहते है तो
मसूरी के पास देहरादून का रेलवे स्टेशन है | यंहा से आप टैक्सी या बस से मसूरी जा
सकते है |
मसूरी जाने का सबसे अच्छा समय |
मसूरी जाने का सबसे अच्छा समय :- यदि आप मसूरी
जाना चाहते है तो आप मार्च के मध्य या नवम्बर के महीने में घूमने के लिए जाएँ | इस
समय चारों और हरियाली –ही हरियाली दिखाई देती है | ना अधिक ठण्ड होती है और ना ही
अधिक गर्मी होती है | बारिश के मौसम में आप परेशान हो जाएंगे | बारिश होने के कारण
पर्वतों पर बादल छा जाते है | जिसके कारण आप दूर का कोई भी नजारा नही देख
सकते |
गन हिल :- मसूरी की दूसरी सबसे ऊँची चोटी पर आप
रोप वे द्वारा जा सकते है और इस यात्रा का आनन्द ले सकते है | यंहा आप पैदल भी जा
सकते है | इस स्थान पर पंहुचने में कम से कम २० मिनट का समय लगता है | रोपवे की
लम्बाई केवल 400 मीटर है | इस रोपवे की सैर करने के लिए पर्यटक बेचैन रहते है | यह
बड़ा ही रोमांचक होता है | जिसे आप कभी भूल नही सकते |
गन हिल से हिमालय पर्वत , श्रीकांता , पीठवाडा
और गंगोत्री का अधभुत और अद्वितीय दृश्य दिखाई देता है | इसके साथ ही साथ दून घाटी
का नजारा भी दिखाई देता है | आजादी से पहले इस पहाड़ी के उपर एक तोप रखी हुई थी जिसे
रोजाना दोपहर के समय चलाई जाती थी | ताकि लोग अपनी घड़ियाँ सैट कर लें | इसी कारण
इस पहाड़ी का नाम गन हिल पड़ गया |
म्युनिसिपल गार्डन |
म्युनिसिपल गार्डन :- इस गार्डन को आजादी से
पहले बोटेनिकल गार्डन कहा जाता था | इस गार्डन के निर्माण विश्वविख्यात भू
वैज्ञानिक डॉ , एच , फाकनार लोगी ने किया था | सन 1842 को उन्होंने इसके आस – पास
के क्षेत्र को सुदर से बगीचे में बदल दिया था | इसके बाद इस गार्डन की देखभाल कम्पनी
प्रशासन के द्वारा किया जाने लगा | इसलिए इसका नाम म्युनिसिपल गार्डन रख दिया गया
| इसमें अनेक रंग – बिरंगे फूल और पेड़ – पौधे है | जिसके कारण इस गार्डन की
सुन्दरता और भी बढ़ जाती है |
तिब्बती मंदिर :- यह मंदिर बौध धर्म पर बनाया
गया था | इस मंदिर को देखने से पर्यटकों का मन इसकी ओर आकर्षित हो जाता है | इस
मन्दिर के पीछे की ओर कुछ ड्रम लगे हुए है | कहा जाता है कि इस ड्रम को बाजने से मनुष्य
की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है | इसलिए बहुत से पर्यटक यंहा अपनी मनोकामना को
पूर्ण करने के लिए आते है |
चाइल्ड लोज :- लाल टिब्बा के निकट यह मसूरी की
सबसे ऊँची चोटी है | इस स्थान पर आप घोड़े से या पैदल दोनों ही तरह से जा सकते है |
इस चोटी से पांच किलोमीटर की दूरी पर टूरिस्ट कार्यालय भी है | इस चोटी से आप सुंदर
बर्फ की पहाड़ी के दृश्य को देख सकते है | यह द्रश्य आपके मन को मोह लेगा |
कैमल बैक रोड :- इस रोड पर पैदल चलना या
घुड़सवारी करना बहुत अच्छा लगता है | हिमालय से सूर्यास्त का सुंदर दृश्य दिखाई
देता है | कैमल रोक जीते – जागते ऊँट जैसी लगती है | इसलिए इसे कैमल रोक कहा जाता
है | यह पर्वत कुलरी बाजार से शुरू होता है और लाइब्रेरी बाजार पर ख़त्म होता है |
झड़ीपानी फाल :- यह मसूरी से साढ़े आठ किलोमीटर की
दुरी पर स्थित है | इसका सफर पर्यटक बस या कार के द्वारा तय करते है | लेकिन झरने
तक यात्री पैदल जाते है | यह झरना देखने में बहुत ही सुंदर लगता है |
भट्टा फाल :- यह फाल मसूरी रोड से 7 किलोमीटर की
दुरी पर स्थित है | इस फाल पर जाने के लिए यात्री बस या कर का सहारा लेते है लेकिन
झरने तक पैदल ही जाते है | इस झरने पर स्नान और पिकनिक मनाया जाता है |
कैम्पटी फाल |
कैम्पटी फाल :- यह मसूरी से 15 किलोमीटर की दुरी
पर स्थित है | इसकी उंचाई 4500 फुट की है | यह इस सुंदर घटी में स्थित सबसे खूबसूरत
झरना है | यह झरना चारों ओर से ऊँचे – ऊँचे पहाड़ों से घिरा हुआ है | इस झरने में
स्नान करने से मनुष्य तरोताजा महसूस करता है | इसमें छोटे – छोटे बच्चे बड़े ही
आनन्द के साथ नहाते है | यह झरना पांच अलग – अलग धाराओं में बहता है | इसी कारण
लाखों पर्यटक इस झरने को देखने के लिए आते है | विदेशी लोग अधिकतर चाय पानी या खाना
पीना इसी स्थान पर किया करते थे | इसलिए तो इस झरने का नाम कैप – टी फाल रखा गया |
मसूरी में एक जलप्रपात भी है | जो मसूरी से 15 किलोमीटर दूर है | यह मसूरी घाटी का
सबसे सुंदर जलप्रपात है | ऊँचे – ऊँचे पर्वतों से घिरा हुआ यह जलप्रपात लोगों के
मन को जीत लेता है | इसका पानी ठंडा होता है | गर्मी के मौसम में कैम्पटी जलप्रपात
में नहा कर आप जिन्दगी की कमी को पूरा कर लेंगे | इसमें नहाकर मनुष्य तरोताजा
महसूस करते है |
कैम्पटी जलप्रपात के पास कैम्पटी झील भी है | लोग
इस झील के किनारे अपने परिवार के साथ या अपने दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए
आते है | इस झील के पास टॉय ट्रेन और नाव चलाने की सुविधा उपलब्ध है | इसके आलावा
यदि आप पिकनिक मनाना चाहते है तो आप इस झील के किनारे आ सकते है | यह स्थान पिकनिक
मनाने के लिए बहुत अच्छा है |
नाग देवता का मन्दिर :- यह बहुत पुराना मंदिर है
| यह मन्दिर मसूरी से 6 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है | यंहा आप किसी भी वाहन से
जा सकते है | इस मन्दिर में लोग नाग देवता की पूजा करने और उनका आशीर्वाद लेने के
लिए आते है | इस मन्दिर से दून घाटी का सुंदर और मनोरम दृश्य दिखाई देता है |
मसूरी झील |
मसूरी झील :- यह एक पिकनिक स्पॉट है जिसे हाल ही
में विकसित किया गया है | यह मसूरी से 6 किलोमीटर दूर है | यह बहुत ही सुंदर और आकर्षक
स्थान है | इस झील में पेडल नाव ( बोट ) का प्रबंध है | पर्यटक इस बोट का उपयोग
करके झील के सुंदर दृश्य को देख सकते है | यंहा से आप दून घाटी के गाँव का दृश्य
देख सकते है |
वाम चेतना :- यह एक पिकनिक स्पॉट है | इसके आस-
पास सुंदर बगीचे है | जिसमे रंग – बिरंगे फूल और पेड़ पौधे है | यह बगीचा देवदारों
के जंगल और फूलों की झाड़ियों से घिरा हुआ है | यह पिकनिक मनाने की बहुत अच्छी जगह
है | इस स्थान पर आप पैदल या टैक्सी के द्वारा जा सकते है | इस पार्क में वन्यजीव जैसे
घुरार , हिमालयी मोर और मोनल आदि पक्षी देखने को मिलते है | ये पक्षी बहुत कम
संख्या में बचे हुए है | इस वन्यजीवों के अभयारण्य के कारण यह मुख्य केंद्र बन गया
है | यह मसूरी से दो किलोमीटर दूर है |
एवरेस्ट हाउस :- इस स्थान पर सर जोर्ज का
कार्यालय था | यह मसूरी से 6 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है | पुरे विश्व की सबसे
ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट का नाम इसी के उपर रखा गया है |
ज्वाला मंदिर |
ज्वाला मंदिर :- यह मन्दिर मसूरी के पश्चिमी
दिशा की और से ९ किलोमीटर दूर है | यह मंदिर 2104 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है | यंहा
माता दुर्गा की पूजा की जाती है | इस मन्दिर के चारों और घना जंगल है | यह मंदिर
बेगोन हिल की चोटी पर बना हुआ | यंहा से आप युमना घाटी , दून घाटी और हिमालय पर्वत
का सुंदर नजारा देख सकते है | इस मन्दिर में माता ज्वला देवी के दर्शन करने के लिए
बहुत से भक्तगण आते है |
क्लाउड्स एंड :- इस बंगले को ब्रिटिश मेजर ने
बनवाया था | यह मसूरी में बने चार भवनों में से एक है | लेकिन अब इस बंगले को होटल
के रूप में बदल दिया गया | यह होटल मसूरी हिल के पश्चिम में 8 किलोमीटर की दुरी पर
है | यह होटल जंगलों से घिरा हुआ है | यंहा पर अनेक प्रकार के पेड़ – पौधे है | इस
स्थान से हिमलय की बर्फ की चोटी और युमना नदी को देखा जा सकता है | विदेशी पर्यटक यंहा
हनीमून मनाने के लिए आते है |
नाग टिब्बा |
नाग टिब्बा :- नाग टिब्बा से हिमालय की चोटियों
का शानदार और मनमोहक द्रश्य दिखाई देता है | यंहा से नैन बाग पंथवाड़ी और कैम्पटी तक
जाने में कुल 62 किलोमीटर की दुरी लगती है |
भद्र्ज :- यह होटल क्लाउड्स से 15 किलोमीटर की
दुरी पर स्थित है | इस स्थान पर ट्रैकिंग की जाती है | यह मसूरी के पश्चिमी दिशा
में स्थित है | भद्र्ज से आप दून घाटी चकराता और गढ़वाल हिमालय का सुंदर नजारा
दिखाई देता है | इस पहाड़ी पर भगवान बाल भद्र के नाम से बना हुआ भद्रज मंदिर है | यंहा
पर हर साल अगस्त के महीने के तीसरे सप्ताह में एक वार्षिक मेला आयोजित किया जाता
है |
धनोल्टी |
धनोल्टी :- इस मार्ग पर से आप जब भी जाएँगे तो
आप को हिमलाय की चोटियाँ और घाटी के के कुछ डरावने और दिल दहलाने वाले दृश्य दिखाई
देंगें | यह 26 किलोमीटर का एक लम्बा मार्ग है | यंहा से आप देहरादून के लिए बस
आदि ले सकते है |
युमना ब्रिज :- यह मसूरी से २७ किलोमीटर की दुरी
पर है | यंहा पर फिशिंग की जाती है | यह फिशिंग के लिए एक आदर्श स्थान है |
सुरखंडा देवी :- यह स्थान मसूरी से 35 किलोमीटर
दूर है पर्यटक इस स्थान पर बस या कार के द्वारा देवास थाली तक जा सकते है | यंहा
से २ किलोमीटर की दुरी आपको पैदल चलकर तय करनी होगी | माता सुरखंडा देवी का यह
मंदिर 10, 000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है | इस मन्दिर से हिमलाय का सुंदर नजारा
देखा जा सकता है | इस मन्दिर की यात्रा को आप कभी भी भूल नही सकते |
चंबा :- यह स्थान धनोल्टी से कम से कम 31
किलोमीटर दूर है | इस स्थान की यात्रा करते समय बहुत आनन्द मिलता है | क्योकि इसकी
सडक फलों के बाग़ से होकर गुजरती है बसंत के मौसम में तो वृक्ष फलों से लद जाते है
| जिसे देखकर मन को बड़ी प्रसन्नता होती है | इस स्थान से भी आप हिमलाय पर्वत को
देख सकते है |
लाखा मंडल :- यह मसूरी से 75 किलोमीटर दूर है
| आप इसकी 71 किलोमीटर की दुरी को सडक यात्रा से पुल पार करके पूरा कर सकते है | इस
स्थान पर सैकड़ों वर्ष पुरानी मूर्तियाँ रखी हुई है | माना जाता है कि यंहा कौरवों
ने पांडवों को जिन्दा जलाने की कोशिश की थी |
मसूरी एक खूबसूरत हिल स्टेशन |Mussoorie Ke Tourist Places,Dharmik Sthal ,Mussoorie Ke Garden , Piknik Sopt And Hotels|
No comments:
Post a Comment