ताजमहल के बारे में कुछ जरूरी जानकारी | :-
भारत में घूमने फिरने के अधिक से अधिक स्थान है | जिन स्थानों पर जाकर आप अपना मनोरंजन कर सकते है | यदि आप ज्यादा दूर नही दूर नही जाना चाहते है तो आपके आस – पास भी घुमने का सुंदर स्थल उपस्थित है | जैसा कि आगरा का ताजमहल | आज हम आपको इसके बारे में कुछ जानकारी देंगे | जिससे आपका मन इस स्थल की ओर आकर्षित हो जाएगा |ताजमहल को आगरा की सबसे सुंदर इमारत में से एक माना जाता है | इस स्थान पर अधिक संख्या में पर्यटक घुमने के लिए आते है | यह उत्तरप्रदेश के जिले आगरा में स्थित है | ताजमहल को भारत की शान माना जाता है | कुछ लोग तो इसे प्रेम का प्रतीक मानते है | ताजमहल को मुगल शासकों के दवारा बनाया गया था | इसके इतहास की कुछ विशेष बातें इस प्रकार से है |
हम सब इस बात से परिचित है की मुगलों में दिल्ली को अपनी राजधानी बनाया था | लेकिन दिल्ली आने से पहले इन्होने आगरा को अपनी राजधानी बनाया था | इस शहर को इब्राहीम लोधी में सन 1504 ईस. वी. में बसाया था | उस समय आगरा शहर अपनी खूबसूरती के लिए चारों और मशहुर था | इसे पूरी दुनिया का सातवाँ अजूबा कहा जाता था | इसकी खूबसूरती के कारण इस शहर पर मुगलों ने अपना राज्य स्थापित कर दिया | आगरा दिल्ली से कम से कम 200 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है | इस जिले में ताजमहल एक सुंदर इमारत की तरह खड़ी है | इसे बनाने के लिए बगदाद से कारीगरों को बुलाया गया था | ये कारीगर पत्थरों पर घुमावदार अक्षर बना सकते थे | इन कारीगरों के साथ संगमरमर के पत्थर पर फूल को तराशने वाले कारीगरों को भी बुलवाया गया | ये कारीगर मध्य एशिया के बुखारा नामक शहर से बुलाये गये थें | ताजमहल के लिए गुंबदों को बनाने के लिए तुर्की से कुशल कारीगर आए थे और इसके मीनारों का निर्माण करने के लिए समरकंद के अच्छे से अच्छे कारीगर बुलाये गये | इन सभी कारीगरों ने मिलकर एक सुंदर ताजमहल का निर्माण किया | ताजमहल को बनाने में लगभग 20 हजार मजदूर और 37 कुशल कारीगरों लगे हुए थें | ताजमहल की इमारत में लगाया गया पत्थर राजस्थान के मकराणा से मंगाया था | इसके आलावा और भी अन्य कीमती पत्थरों को इजिप्त , रूस , ईरान , तिब्बित , अफगानिस्तान से कुछ चुनिन्दा पत्रों को इक्कठा करके मंगाया गया | इन सभी पत्थरों से ताजमहल का निअर्मन हुआ है | ताजमहल को बनाने का काम 1603 ईस . वी. में शुरू हुआ था | इससे बनाने में 22 सालका समय लगा | ताजमहल का मुख्य गुम्बंद लगभग 60 फीट ऊँचा और 80 फीट चौड़ा है | जब हम इस गुम्बंद को सिर उठाकर देखते है तो इसकी नक्क्शीदार छते और दीवारे आपको आश्चर्य में डाल देंगे | ताजमहल सुन्दरता का नायब खजाना है | इसके इतहास को बच्चे और बड़े सभी जानते है कि ताजमहल को मुगल बादशाह शाहजंहा ने अपनी दूसरी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था | यह युमना नदी के किनारे पर सफेद पत्थरों से बना सुंदर ताजमहल ना केवल भारत में ही नही बल्कि पूरे संसार में विख्यात है | इस प्यार की निशानी को देखने के लिए दुसरे देश से हजारों की तादाद में सैलानी आते है | इसे दुधिया चांदनी में नहा रहे आदि कुछ विशेष उपमा दी गई है | ताजमहल में निचले हिस्से में मुमताज और शाहजंहा की कब्र आमने – सामने बनाई गई है | खूबसूरती से बनाये हुए इस ताजमहल को देखने के लिए गर्मी हो या ठण्ड हर मौसम में पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है | इसकी बेनायब खूबसूरती के कारण आज भी यह स्थान विदेशी पर्यटकों के लिए घूमने का केंद्र बना हुआ है | आगरा में ताजमहल के आलावा और भी कई स्थान है जंहा पर आप घूमने के लिए जा सकते है | जैसे :- 1. आगरा फोर्ट
आगरा फोर्ट :- इसका निर्माण 1565 ईस. वी. में करवाया गया था | यह आगरा की पूर्ण इमारतों में से एक है | जिसे मुगल बादशाह अकबर ने बनवाया था | यह इमारत लाल पत्थरों से बनी ही है | इन्ही पत्थरों से जन्हागीर महल भी बनाया गया था | यह महल शीशमहल के रूप में प्रचलित है |
2. फतेहपुर सिकरी :- इस स्थान को अकबर ने अपनी राजधानी बनाया था | यह आगरा से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है | इसे बनाने में भी अच्छी से अच्छी कलाकारी की गई है |
3. महताब बाग़ :- यह युमना नदी के विपरीत दिशा में ताजमहल के पास बना हुआ है | महताब बाग़ जैसा की नाम से ही पता चलता है कि इसमें अनेक सुंदर – सुंदर फूल और पेड़ – पौधे है | जिनसे इस बाग़ की सुन्दरता और भी बढ़ जाती है | इसी सुन्दरता के कारण विदेशी पर्यटक काफी मात्रा में इस स्थान को देखने के लिए आते है |
4. रामबाग़ :- इसका निर्माण 1528ईस. वी. में किया गया था | इसका निर्माण बाबर द्वारा किया गया था | यह ताजमहल के उत्तर दिशा में ढाई किलोमीटर के भाग में फैला हुआ है | इसे पुराने बागों में से एक माना जाता है |
5. जामा मस्जिद :- यह बड़ी ही खूबसूरत मस्जिद है | इसके गुम्बंदो को अच्छे से अच्छे कारीगार के द्वारा तराशा गया है | इस मस्जिद को शाहजंहा की बेटी जंहाआरा बेगम की याद में बनया गया था | इसका निर्माण 1648 ईस. वी. में किया गया था | इतने साल बीतने के बाद भी इसकी खूबसूरती वैसे की वैसे ही है | इसी प्रकार से कई आलों पूराने ताजमहल की खूबसूरती भी ज्यों की त्यों बनी हुई है | इसकी सुन्दरता रात के समय और भी बढ़ जाती है |
शिव मंदिर :- बहुत पूराने समय में यह ऋषि की तपोभूमि हुआ करती थी | जो भगवान शिव के उपसाक थे | यंहा के निवासियों से सदीयों पहले शिव के पांच मंदिरों को बनवाया था | उन पांच मंदिरों में से केवल 4 मन्दिर ही बचे हुए हुए है | जिनकी लोग आज भी पूजा करते है | आगरा में पर्यटक विभाग की ओर से हे साल ताज महोत्सव आयोजित किया जाता है |
आगरा का ताजमहल
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आगरा फोर्ट |
फतेहपुर सिकरी |
महताब बाग़ |
रामबाग़
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