पुराने समय के वैद्य ने बड़े ही खोज खबर करके लोगों की
बीमारी का कारण और उसका इलाज की खोज की है | उनके खोज के अनुसार लोगों की बीमारी
का कारण गलत खान – पान होता है | यदि हमे भोजन के बारे में सही जानकारी होगी तो ,
हो सकता है कि हम अपने आप को होने वाले अनावश्यक रोगों से मुक्ति मिल जाती है | इसलिए
हमारा आपसे यह निवेदन है कि हमारी इस जानकारी को ध्यान से पढ़े | जिससे आप कुछ ऐसी
बीमारी से बच जायेंगे | जो हमे गलत खान – पान की वजह से लगती है |आज हम आपको एक
छोटे से लेख के माध्यम से कुछ जरूरी भोज्य पदार्थ के बारे में जानकारी दे रहे है |
सबसे पहले इस बात की जानकारी दे रहे है कि किसी भी
आयुर्वेदिक औषधी को कभी भी खाली पेट नही खाना चाहिए | लेकिन दवा खाने से आधे घंटे
पहले या बाद में कुछ ना कुछ खाना जरूरी होता है | यदि आप ऐसा नही करेंगे | तो आपके
शरीर में इस औषधी के कारण गर्मी उत्पन्न कर देगा | जिससे आपको बैचेनी हो जाएगी |
दूध के साथ नमक को मिलाकर लगाने से चेहरे के सफेद दाग और
स्किन की किसी भी समस्या से छुटकारा मिल जाता है | इसके आलावा बालों का असमय सफेद
होना , या बालों का झड़ना भी रुक जाता है | यह एक बेहद असरकारी उपाय है |
dudh or nmk ka upyog |
दूध या दही से बनी हुई किसी भी वस्तु के साथ दही ,नमक,
इमली , खरबूजा , बेल , नारियल , मुली , तोरई , तिल , कुल्थी , सत्तू , खटाई, आदि
का सेवन नही करना चाहिए | इससे आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है |
दही के साथ खरबूजा , पनीर के साथ दूध और खीर नही खाना
चाहिए | इसके आलावा शहद और गर्म पानी का सेवन भी निषेध होता है |
ठंडे पानी के साथ घी , तेल ,खरबूजा , अमरूद , ककड़ी ,खीरा
, जामुन , मूंगफली , आदि का सेवन नही करना चाहिए |
शहद के साथ मुली ,अंगूर ,गर्म भोजन या गर्म जल आदि का
सेवन नही करना चाहिए |
खीरे के साथ सत्तू ,शराब, खटाई ,खिचड़ी कटहल का सेवन कभी
नहीं करना चाहिए |
khrbuje ke sath dhi ka upyog naa kren |
घी के साथ बराबर मात्रा में शहद मिलाकर भूलकर भी इसका सेवन
नही करना चाहिए |यह जान लेवा सवित हो सकता है |
तरबूज के साथ ठंडे पानी का या पुदीने का सेवन कभी नही
करना चाहिए | इसके आलावा चावल के साथ सिरका डालकर भी नही सेवन करना चाहिए |
खरबूज के साथ दूध , दही , लहसुन और मुली का सेवन नही करना
चाहिए |
चाय के साथ ककड़ी या खीरे का सेवन नही करना चाहिए |
उपरोक्त पदार्थों का सेवन करने से आपकी सेहत खराब हो सकती है | इसके
बाद बात करते है | कि किन चीजो का सेवन सेहत के लिए लाभाकरी होता है |
खरबूजे के साथ चीनी का सेवन लाभकारी होता है |
इमली के साथ गुड का सेवन करना चाहिए |
गाजर और मेथी का साग सेहत के लिए अच्छा होता है | बथुआ और दही को
मिलाकर रायता बनाएं | इसका सेवन सेहत के लिए लाभकारी होता है |
मक्के के साथ मट्ठा खाएं |
अमरूद के साथ सौंफ खाने से लाभ मिलता है | इसके आलावा तरबूज के साथ
गुड खाएं |
मुली और मूली के पत्ते खाने से लाभ मिलता है |
आम के फल के साथ गाय का दूध का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता
है |
केले के साथ इलायची का सेवन लाभकारी होता है |
खजूर के साथ दूध पीयें | इससे शरीर को ताकत मिलती है |
चावल के साथ नारियल की गिरी खाएं |
उपरोक्त चीजों का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है |
इसके बाद बात करते है | जब आप कोई पदार्थ जरूरत से अधिक खा लेते है
तो आपको क्या नुकसान होता है |
कभी – कभी मनुष्य की पसंद का भोजन होता है | तो वह जरूरत से अधिक खा
लेता है | जैसे कोई मनुष्य जब किसी शादी में जाता है | तो वंहा तरह – तरह के
व्यंजन देखकर उसका मन ललचा जाता है | और वह अपनी भूख से अधिक खा लेता है | इसलिए
बड़े – बुजर्गों का कहना है कि यदि मुफ्त का जहर भी लोगों को मिल जाये तो खाने में
पीछे नही हटेंगे | भले ही भोजन दुसरे का है | परन्तु पेट को आपका अपना है | यदि आप
आवश्यकता से अधिक खाते है , तो इससे आपको ही परेशानी होगी | आज हम आपको ऐसी ही कुछ
चीजों की जानकारी देंगे | जिसको अधिक खाने के बाद उसे किस तरह से पचायें |
केले का अधिक सेवन करने के बाद दो इलायची का सेवन करना चाहिए |
यदि आप आम का सेवन अधिक कर लेते है | तो उसके पचाने के लिए आधा चम्मच
सौंठ का चूर्ण और गुड को आपस में मिलाकर खाने से आम जल्दी ही पच जाता है |
dairy vale pdarthon ka sevn kren |
जामुन अधिक खाने के बाद उसे पचाने के लिए 3 या चार चुटकी नमक खाएं |
तरबूज को पचाने के लिए केवल एक लौंग खाएं |
अगर अपने खरबूज अधिक खा लिया हो तो चीनी का शर्बत बनाकर आधा कप की
मात्रा में पी लें | इससे खरबूज जल्दी ही पच जाता है |
अमरूद यदि जरूरत से अधिक खा लिया जाये तो इसे पचाने के लिए सौंफ खाएं
|
चावल अधिक खाने पर अजवाइन की आधे चम्मच की मात्रा को पानी के साथ खा
लें | इस उपाय को करने से चावल पच जाता है |
बेर को पचाने के लिए थोड़े से सिरके का सेवन करना चाहिए |
यदि गन्ने का जूस ज्यादा पी लिया जाये तो उसे पचाने के लिए 3 या 4
बबर खा लें |
बैगन को पचाने के लिए एक चम्मच सरसों का तेल पीयें |
यदि बेसन अधिक खा लेते है | तो उसको पचाने के लिए मुली के पत्ते
चबाएं \ इसके आलावा यदि मटर का अधिक सेवन किया जाता है | तो उसे पचाने के लिए अदरक
के टुकड़े को चबाएं |
अगर अपने मूली को आवश्यकता से अधिक खा लिया हो | तो उसे पचाने के लिए
एक चम्मच काला तिल चबा लें | इससे जल्द से जल्द मूली का पाचन हो जायेगा |
अगर अपने भोजन अधिक खा लिया है | तो उसे पचाने के लिए एक कटोरी दही
खाएं |
इमली या उड़द की दाल को पचाने के लिए गुड खाएं | इसके आलावा मूंगफली
या शक्करकंद या जिमीकंद को यदि जरूरत से अधिक खा लिया जाता है | तो उसे पचाने के
लिए थोडा सा गुड खाएं |
makki ki roti ka upyog kren |
पूरी या कचोडी खाने के बाद उसे पचाने के लिए गर्म पानी का सेवन करें
|
खुरमानी यदि अधिक खा लिया जाता है | तो ठंडा पानी पीयें |
ये अपने खीर या घी अधिक खा लिया है | तो उसे पचाने के लिए काली मिर्च
मुंह में रखकर चबाएं | मक्का अधिक खाने के बाद मट्टा पीयें |
मूंग या चने की दाल का अधिक सेवन करने के बाद एक चम्मच सिरका पी लें
| इस उपाय को करने से भोजन जल्द से जल्द पच जाता है |
अगर आप भोजन करने के साथ ही दो चम्मच निम्बू का रस जरुर पीयें | यदि
आप पानी में निम्बू मिलाकर पीते है | तो और भी लाभ मिलता है | इस उपाय को करने से हम
लगभग 80 % बिमारियों से बच जाते है |
इसके बाद हम आपको जानकारी देंगे | कि आपको किस महीने में क्या खाना
चाहिए | और क्या नही खाना चाहिए |
क्या खाएं :- चैत के महीने में नीम की पतियों , फूल और फलों का अधिक
सेवन करना चाहिए | परन्तु गुड बिल्कुल भी ना खाएं |
बैसाख के महीने में नया तेल नही खाना चाहिए | लेकिन चावल आप जरुर
खाएं |
जेठ के महीने में दोपहर के समय धुप में नही चलना चाहिए | उस समय यदि
आप सोते है | तो अच्छा होता है |
ajwaain ka upyog se khana pchayen |
अषाढ़ के महीने में पका हुआ बेल ना खाएं | और घर की मुरम्मत जरुर
करवाएं |
सावन के महीने में हरा साग ना खाएं | लेकिन हर्रे जरुर से जरुर खाएं
|
कुवार में करेला नही खाना चाहिए | परन्तु गुड का सेवन करना चहिये |
फागुन के महीने में चना नही खाना चाहिए | रोजाना सुबह के समय स्नान
करके नाश्ता करना अवश्यक होता है |
पूस में धनिया नही खाना चाहिए | लेकिन दूध जरुर पीना चाहिए | अगहन के
महीने में जीरा नही खाना चाहिए | लेकिन तेल जरुर खाना चाहिए |
कर्तिक के महीने में भूमि पर नही सोना चाहिए | लेकिन मुली का सेवन
जरुर करना चाहिए |
माघ के महीने में मिश्री का सेवन ना करें | लेकिन
खिचड़ी का सेवन जरुर करें
खाने – पीने की चीजों का रखें ध्यान ,Khane Peene Ki Chijon Ka Rakhen
Dhyan , Aushdhi Khaane Ka Trika, Adhik Bhojn Ke Bad Phane Ka Upay, Koun Se
Pdarthon Ko Apas Mein Milaker Khane Se Hani Hoti Hai Or Kisse Labh Hota Hai|
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