शरीर की
सुजन का इलाज :-
अपने अक्सर देखा होगा कि हमारे पूरे शरीर में या किसी भी अंग में
सुजन आ जाती है | लेकिन हम इस सुजन को देख कर ऐसे ही छोड़ देते है | या इसे दूर
करने के लिए तेल की मालिश करते है या दर्द और सुजन को खत्म करने के लिए दवाइयों का
इस्तेमाल करते है | इन दवाइयों के उपयोग
से यह समस्या दूर तो हो जाती है |लेकिन यह समस्या दोबारा हो जाये तो इसे अनदेखा
नही करना चाहिए | क्योंकि इस सुजन से हमारे शरीर में कोई बड़ी बीमारी भी लग सकती है
| मनुष्य के शरीर पर या चेहरे पर या किसी भी हिस्से में अधिक समय तक सुजन रहती है
तो इसे देखकर अनदेखा नही करना चाहिए | यह मूर्खता होगी | अगर आपके शरीर में बार –
बार पानी इक्कठा हो रहा है तो इससे दिल का रोग , किडनी का रोग होने की संभावना बढ़
जाती है | क्योंकि शरीर में सुजन आने का कारण शरीर में पानी का इक्कठा होना है | इस
रोह को एडिमा भी कहते है | शरीर के जिस भी हिस्से में सूजन आती है उस हिस्से को
अलग बीमारी का नाम दिया जाट है | जैसे अगर आपके पैरों में और टखनों में सूजन आ
जाती है तो इसे पेरिफेरल एडिमा कहते है | आँखों के पास आई हुई सूजन को पेरीऑरबीटल
एडिमा कहते है | फेफड़ों में यदि सूजन हो
जाये तो उसे पलमोनरी एडिमा कहते है | इसके आलावा जब सूजन शरीर के अधिकतर भागों में
दिखने लगे तो मैसिव एडिमा कहते है | मैसिव एडिमा में शरीर के मसूड़ों में , पेट पर
, चेहरे पर , स्तन पर , जोड़ों आदि के सभी भागों पर सूजन आ जाती है | कई बार लोगों
को अधिक समय तक बैठे रहने के कारण या अधिक समय तक खड़े रहने के कारण से सूजन आ जाती
है | यह सूजन कोई बड़ी समस्या नही होती | परन्तु जब सूजन अधिक समय तक शरीर पर होती
है तो यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत है | पेट पर जब सूजन एक सप्ताह से अधिक रहती है
तो किसी अच्छे डॉक्टर को अवश्य चैक करवाएं | इस तरह के सूजन की समस्या पुरुष से
अधिक महिलाओं में होती है | क्योंकि महिलाओं के शरीर में वसा की मात्रा अधिक होती
है | शरीर में वसा के अधिक होने के कारण कोशिकाओं में फालतू का पानी इक्कठा हो
जाता है | अगर आप अपने खान – पान और व्यायाम पर किसी प्रकार की लापरवाही बरतते है
तो यह समस्या बढ़ जाती है | शरीर में सूजन के होने का कारण क्या है | इस प्रश्न पर
टिप्पणी इस प्रकार से है |
शरीर में सुजन होने का कारण और उसका उपचार |
Shrir ke hr hisse ki Sujan Ko Kis Naam Se Jana Jata Hai |
सूजन का
कारण “:- मनुष्य के शरीर में जब कोई रोग ऐसा होता है जिसमे फालतू का पानी इक्कठा
होता है तो सूजन की समस्या आ ही जाती है| इन रोगों में से कुछ रोग है :- किडनी का
रोग , दिल से जुडी हुई बीमारी , हार्मोन का असंतुलन और स्टेरॉयड दवाओं का सेवन आदि
| क्या आप जानते है कि इन सब बीमारी के होने के कारण हमारे शरीर के लीवर या किडनी सोडियम
को इक्कठा करती है | लेकिन यह बात महिलाओं पर लागू नही होती | क्योंकि जब महिलाएं
मासिक धर्म होती है इस समय ऐसे ही कुछ प्रभाव सामने आते है | यह इसलिए होता है कि
इस समय के दौरान महिलाओं का एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है | इस कारण से
हमारी किडनी में पानी का रुकना शुरू हो जाता है | इसके आलावा एक और कारण है सूजन
का वो है हमारी रोजाना की आदत या दिनचर्या | जिसमे हम किसी भी तरह का भोजन करते है
| कैसे भी उठते है बैठेते है | ये सब कारण
है सूजन के |
hathon ki sujan |
पैरों में
सूजन आने का कारण :- पैरों में कई कारणों से सूजन आती है | जैसे :- मोच , ज्यादा
दूर तक सैर करना , अधिक समय तक खड़े रहना , अधिक खेलना आदि | परन्तु जब पैरों में
भारी सूजन आ जाती है लाली छा जाती है | तो परेशानी हो सकती है | इस तरह की सूजन के
कारण व्यक्ति को चलने – फिरने में दिक्कत होती है | उसे सूजन वाले स्थान पर गर्माहट
महसूस होती है | और एक खिंचाव सा महसूस होता है | ये सब लक्षण किसी बड़ी समस्या की
और संकेत करती है | इसमे खून के कतरे का पैरों के नसों में जमाव हो जाता है इंसान
भूल वस चोट , खिचाव , सामान्य संक्रमण तथा फाइलेरिया समझ इलाज करवाना शुरू कर देते हैं |
मरीज को
फाइलेरिया नामक बीमारी बताकर कई सप्ताह तक इसकी दवा डी जाती है जब बीमारी का सच
सामने आता है तो पैर पर वजन लटकानी की सलाह दी जाती है जहाँ समस्या काफी बढ़ जाती है | सबसे ज्यादा महिलाएं डीवीटी का शिकार
होती पुरषों की अपेक्षा | हार्मोन असंतुलन , व्यायाम न करना तथा गर्भ निरोधक दवाओं
का अधिक इस्तेमाल इसका मुख्य कारण है |
अधिक समय तक हाई हिल फूटवियर पहनने से भी
समस्या पैदा होती है | पैरों की सुजन कम करने के लिए :- सोने से पहले गर्म तेल से
पैरों की मालिश करना , गर्म पानी में नमक डाल उसमे पैरों को डूबाना तथा रोजाना
सूर्य नमस्कार से रक्त संचार नियमित होगा और दर्द से काफी राहत मिलेगा |
हाथ का सुजन :- बढती उम्र के साथ
जब शरीर का मेटाबालिज्म घटती है तो हाथों व उँगलियों में सुजन एक आम बात हो जाती
है | इसका कारण एडियोपैथिक एडिमा है | इस परिस्थिति में स्ट्रेचिंग और व्ययाम बेहद
फायेदेमंद होता है | सुजन लीवर और किडनी रोग का भी परिचायक है | जोड़ों में सुजन और
त्वचा संक्रमण भी इसका कारण होता है | इसके अलावा हाइपो थाईरॉएड , रक्त विकार ,
रुमेटाइट अर्थराइटिस तथा हृदय रोग में यह संकेतक का काम करता है |
उपरोक्त उपाय को करने से
आप सूजन की समस्या से छुटकारा पा सकते है| परन्तु डॉक्टर की सलाह अवश्य लें |
chehre ki sujan |
चेहरे का सूजन :- इसके अनेक कारण होते हैं चोट ,
संक्रमण , कैंसर या मसलन फ्लूइड का एक साथ आना | आँख , गला , तथा होंठ पर भी यह
सूजन हो सकता है | मेडिकल साइंस में इसे फेशिएल एडिमा कहते हैं | कुछ समय के लिए
चेहरे पर सूजन हो तो इसका कारण संक्रमण हो सकता है यदि बार – बार बुखार , चेहरा
लाल या साँस लेने में तकलीफ हो तो यह खतरनाक समस्या की ओर संकेत करती है | इस तरह
का कोई लक्षण उत्पन्न हो तो बिना समय व्यर्थ किये डॉक्टरी सहायता लेनी चाहिए
|
fefdon ki sujan |
जीभ की सूजन का कारण :- जीभ में सूजन आने को
एनजियोंडीमा कहते है | यह कई कारणों से होती है | जैसे किसी दवाई के साइड इफेक्ट
से , हार्मोन थेरिपी से या एलर्जी के कारण से | जीभ में जब सूजन आती है तो यह
संक्रमण स्किन की गहराई तक चली जाती है | हम अपनी जीभ से सभी तरह से टेस्ट , स्वाद
का पता लगाते है | जैसे खट्टा , मीठा , कडवा , नमकीन आदि | इसका पता हमे इसलिए
चलता है क्योंकि हमारी जीभ एपिथेलीयम नामक कोशिकाओं से बनी हुई है | जब हमारी जीभ
पर सूजन आ जाती है तो इससे हमारा टेस्ट बड्स भी प्रभावित होता है | जीभ में सूजन
आने के कारण हम सही प्रकार से साँस लेने में कठनाई होती है | इसलिए हमे जीभ में आई
हुई सूजन को अनदेखा नही करना चाहिए | बल्कि इसका समय रहते इलाज करवाना चाहिए |
pet ki sujan |
आँखों की सूजन का कारण :- मनुष्य के शरीर में आँखों
का बहुत महत्व है | यह हमारे शरीर का बहुत ही नाजुक और सबसे जरूरी हिस्सा है | आँखों
में सूजन के कई कारण है | जैसे :- संक्रमण , एलर्जी , स्टाई, ट्यूमर या वायरल इनफेकशनआदि | जब भी आपकी आँखों
में सूजन आये तो इसे अनदेखा ना करें | इसमें आई ड्रॉप्स डालकर ठीक करने की कोशिश
करें और डॉक्टरी इलाज अवश्य कराएं |
पेट में सूजन के कारण :- मानव के पेट में सूजन आने के
कई कारण हो सकते है | जब कब्ज बनती है , या गैस बनती है तो पेट में सूजन आ अक्ती
है | इसके आलावा ड्रिंक्स . फ़ूड एलर्जी , ज्यादा मात्रा में फ़ास्ट फ़ूड खाने से भी
पेट में सूजन आ जाती है | बाजार में मिलने वाला हाई प्रोसेस्ड भोजन में सोडियम
यानि नमक की मात्रा अधिक होती है लेकिन इनमे फाइबर की मात्रा कम होती है | इसलिए
बाजार से डिब्बों में पैक हुए भोजन को या हाई प्रोसेस्ड भोजन को खरीदते समय सोडियम
की जाँच जरुर करें | क्योंकि ज्यादा मात्रा में सोडियम खाने से पेट में सूजन आती
है | कई बार व्यक्ति कुछ ऐसे पदार्थ का सेवन करता है जिससे उसका पेट भारी हो जाती
है | उसे भारीपन महसूस होता है | ये भी एक कारण है सूजन का | इसके आलावा कुछ ऐसी
बीमारियाँ है जिनसे पेट में सूजन आ जाती है | जैसे :- ,मधुमेह के रोग में प्रयोग
की जाने वाली दवाओं के कारण , हाई , ब्लडप्रेशर रोग के कारण , आदि पेट में सूजन आ
जाती है |
pani ka sevn adhik kren |
पेट की सूजन को कम करने का उपाय :- अधिक से अधिक
मात्रा में पानी पीना चाहिए | अपनी पाचन शक्ति को सही रखने के लिए खाना खाने के
बाद काला नमक और अजवाइन खाएं | जो लोग नशीले पदार्थों का सेवन करते है या अधिक
शराब पीते है तो उनके लीवर सिकुड़ने के कारण पेट में सूजन आ जाती है | इसलिए हमे
किसी भी नशीली पदार्थों का सेवन नही करना चाहिए | जब पेशाब का रंग पीला आने लगे तो
तुरंत किसी डॉक्टर को दिखाएँ और इलाज शुरू करवाएं |
सूजन को कम करने के कुछ उपाय :-
v
रोजाना व्यायाम करने की आदत डालें | व्यायाम
करने से व्यक्ति के शरीर में से पसीना निकलता है | जिससे हमारे शरीर के व्यर्थ
पदार्थ बाहर निकल जाते है | आप अपनी सुविधा के अनुसार व्यायाम कर सकते है | लेकिन
रोजाना बाहर टहलने के लिए अवश्य जाएँ | ये आपकी सेहत के लिए लाभदायक होगा |
v
अपनी दिनचर्या और खान – पान में बदलाव करें |
इससे से भी सूजन की समस्या से निजात पा सकते है |
शराब का सेवन ना करें |
v
जब आपको सूजन की समस्या हो तो शराब का सेवन बिल्कुल भी ना करें
| क्योंकि इससे और भी अधिक सूजन हो जाती है |
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अधिक से अधिक हरी साग – सब्जियों का खाने में
उपयोग करें | क्योंकि हरी सब्जियों और फलों में विटामिन अधिक होता है | जो हमारे
शरीर के लिए जरूरी होता है | शरीर में प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए दूध या
सोयाबीन , दाल का सेवन करना चाहिए | इसके सेवन करने से हमारे शरीर में रोग
प्रतिरोधक क्षमता बढती है | इसके आलावा इससे खून की कमी भी पूरी हो जाती है | शरीर
में खून की कमी के कारण भी सूजन आ जाती है |
हरी पत्तेदार सब्जी खाएं |
v
पानी की कमी हो जाने से भी सूजन आती है | इस
समस्या को दूर करने के लिए हमे हर्बल चाय का सेवन करना चाहिए या अजवाइन की चाय
बनाकर पीनी चहिये |
v
शरीर में यदि जरूरत से अधिक नमक हो जाये तो
सूजन का कारण बनती है | इसलिए हमे अधिक नमक का सेवन नही करना चाहिए | जितनी
आवश्यकता हो उतना ही नमक खाएं |
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शरीर में जब मोटापा आ जाये तो सबसे पहले थोडा
वजन कम करें | इसके बाद अपने खान – पान की और विशेष ध्यान दें |
v
अपने भोजन में कैल्शियम की मात्रा का ध्यान
रखें | इसके लिए रोजाना दही , टोंड का दूध , मछली , हरी पत्तेदार सब्जियां और
अंजीर का सेवन करें | ये सभी कैल्शियम के अच्छे स्त्रोत है |
ड्राई फ्रूट्स का प्रयोग करें |
v
शरीर में पोटेशियम की कमी को पूरा करने के लिए रोजाना
कम से कम पांच फल खाएं और हरी सब्जियों का सेवन करें | इसके आलावा मूंगफली , अखरोट
, बादाम में उचित मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है |
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शरीर में पानी कमी ना होने दें | इसलिए दिन में
कम से कम 3 लीटर पानी अवश्य पीयें | विटामिन बी 6 की कमी को पूरा करने के लिए ब्राउन
राइस का सेवन करें |
डबल टोंड का दूध पीयें |
रोजाना कुछ देर धुप में
खड़े हो जाएँ | इससे शरीर को विटामिन डी की कमी पूरी हो जाती है |
शरीर में सुजन
होने का कारण और उसका उपचार , Shrir Mein
Sujan Hone Ka Karan Or Uska Upchar | Shrir Mein Alag – Alag Hisson Ki Sujan Ko
Kis Naam Se Jana Jata Hai , Paeron Ki Sujan Ko Thik Krne Ka Trika , Pet Ki Sujan
Ko Thik Kaese Kren , Jibh, Or Chehre Ki Sujan Ka Karan Sujan Ko Km Krne Ke
Vibhinn Upay |
Sri maan waidh Ji meri Maa ka pura srir sujh jata hai aur khoon ki kami ho jati hain Dr ka kahna hai ki unhe thirid hai PR report me kuchh pata hi nhi chalta please mujhe iska karn aur upchar btaye
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