अफीम
पौधे से परिचय / Afim
अफीम
पोस्त के डोंडो से प्राप्त होता है । यह एक औषधीय पौधा है । अफीम का प्रयोग विभिन्न
प्रकार की दवाइयों में किया जाता है, इसकी खेती भारत में बिहार , पूर्वी
उत्तर प्रदेश , मध्य
एवं पश्चिम भारत और मालवा में की जाती है । यह एक मादक पदार्थ है ,
इसका प्रयोग नशे के लिए भी किया जाता है , जो काफी हानिकारक है , इसका सेवन केवल चिकित्सक
के परामर्श के आधार पर ही सही मात्रा में किया जाना चाहिए , पोस्त के डोंडे जब पूरे विकसित हो जाते है तो सूखने से पहले कच्ची अवस्था में इसमें चीरा लगाने से एक गाढ़ा दूध निकलता है उसे इक्क्ठा करके सुखा लिया जाता है । यही व्यवासिक या औषधि अफीम है । सूखने के बाद इसके बीजों
का प्रयोग कई प्रकार की दवाइयों में किया जाता है,
अफीम
को अलग - अलग
जगह पर विभिन्न नामो से जाना जाता है । different name of Afeem at different places जैसे : -
अंग्रेजी में =
पॉपी , ओपियम ( in
English Afeem is called – Poppy and Laudanum )
संस्कृत में = अहिफेन ( in
sanskrit language it is called – Ahifen )
हिंदी में =
पोस्त , पोस्ता , अफीम का डोडा , अफीम ( in
Hindi Language - posta , afeem ka doda and afeem is called )
गुजरती में = अफीण ( in Gujrati gujrati – Afeen )
फ़ारसी में = तियाग ( Farsi
– Tiyag )
मराठी में = आफिमु ( Marathi – Aafimu )
अरबी में = खखास , लब्नुल ( Arabic
– Khakhas & Llnul
in
Arabic language it is called - اللودنوم
مستحضرأفيوني
in
Tamil language it is called - ஓப்பியம் சாறு
in
japanies it is called - アヘンチンキ
अफीम की रासयनिक संरचना / chemistry of Afim
अफीम
में कई रासायनिक गुण होते है । यह एक औषधीय पौधा है ,
इसका प्रयोग विभिन्न दवाइयों में किया जाता है , अफीम में जो बीज होते है उनमे एक तरल पदार्थ उपस्थित होता है । इसका रंग हल्का पीला होता है और इसका स्वाद मीठा होता है । इसे रोगन खशखश कहा जाता है । अफीम के पौधे में रासायनिक तत्व भी पाये जाते है । जैसे :- कोडीन , एल्केलाइड्स , नार्कोटेन , मार्फीन , लेक्टिक
एसिड , आदि
ऑर्गैनिक अम्ल । इस पौधे में इन रासायनिक
तत्वों की वजह से इसके उत्पान पर नियंत्रण रखा गया है , भारत में इसके विकास व
उत्पादन को सरकार की निगरानी किया जाता है , इसमें जल , राल , ग्लूकोज उड़नशील तेल और वसा आदि मुख्य तत्व पाये जाते है ।
अफीम के पौधे का ढांचा व संरचना
अफीम
के पौधे का आकर आधिक भारी नहीं होता
और उच्चाई डेढ़ से चार फुट का होता है । इस पौधे की पत्तियों की लम्बाई और चौड़ाई लगभग चार इंच के होते है । इसके पत्तों का आकार अवृंत , कांड
संसक्त और दिल के आकार का होता है । इस पौधे में एक ही फूल में दो रंग होते है । इसके फूल में नीचे का भाग बैंगनी और नीलाभ श्वेत होता है । इस पौधे का फल अनार के फल की तरह अंडाकार और नीचे से ग्रीवा होती है । इसकी चोटी कँगूरेदार की होती है इसका फल पकने के बाद इसके कुंगरे के नीचे छेद हो जाता है ।
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