अफीम
का
औषधि
के
रूप
में
प्रयोग
व सावधानिया
अफीम
से दवाई के गुण
अफीम
के रासायनिक संरचना और बाहरी रूप के बाद अब हम इसके गुण के बारे में चर्चा करते है । इसका पौधा शीतल, शुष्क
कास हर कड़वा, हल्का, धातुओ को सुखाने वाला रुक्ष मदकारक, वचन
वर्धक , मोहजनक, ग्राही, कसैला, वातकारक और रूचि उत्पन्न करने वाला होता है । अफीम का उपयोग नशे के रूप में किया जाता है । यह एक एक गलत बात होती है ऐसा नहीं करना चाहिए, यह
हमारे स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है, यदि हम इसका उपयोग औषधि के रूप में करे तो इससे कई बीमारी ठीक हो सकती है और मनुष्य स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकता है । और अगर हम इसका सेवन नशे के रूप में करते है तो इससे हमारा शरीर रोगों से घृसित हो जाता है शरीर में कमजोरी आ जाती है । और मानव नशे का आदि हो जाता है । अतः हमे अफीम का उपयोग औषधि के रूप में करना चाहिए न कि मादकता के लिए ।
सिर
दर्द :- Use of Afim for headache
सिर दर्द की बीमारी अक्सर लोगों में देखी गई है । इससे व्यक्ति को बहुत पीड़ा होती है । इसके कई कारण हो सकते
है , इसके इलाज के लिए अंग्रेजी दवाई( pain killer ) न ले इनका साइड इफ़ेक्ट बहुत होता है , ये हमारे liver को भी नुक्सान पंहुचा सकता है, इसका इलाज करने के लिए दो लौंग और एक ग्राम अफीम मिलाकर एक लेप तैयार करे । इस लेप को लगाने से सिर दर्द और बादी का रोग ठीक हो जाता है ।
बालों
के
रोग :- use of Afim for hair problems
बालों
से ही स्त्रियों की सुंदरता बढ़ती है , इसलिए स्त्रिया अपने
बालों से बहुत प्रेम करती हैं, यदि इसमें किसी तरह का रोग उत्पन्न हो जाता है तो बहुत परेशानी होती है | बालों
के झड़ने , टूटने
अथवा रुसी होने के कारण स्त्रियां बहुत दुखी हो जाती है । इन सभी परेशानियों को दूर करने के लिए हमे अफीम का उपयोग करना चाहिए ।
प्रयोग
विधि :-
अफीम के बीजों को दूध में पीसकर इसके लेप को सिर में लगाने से सिर में होने वाली फोड़े - फुंसिया ठीक हो जाती है । और साथ ही साथ बालों के रोग जैसे बालों का टूटना , झड़ना , रुसी आदि रोगो से छुटकारा मिल जाता है ।
बालों के रोग , balon ke rogon ka ilaj, cure hair problems |
नकसीर :- Naksir ka ilaj with Afim
नकसीर
एक ऐसा रोग है जिसमे मनुष्य के नाक से खून आने लगता है यह अक्सर गर्मी के
मौसम में अधिक होता है।
इस
रोग में बिना किसी चोट के रक्त अपने आप ही निकलना शुरु हो जाता है, इस बीमारी में किसी तरह का दर्द नहीं होता फिर भी हमें इसका इलाज करना चाहिए । अफीम के पौधे से इसका इलाज किया जा सकता है ।
afim ke beejon ka paryog |
विधि
:-
कुंदरू
का गोंद और अफीम दोनों को एक बराबर मात्रा में मिलाकर पानी में पीस लें । और फिर इसे नाक से सूंघ लें । इससे नाक से खून आना बंद हो जाता है और नकसीर की बीमारी ठीक हो जाती है । इसको केवल सूंघना है
खाना नहीं है .
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