पायरिया
पायरिया
भी एक प्रकार से दाँतो में पाया जाता है । पायरिया
की बीमारी भयंकर तो नही होती परन्तु दर्दनाक और कष्टदायक होती है । इस
रोग से मनुष्य घबराकर अपने दाँत निकलवा लेते है । परन्तु
निकलवाने के बजाए इसका समय पर इलाज करना चाहिए । जिससे
पायेरिया की बीमारी कम हो जाये । और
दर्द भी ठीक हो जाता है । आयुर्वेद
में पायरिया की बीमारी को बढ़ने से रोकने के लिए घरेलू उपचार बताये है । जो
इस प्रकार है ।
Pyria Ka Upchaar , पायरिया का इलाज , Pyria Ka Desi Ilaj |
पायरिया का
लहसुन
से
उपचार :- Pyria Treatment with Garlic,
सामग्री : लहसुन - २०
कतरे
सरसों का तेल - १५०
ग्राम
प्रयोग
विधि :-
२० कतरे लहसुन को पीसकर इसमें १५० ग्राम सरसों का तेल मिलाकर इस मिश्रण को गर्म करे । जब
यह मिश्रण ठंडा हो जाये तब इस मिश्रण को किसी कपड़े या छन्नी से छानकर रख ले । ३
ग्राम अजवायन को भूनकर और १५ ग्राम सैंधा नमक लेकर इन दोनों को पीसकर अच्छी तरह से मिलाये । और
इस तरह से हमारा दन्त मंजन तैयार हो जाता है । जब
भी आप इस तैयार मंजन को करे तब आप छने हुए मिश्रण में पिसा हुआ अजवायन और सैंधा नमक को डालकर इस मंजन का उपयोग करे । ऐसा
करने से पायरिया की बीमारी ठीक हो जाएगी ।
आँवले
से पायरिया का
इलाज :- Amla se Pyria ka ilaj,
पायरिया की बीमारी को आँवले का उपयोग करके पायरिया की बीमारी को ठीक किया जा सकता है । और
आँवला हर जगह पर आसानी से मिल जाता है । आँवला लेकर इसे अग्नि में भूनकर या सेकर, समान मात्रा में सैंधा नमक डालकर पीस ले । और
किसी कपड़े या छन्नी से छान ले । इस
तरह से आपका मंजन तैयार हो जाता है । इस
तैयार मंजन से रोजाना सुबह उठकर दाँत साफ करने से पायेरिया रोग से छुटकारा मिल जाता है ।
पायेरिया का
उपचार एरंड
के तेल
से :- Pyria treatment with arand ka tel,
एरंड के तेल में कपूर मिलाकर एक मलहम की तरह तैयार कर ले । इस
तैयार मलहम को एक दिन में तीन या चार बार लगाने से पायेरिया की बीमारी तो ठीक हो जाती है । साथ
ही दाँतों से जुड़े और रोग भी दूर हो जाते है ।
इन सभी विधियों का उपयोग करने से मनुष्य अपने दाँतों को गिरने या टूटने से बचा सकते है साथ ही पायेरिया जैसी बीमारी को दूर भगा सकते है ।
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