आँखों में पानी आना
मानव के शरीर में अनेक बीमारी में से आँखों में पानी आना भी एक बीमारी है । ये
बीमारी ज्यादातर बच्चों में निम्निलिखित कारणों से हो जाती है । जैसे: नजदीक से टी.v देखना , मोमबती
के सामने अघिक रात तक पढ़ना , अघिक
रोशनी वाली वस्तु के सामने नजदीकी से काम करना इत्यादि कारणों से आँखों में पानी आना शुरू हो जाता है । और
आँखों की रोशनी कम हो जाती है । रोशनी
कम होने के कारण मनुष्य को चश्मे की आवश्यकता होती है । इसलिए
मनुष्य को इस बीमारी को अनदेखा नही करना चाहिए । इसका
समय पर और सही ढंग से उपचार करने से हमारी आँखों की रोशनी बनी रहती है । इसका
उपचार आयुर्वेद के द्वारा बताई गई जड़ी - बूटियों
से तैयार देसी दवाई से आसानी से किया जा सकता है । जो
इस प्रकार है |
Watering Eyes Treatment in Ayurveda |
उपचार :-
मुनक्का ५० ग्राम रात्रि को सोने से पहले भिगोकर रख दे । सुबह
उठकर इस भीगे मुनक्के को चबा - चबाकर
खाए व पानी
पी ले । इस
उपचार को लगातार करने से आँखों की बीमारी ठीक हो जायगी । आँखों
में से पानी आने को रोकने के लिए पीली हरड़ व माजूफल
की छाल को चंदन के सामान घिसकर आँखों पर लगाने से आँखों का रोग ठीक हो जाएगा । या
फिर त्रिफला का पानी भी आँखों के लिए बहुत उपयोगी होता है । त्रिफला
के पानी को छानकर इस छने हुए पानी से आँखों को धोने से आँखों का पानी बहना बंद हो जाता है । तथा
आँखों को साफ करने के लिए साफ कपडे या रुमाल का प्रयोग करना चाहिए । अगर
इन बताए गए उपचारों से आँखों का पानी बहना बंद नही होता है । तो
इस रोग को दूर करने के लिए और भी उपचार निम्नलिखित प्रकार से है ।
आँखों में पानी आने का उपचार |
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