भोजन तैयार करना
भोजन तैयार करने के लिए दो तरीके प्रयोग में लाए
जाते हैं पहले तरीके को टर्मिनल तरीका कहा जाता हैं और दुसरे तरीके को असप्टिक
तरीका कहा जाता हैं |
1.
टर्मिनल तरीका – इसमें खुराक को
कीटाणुरहित किया जाता हैं ऐसा करने के लिए इसे पहले बोतलों में भरा जाता हैं इसमें
एक चीज पर अधिक ध्यान दिया जाता हैं कि चुसनी के छिद्रों में किसी प्रकार की
रुकावट पैदा न हो जाए |
2.
असप्टिक
तरीका – इसमें खुराक भरने
के लिए खुराक, बोतलें, चुसनी आदि सभी चीजो को अलग-अलग उबालकर रखा जाता हैं इसमें
बहुत अधिक सावधानी की आवश्कता होती हैं जिस प्रकार एक डॉक्टर अपने मरीज के ऑपरेशन
के समय करता हैं जिसें शिशु को किसी प्रकार की परेशानी न हो | आपको खुराक तैयार
करते समय बहुत सावधानी से खुराक को उबालकर उसी वक्त उस पर चुसनी लगा देनी चाहिए जिसे
की किसी भी प्रकार के कीटाणु दूध में न घुस सके | खुराक तैयार करने के लिए कुछ
निम्नलिखत चीजे होनी चाहिए |
जैसेः
शक्कर दो बड़े चम्मच पूरे
डिब्बे का दूध आधा पानी निकला हुआ दस औंस
पानी बीस औंस
इस खुराक को बोतलों
में साढ़े चार औंस की सात भरी जाती हैं |
किसी बर्तन में 3 मिनट तक उबालने के बाद ही आप असप्टिक तरीके से
खुराक को तैयार कर सकते हैं |
अगर आप खुराक को अगले दिन भी उपयोग में लाना
चाहते हैं तो ऐसा करने के लिए आप उसे रफ्रिजरेटर में भी रख सकते हैं अगर आपके पास
रेफ्रिजरेटर उपलब्ध नही हैं तो आप शिशु को खतरा न हो ऐसा करने के लिए उसे दूध की
बोतल के साथ गर्म पानी में उबाल कर भी दे सकते हैं इससे शिशु को किसी प्रकार की
कोई परेशानी नही होगी |
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