यह बीमारी कैल्शियम की कमी के कारण होती है | हमारे शरीर की कमजोर हड्डियाँ
ही हमारे शरीर में बीमारियों को पैदा करती है | यह बीमारी ज्यादातर महिलाओं में पाई जाती है | इस बीमारी
में हल्का बुखार होना , थकावट होना , पैर में दर्द , आदि कुछ लक्ष्ण दिखाई देते है
| इस बीमारी को ठीक करने के लिए एक आयुर्वेदिक उपचार है |जो इस प्रकार से है |
सामग्री : -
१. अमृता सत( amrita Sat) :- १० ग्राम
२. स्वर्ण माक्षिक(swaran makshik) :- ५ ग्राम
३. प्रवाल पिष्टी(praval pisti) :- १० ग्राम
४. गोदंती भस्म( Godanti bhasma) :- १० ग्राम
५. मुक्ता शुक्ति(mukta shukti) :- १० ग्राम
६. बृहत् वातचिन्तामणि रस (brahataatchintamani) :- १ ग्राम
उपर लिखी सभी सामग्रियों को आपस में मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें | और इस
मिश्रण की एक बराबर मात्रा की दो महीने यानि ६० पुड़ियाँ बनाकर किसी शीशे के डिब्बे
में बंद करके सुरक्षित स्थान पर रख दें | इसमें से एक पुड़ियाँ सुबह के समय , एक पुड़ियाँ रात के समय खाना खाने से आधा घंटा
पहले खाएं | इस औषधि को ताज़े पानी के साथ या शहद के साथ सेवन करें |
इन दवाइयों के साथ साथ , दूध , ताजे फल , केला, अनार , अमरुद , सेब इत्यादि
फलों का खूब सेवन करे अतिशीघ्र लाभ मिलेगा, cold ड्रिंक्स इत्यादि और का सेवन न
करे . बाजारी फ़ास्ट फूड का सेवन से बचे. अंकुरित दालों का सेवन करे,
२ सामग्री
योगराज गुग्गुलु(yograj guggal) :- ६० ग्राम
चन्द्रप्रभा वटी(chandraprabha vati) :-६० ग्राम
शिलाजीत रसायन(shilajeet rasayan):-६० ग्राम
इन तीनों औषधियों की एक – एक गोली एक दिन में तीन बार भोजन करने के आधा घंटा
पहले गाय के दूध के साथ खाएं |
३. - सामग्री
वातारि चूर्ण(vatari Churan) :- १०० ग्राम
अश्वगन्धा चूर्ण(ashwagandha Churan) :- १०० ग्राम
इन दोनों औषधियों को आपस में मिलाकर मिश्रण बना लें | इस औषधि के मिश्रण में
से एक या आधा चम्मच सुबह , दोपहर और शाम के समय खाना खाने के बाद सेवन करे | इस
औषधि को हल्के गर्म पानी के साथ , या गाय के दूध के साथ खाने से बहुत फायदा मिलता
है |
सामाग्री :-
अश्वगन्धारिष्ट(ashwagandharisth):- ४५० मिलीलीटर
इस औषधि की चार चम्मच की मात्रा में चार चम्मच पानी मिलाकर सुबह के समय और
शाम के समय पीयें | इस औषधि का प्रयोग खाना खाने के बाद करें |
परहेज – अधिक तला हुआ भोजन न करे, जरुरत
से ज्यादा या अधिक समय के लिए व्यायाम न करे, अपनी क्षमता के अनुसार ही करे , फल
सब्जियों का खूब सेवन करे .
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