आँखों में मोतिया बिन्द:-
इस बीमारी का इलाज करने के लिए हमे निम्मलिखित
सामग्री की आवश्यकता होगी ।
1. पुरानी ईट का चूर्ण = १० ग्राम
2. लौंग = ६ नग
लौंग को पीसकर महीन कर ले और किसी
कपड़े से छान ले । इसमें पुरानी ईट का चूर्ण और आक के पौधे का दूध मिलाकर एक मिश्रण
तैयार कर ले । इस मिश्रण को नाक के आगे रखकर साँस ले जल्दी ही आराम मिलता है । इस विधि
को करने से सर्दी - जुकाम में आराम मिलता है और मोतिया बिन्द ठीक हो जाता है
मिर्गी :- Epilepsy cure with Madar Plant
आक के पौधे का उपयोग बहुत सी बिमारियों को ठीक करने के लिए किये
जाता है जिसमे से मिर्गी की बीमारी एक है । इस बीमारी का इलाज भी आक के पौधे से किया जा सकता है ।
*उपाय
*:-
आक के पौधे के ताज़े - ताज़े फूलो को
इक्क्ठा करके इसमें थोड़ी सी मात्रा में काली मिर्च मिला कर पीस कर इस मिश्रण की छोटी
- छोटी गोलियाँ बना ले । इन गोलियों को दिन में ३-४ बार खाए । इसके आलावा आक के दूध
में थोड़ी सी मिश्री को पीसकर डाल दे । और इसे रोजाना सुबह - शाम ख़ाली पेट खाने से मिर्गी
की बीमारी दूर हो जाती है |
गर्मियों में हमारे आस - पास टिड्डा
नामक कीट उड़ते रहते है । इस टिड्डे का रंग आक के पौधे के रंग की भांति होता है । इस
कीट को पकड़कर किसी बोतल में बंद करके सूखा दे । फिर इसमें थोड़ी सी काली मिर्च मिलाकर
इन दोनों को पीस ले । जब रोगी बेहोशी की हालत में हो तब इस दवाई की थिंदी सी मात्रा
लेकर रोगी को सुंघा दे । इस उपचार को करने से धीरे - धीरे मिर्गी ठीक हो जाती है |
Aak ka plant and our diseases, आक का पौधा और हमारी बीमारी |
दांतो में दर्द :- Tooth problems and
आक के पौधे की जड़ को लेकर इसे आग में भून ले । भुनी
हुई जड़ को दातुन के रूप में प्रयोग करे । और सुबह इसी दातुन से दाँतों को साफ करे ।
इससे दातों में दर्द को आराम मिलता है । इसी तरह आक के दूध में रुई को डूबा दे और इस
पर थोड़ा सा घी लगाकर दांत की जाड़ में रख दे इससे जाड़ का दर्द कम हो जाता है । यदि हमारी
दांतो में दर्द है तो ऐसी अवस्था में हमे आक के दूध में थोड़ा सा नमक लगाकर इसे दांतो
पर लगाने से दांतो का दर्द ठीक हो जाता है ।
दांतो
का टूटना :- Treatment of Tooth breakage before time with Madar root and leaves
जब मनुष्य
के दाँत व जाड हिलने लगे । तो इस अवस्था में हमे हिले हुए दाँत पर थोड़ा सा आक का दूध लगाना चाहिए । इससे दांत आसानी
से निकल जाता है और दर्द भी कम होता है । दांतो
को ओर अधिक मजबूत करने के लिए हमे आक के पौधे की पत्तियों में काली मिर्च को पीसकर
एक मिश्रण बनाये इस मिश्रण में थोड़ा सा सेंधा नमक और हल्दी मिलकर रोजाना दांतो को साफ
करने से दांत मजबूत हो जाते है और दांतो से जुडी हुई समस्या भी दूर हो जाती है |
पेट का रोग :- Stomach disease treatment with Aak ka paudha
मनुष्य के पेट में अनेक
रोग हो जाते है । इन रोगो को ठीक करने के लिए हमे अदरक के रस में आक के पौधे की छाल को मिलकर कूट ले और इसे धूप में
सूखने के लिए रख दे । जब ये सूख जाये तब इसकी छोटी - छोटी गोलिया बना कर रख ले । इन
गोलियों में से प्रतिदिन १-२ गोली को शहद के साथ खाने से पेट की बीमारी जैसे: शूल प्रवाहिका
और मरोड़ में तुरंत आराम मिल जाता है |
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