१. दो-मुँहे बालों की समस्या
:-
सुन्दर, काले व घने
बाल जो एक नारी का गहना समझा जाता है सुन्दर लम्बे घने बाल स्त्री की शोभा में
चार-चाँद लगा देते है इनकी देख भाल में थोड़ी से लापरवाही बरती जाए तो बालों के
दो-मुँहे होने की समस्या हो सकती हैं. ऐसे में बालों का स्वरूप बहुत बेकार हो जाता
हैं, ऐसे बाल बहुत बेजान और रूखे नजर आते है.
दो मुँहे बालों के होने से बालो की वृद्धि भी रुक जाती है, दो मुँहे बालों के
रहते आप आपने बालों को मन चाहा style या आकार भी नहीं दे पाती. यदि इस समस्या का
ठीक समय पर व ठीक तरीके से इलाज न किया जाए, तो इनकी संख्या लगातार बढती रहती है,
कई बार यह भी देखा जाता है की बाल दो की अपेक्षा तीन अथवा चार मुँह बाले भी बाल हो
जाते हैं जो देखने में बहुत ही भद्दे लगते है.
two face hair problem in hindi |
दो मुँहे बालों का इलाज करने से पूर्व इनके पहचान करना आवश्यक है, दो मुँही
बालों की पहचान करने के लिए सबसे पहले अपने बालों के अंतिम छोर को देखें, ऐसे
बालों के अंतिम छोर अंग्रेजी वर्णमाला के (Y) वाई अक्षर के समान दिखाई देते हैं.
जिनके अंत में दो खुले हुए सिरे होते हैं.
दो मुँहे बालों के इलाज करने से पहले उनकी पहचान के अलावा उनके होने का कारण
जानना भी आवश्यक है. इस समस्या के होने के अनेक प्रकार के कारण हो सकते है, परन्तु
सबसे प्रमुख कारण सिर की त्वचा से स्वयं ही निकलने वाला प्राक्रतिक हेयर टॉनिक
सीबम है, जो बहुत बार बालों के अंतिम छोर तक नहीं पहुच पाता जिसके कारण बाल दो
मुँहे हो जाते है. इनके अलावा कई और कारण है जैसे:- व्यक्ति का लम्बे समय से किसी
बीमारी से ग्रसित होना, घटिया किस्म के शैम्पू या किसी लोशन का प्रयोग करना, डाई व
पर्मिंग सप्रेशन का प्रयोग करना, तेज ड्रायर का अधिक बार उपयोग करना, टूटी हुई व
खराब कंघी को प्रयोग में लाना, समय पर बालों की साफ सफाई न करना, कसकर बालों को
रबड़ बैंड से बांधना, गीले बालों को जोर से तौलिए से झाड़ना या गिले बालों में ही
कंघी करना आदि कारणों से आपको दो मुँहे बालों की दिक्कत का सामना करना पड़ सकता
हैं.
दो मुँहे बाल |
अपने बालों को दो मुँहे होने से बचाने के लिए आप निम्नलिखित बातों को ध्यान
में रखे:-
१. बालों में कंघी का उपयोग
अर्ताथ बालों में कंघी तब ही करे जब बाल पूर्ण रूप से सुख गए हो.
२. क्लरिंग टांग या ड्रायर का
प्रयोग रोजाना या ज्यादा न करे, जितना केमिकल से बालों को बचाया जाए उतना ही अच्छा
होगा , केवल विशेष अवसरों पर जब करना
आवश्यक हो तब ही सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग करें.
३. बाल धोते समय केवल बालों की
जड़ों को ही उंगलियों के पोरों से हलके हाथों से मालिश करके साफ़ करें न कि बालों को
कपड़ो की तरह रगडकर साफ़ करें.
दो मुह वाले बाल |
४. बालों को धोने के पश्चात्
हल्के हाथों से ही पौंछें न कि तौलिए से रगडकर साफ करें.
५. कोशिश करें कि रबड़ बैंड का
प्रयोग न करें और अगर करे तो उन्हें कभी भी खींचकर ना उतारें.
उपर लिखीं सावधानियो के बरतने के बाद भी यदि किसी कारण से बाल दो मुँहे हो
जाए या उनकी संख्या में वृद्धि होती रहे तो इसके इलाज के लिए दो तरीके हैं :-
१. ट्रिमिंग :- ट्रिमिंग प्रक्रिया के
अंतर्गत दो मुँहे बालों को कैंची की सहायता से काटा जाता हैं. इस प्रक्रिया में
आपके बालों की लम्बाई में बिलकुल ना के बराबर फर्क आता हैं. यह प्रक्रिया हर तीन
से चार हफ्तों के अन्तराल में करा लेनी चाहिए, यदि किसी के सिर पर दो मुँहे बालो
की संख्या अधिक है तो वह हर १५ दिन में भी ट्रिमिंग करा सकता हैं.
Do Muhe Bal |
२. सीजिंग :- सीजिंग विधि के अंतर्गत
बालों की एक लट को रस्सी की तरह घुमाकर बल देते हैं. ऐसा करने से जो दो मुँहे बाल
होते है वें उस लट से बाहर की ओर निकल आते है फिर उन बाहर निकले छोटे छोटे बालों
को मौमबती की लौ की सहायता से सावधानीपूर्वक जलाकर खत्म कर दिया जाता हैं. इस विधि
का उपयोग किसी अनुभवी व्यक्ति द्वारा ही किया जा सकता है क्युकि इस विधि को प्रयोग
में लाने के लिए बहुत ही सावधानी और अनुभव
की आवश्कता होती हैं.
उपरोक्त दोनों विधियों में
सरल व उचित उपचार ट्रिमिंग ही हैं. इन दोनों विधियों को अपनाने के बाद बालों की
कंडीशनिंग करना भी जरूरी होता हैं. साथ ही जिस प्रकार बालों की अन्य समस्याओं को
दूर करने हेतु केवल एक बार का ही उपचार पर्याप्त नहीं होता ठीक उसी प्रकार दो मुँहे
बालों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी केवल एक या दो बार उपचार करना पर्याप्त
नहीं होता. दो मुँहे बालों की समस्या के ग्रसित व्यक्तियों को एक निश्चित अन्तराल
के बाद किसी एक विधि द्वारा दो मुँहे बालों को निकलवाते रहना चाहिए.
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