पूरे शरीर में दर्द का इलाज
यदि
मानव के सारे शरीर में दर्द हो तो उसे ‘ पार्शव दर्द’ या ‘ सर्वांग पीड़ा ’
कहते है. इस प्रकार की पीड़ा को
ठीक
करने के लिए अजमोद को थोड़े तिल के तेल में उबालकर ठंडा होने पर इस तेल से मालिश करने से शरीर की पीड़ा दूर हो जाती है । इसके आलावा अजमोद के पत्तों को पानी में उबाल ले गर्म
गर्म पत्ते पीड़ित के जमीन पर बिछा दें और रोगी को इस पर लेटने
के लिए बोले , रोगी को इस पर लेटाने के बाद हलके गर्म पानी से रोगी की सिकाई करे और ऊपर से रोगी को हल्का सूती कपड़ा उढ़ा दें । इस प्रकार भी इन सभी बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है ।ये प्रयोग बंद कमरे में
करना है हवा के संपर्क से बचना है .
कुष्ठ
व
चर्म रोग :-
यह बीमारी चर्म रोग से सम्बंधित होती है । कुष्ठ और शीत पित्त में अजमोद को बारीक़ करके पीस लें । इस चूर्ण की २ - ५
ग्राम की मात्रा को गुड के साथ खाएं । इस प्रयोग को लगातार ७ दिनों तक एक दिन में दो या तीन बार पीने से इस बीमारी की शिकायत दूर हो जाती है । लेकिन ध्यान रहे कि यह दवाई खाने के बाद पानी या कुछ और अन्य पदार्थ न पीयें ।
शूल या दर्द का इलाज : -
अजमोद
की जड़ को उबालकर ठंडा पीने से या अजमोद के चूर्ण की २ -५
ग्राम की मात्रा की फांकी मारने से शूल और सर्वांग शोथ का रोग ठीक हो जाता है । यदि शूल अधिक हो तो इस प्रयोग को एक दिन में कम से कम ३ -४
बार करने से फायदा मिलता है ।
घाव , फोड़ा फुंसी का इलाज :-
इस बीमारी में शरीर पर फोड़ा , फुंसी , या घाव हो जाता है । फोड़े या फुंसी को जल्दी पकाने के लिए अजमोद को थोड़े से गुड के साथ पीसकर इसे थोड़े से सरसो के तेल में पकाकर फोड़े , फुंसी , या घाव पर हलकी गर्म अवस्था में
बाँध दें । इस प्रकार की विधि का प्रयोग करके व्रण विकार की बीमारी या चर्म रोग से छुटकारा मिल जाता है ।
शीत ज्वर
/ सर्दी का बुखार ठीक करने का उपाय : -
सर्दी
के कारण बुखार हो जाने पर अजमोद की ४ ग्राम की मात्रा को रोजाना ताजे पानी के साथ बिना चबाये निगल जाये इससे शरीर की सर्दी और जीर्णज्वर ठीक हो जाता है ।
गर्भवती महिला अजमोद का सेवन न करे
अजमोद
के खाने के बाद छाती में जलन पैदा हो जाती है । गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए । क्योकि यह गर्भाशय उत्तेजिक होती है इसके उपयोग से गर्भपात भी हो सकता है ।
अपस्मार
से पीड़ित रोगी को भी अजमोद का सेवन नहीं करना चाहिए ऐसा करने से हानि हो
सकती है ।
अजमोद का अधिक सेवन निषेध है ये डॉक्टर की सलाह से ही लेना
चाहिए .
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