अकसीर
नेत्र
नेत्र अक्सीर को बनाने के लिए क्या क्या और कितनी मात्रा में लेना है वो कुछ इस प्रकार है -
आक के पूरे हिस्से को जैसे फल - फूल, पत्ते, टहनी, जड़ आदि को इक्कठा कर ले फिर उसे सुखा ले और जला कर राख बना ले उसके बाद इसे केवल मिट्टी के बर्तन में ही रखते है इसके साथ हमें इस मिट्टी के बर्तन में इस राख के मुकाबले आठ गुना पानी के साथ भिगो कर रख देंगे इसमें एक बात ध्यान में रखने वाली ये है के इस बर्तन को हमेशा खुला ही रक्खे और साथ ही साथ इसे हमें दिन में तीन - तीन
बार किसी लकड़ी की डंडी की सहायता से कुछ देर हिलाते रहे याद रहे तीन समय ही बस ऐसी प्रक्रिया केवल तीन दिन तक ही करनी है फिर चौथे दिन जो पानी इसके ऊपर आया हुवा है उस पानी को निथार कर निकाल ले उस पानी को अपने पास रख कर बाकी के बचे द्रव्य को फैंक दे फिर निथरे द्रव्य को किसी लोहे की कढ़ाई में पका ले पकते पकते ये द्रव्य एक सफेद लार में परिवर्तित हो जाएगा जो इसे सफेद लार को अकसीर नेत्र कहा जाता है
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नेत्र अकसीर, Netra Rog, Home Remedies for Eye Problems in Hindi |
इसको प्रयोग करने का तरीका -
इसको बारीक पीस ले और इक्कट्ठा कर ले फिर इसके अंदर से एक एक सलाई हर सुबह अपनी आँखो में लगा ले जो आँखो के लिए लाभदायक सिद्ध होता है और जो हमारी आँखो में सफेदी होती है उसके लिए काफी लाभदायक होता है इन सबके अलावा भी इसमे कई और भी गुण होते है
जैसे - ये भोजन को पचाने में भी उपयोग की जाती है ये दमे की शिकायत और खाशी तथा बिच्छू के काटने पर भी उपयोग में लाई जाती है इसके सेवन करने के तरीके रोगानुसार अलग अलग है।
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