आलू से रोग निदान
आलू हेर घर में पायी
जाने वाली सब्जी है क्यूंकि इसमें विटामिन,वसा, कार्बोहइट्रेट बहुतायत मात्रा में पाया
जाता है । इसका प्रयोग लगभग सभी सब्जियों के साथ किया जा सकता है ।
रक्त पित या अम्लता
विटामिन सी की कमी से होने वाला रोग है जो शरीर में अपने आप ही हो जाता है और शरीर
को अंदर से खोखला बनाना शुरू कर देता है । इससे शरीर में अंदरुनी ताकत नहीं रहती और
अनेक रोग हो सकते है अतः आलू को कच्चा या आग में छिलके समेत भून कर अथवा उबाल कर खाने
से लाभ मिलता है ।
बेरी बेरी रोग जो बच्चो
और बड़ो को भी हो सकता है इंसान को पैरो से अशक्त बना देता है की इंसान का चलना मुश्किल
हो जाता है अतः ऐसे मरीज़ को दिन में ४-५ बार आलू का रस निकल कर पिलाने से राहत मिलती
है ।
उच्च रक्तचाप के मरीज़
यदि आलू को नमक के पानी में उबाल कर खाए तो उन्हें इससे अच्छा फायदा मिलता है और रक्तचाप
भी समान्य रहता है
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आँखों के लिए आलू को
घिस कर पानी का हल्का सा छिड़काव करने से जो लई सी बनती है उसे आँखों में डालने से नजर
तेज़ हो जाती है और सभी समस्याएं दूर हो जाती है ।
जो बच्चे दुर्बल होते
है उन्हें आलू का रस दिन में दो या तीन बार पिलाने से बच्चे ठीक रहते है और उनका स्वस्थ्य
भी ठीक हो जाता है ।
किसी भी कारन शरीर
में सूजन आ जाने पर आलू को उबाले और किसी कपडे में आलू लेकर उस भाग पर सेकने से आराम
मिलता है । और सूजन उतरनी शुरू हो जाती है ।
कील मुहांसो से चेहरा
भद्दा और बदसूरत लगने लगता है तो हर रोज़ रात को सोने से पहले आलू को पीस कर अपने चेहरे
पर लगाकर सोये और सुबह उठकर ठन्डे पानी से धो दे चेहरा साफ और चमकदार बन जाता है ।
जिनको गुर्दो में परेशानी
हो उन्हें आलू का ज्यादा से ज्यादा अपने भोजन में उपयोग करना चाहिए इससे गुर्दे ठीक
हो जाते है ।
पथरी हो जाने पर भी
ज्यादा से ज्यादा आलू को अपने खाने में लेने से पथरी गाल कर बाहर निकल जाती है ।
जब बच्चा या बड़ा कभी
आग से जल जाये तो कच्चे आलू का रस उस पर बार बार लगाने से तुरंत आराम पहुचता है और
निशान भी नहीं पड़ते है ।
जिनके दिल में जलन
रहती हो तो उन्हें आलू का रस या कच्चा आलू का टुकड़ा चबाते रहने से इस समस्या से निजात
मिल जाती है । एक हफ्ते तक दिन में २-३ आलू ले ।
जब शरीर पर चोट से
नीले निशान से हो जाये तो कच्चे आलू को उस पर कई बार मसले तो वे निशान ठीक हो जाते
है ।
गर्मी में लू लग जाये
तो रोगी को हर तीन से चार घंटे बाद आलू का रस आधा गिलास के लगभग पिलाने से राहत मिलती
है ।
जिन्हे हिस्टीरिया
के दौरे पड़ते है उन्हें दिन के दोनों समय आलू का रस पिलाने से ठीक हो जाते है ।
पेट में हाज़मा या खट्टी
डकारों की समस्या हो तो आलू को आग में भून कर दिन के तीनो समय खिलने से राहत मिलती
है ।
जोड़ो में दर्द हो तो
कच्चे आलू की चटनी बना कर दर्द के जगह पर मसल दे तो दर्द में आराम मिलता है |
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