नीम की कडवाहट में छिपे है गुण |
नीम के बारे में तो सब जानते है | लेकिन इसके गुणों
के बारे में कोई – कोई ही जानता है | इसमें कई औषधीय गुण विद्यमान होते है | नीम
के पेड़ के सभी हिस्सों का उपयोग किसी न किसी बीमारी को ठीक करने के लिए किया जाता
है | जैसे नीम के फल , बीज , छाल , तेल , पत्ते , जड़ , आदि | इन सभी का कोई न कोई
उपाय जरुर है | प्राचीन काल से नीम को एक औषधी के रूप में माना जाता है | और इससे
बिमारियों का इलाज किया जाता रहा है | नीम में बिमारियों से लड़ने के गुण होते है |
बड़े – बुजर्गों का कहना है कि पृथ्वी पर जीवन सूर्य की शक्ति से चलता है | क्या आप
जानते है कि नीम ने सबसे ज्यादा उर्जा ग्रहण किया है | इसी कारण इसे रोगों का नाश
करने वाली औषधी माना है | इस धरती पर मिलने वालों पत्तों में से सबसे जटिल नीम का
पत्ता ही है | नीम के पत्तों में अबसे अधिक औषधीय गुण होते है | नीम का उपयोग भारत
में ही नही बल्कि दुसरे देशों में भी किया जाता है | इसे एक चमत्कारी पेड़ समझा
जाता है | आज के समय में नीम के पेड़ इतने दिखाई नही देते | यह सबसे बड़े अफ़सोस की
बात है | परन्तु अब लोग नीम एक गुणों के जानते हुए नीम के पेड़ उगाने की कोशिश कर
रहे है | क्योंकि नीम एक पेड़ से आप कई बिमारियों को ठीक कर सकते है | यदि आप
मानसिक रोगी है तो इस रोग को दूर करने के
लिए नीम की पत्तियों से झाड़ा लगाया जाता है | इसके आलावा यदि आपके दांतों में दर्द
होता है तो नीम एक पेड़ की दातुन का उपयोग किया जाता है | कोई व्यक्ति यदि छुत की
बीमारी का शिकार है तो उसे नीम की पत्तियों पर लेटाया जाता है| इस उपाय को करने से
आपके शरीर का सारा गंद साफ हो जाता है और आपके शरीर में उर्जा भर देता है | नीम का
पेड़ आस – पास होने से वातावरण साफ और सुरक्षित रहता है |
neem ke ped ke sbhi hisson ka pryog |
नीम के उपयोग से बैक्टीरिया को करें दूर :- हमारे आस –
पास के वातावरण में बहुत से बैक्टीरिया होते है | हमारे शरीर में भी लाखों की सख्या
में बैक्टीरिया भरे हुए है| क्या आप जानते है कि हमारा शरीर लाखों छोटी – छोटी
कोशिकाओं से बना हुआ है | और इन्ही में सबसे अधिक बैक्टीरिया पाए जाते है | आपके
शरीर में इतने बैक्टीरिया है कि आप सोच भी नही सकते| लेकिन इन बैक्टीरिया में से
सभी हमे नुकसान नही देते बल्कि कुछ हमारे लिए फायदेमंद भी है | इनके बिना हमारा
शरीर स्वस्थ नही रहता है | परन्तु कुछ ऐसे भी है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए
हानिकारक होते है | इन हानिकारक बैक्टीरिया को दूर करने के लिए रोजाना नीम के
पत्ते का सेवन करना चाहिए | इसका सेवन करने से हानिकारक बैक्टीरिया अन्तो में ही
नष्ट हो जाते है |
मनुष्य के शरीर के अंदर आवश्यकता से अधिक बैक्टीरिया
नही होने चाहिए | यदि बैक्टीरिया अधिक हो जाते है | तो आपकी उर्जा समाप्त होने लग
जाती है | आप अपने आप को थका हुआ महसूस करते है | यदि आप रोजाना नीम की पत्तियों
का सेवन करेंगे रो आपके शरीर में जरूरत से अधिक बैक्टीरिया नही होंगें | इस उपाय
के आलावा आप एक और उपाय कर सकते है | जिसका वर्णन इस प्रकार से है |
NeeM Kren Shrir Ki Andhruni Sfaai |
नीम की कुछ पत्तियों को पीसकर एक लेप बनाएं | इस लेप
को स्नान करने से पहले अपने पुरे शरीर पर लगा लें | जब यह लेप सुख जाये तो इसे पानी
से अच्छी तरह से धोकर साफ कर लें | इस उपाय को करने से आपके शरीर पर उपस्थित
बैक्टीरिया नष्ट हो जायेंगे | इसके बाद नीम की पत्तियों को पानी कुछ घंटे डालकर
छोड़ दें |इसके बाद नहायें | इसे भी शरीर के बैक्टीरिया नष्ट हो जाते है | आप रात
के समय पानी में नीम की पत्तियों को डालकर छोड़ दें | और अगले दिन सुबह के समय उस
पानी से नीम की पत्तियों को हटा कर नहा लें | यह उपाय भी कारगर है |
नीम के उपयोग से एलर्जी को दूर करें :- शरीर में कई
बार एलर्जी हो जाती है | इसे दूर करने के लिए एक उपाय है | :- नीम की पत्तियों को
पीसकर पेस्ट बना लें | इस तैयार पेस्ट की छोटी – छोटी गोलियां बना लें | रोजाना एक
गोली सुबह के समय और एक गोली रात के समय शहद में डुबाकर खाएं | इस गोली को खाने के
बाद एक घंटे तक कुछ भी ना खाएं | ताकि नीम की गोलियां अपना प्रभाव छोड़ सकें | इस
उपाय को करने एलर्जी , स्किन की सभी तरह के रोग ठीक हो जाते है | इस उपाय को आप
सारी उम्र भी कर सकते है | यह एक आयुर्वेदिक उपाय है | जिसे करने से आपके शरीर को
किसी प्रकार की हानि नही होती | बल्कि फायदा ही होता है | नीम छोटे – छोटे पत्ते
बहुत ही कोमल होते है | इनका स्वाद भी कम कडवा होता है | इन पत्तों को रोजाना सुबह
एक समय खाली पेट खाने से लाभ मिलता है |
अनेक बिमारियों को ठीक करता है नीम :- नीम में बहुत
से चमत्कारी गुण होते है | इसके उपयोग से हम कई सारे रोगों को ठीक कर सकते है | यह
हमारे शरीर में होने वाली कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर देता है | दुनिया के प्रत्येक
मनुष्य के शरीर में कैंसर वाली कोशिकाएं होती है | लेकिन ये कोशिकाएं एक स्थान पर
नही होती है | ये शरीर में अलग – अलग स्थान पर बिखरी हुई होती है | अगर आप कैंसर
को उत्पन्न करने वाले पदार्थों का सेवन करते है | तो ये सभी कोशिकाएं एक साथ
इक्कठी हो जाती है | जो आगे चलकर एक गंभीर समस्या को जन्म देती है | जैसे हम एक
लकड़ी को आसानी से तोड़ सकते है | लेकिन जब जब बहुत सारी लकड़ी इक्कठी हो जाती है तो
हम उन्हें तोड़ नही सकते | ठीक वैसे ही हमारे शरीर में जब कैंसर फैलाने वाली
कोशिकाएं अलग – अलग स्थान पर होती है |
हमारा शरीर इस रोग की चपेट में नही आता |
और जब ये कोशिकाएं एक साथ इक्कठी हो जाती है, तो हमे एक भयानक रोग लग जाता है | यदि
आप निरतंर नीम की पत्तियों को सुबह के समय खाली पेट खाते है तो इससे आपको कैंसर
जैसा रोग नही लगता | नीम का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए अति लाभदायक होता है | इससे
शरीर की सभी कोशिकाओं में से गंध बाहर निकल जाता है | नीम में इतनी क्षमता होती है
कि यदि आपके शरीर के खून में कुछ जम जाता
है | तो यह उसे आसानी से साफ कर देता है | जो लोग मधुमेह के रोग से पीड़ित है
,उन्हें रोजाना नीम की बनी हुई गोलियों का सेवन करना चाहिए | यह उपाय उसकी सेहत के
लिए अति लाभदायक है | इस उपाय को करने से उनके शरीर में इंसुलिन पैदा करने वाली
क्रिया तेज हो जाती है |
Neem Se Mansik Rog Ka Jhada |
यदि नीम का उपयोग रोजाना किया जाता है | तो यह हमारे
शरीर में गर्मी लाता है | इसके साथ ही इसके उपयोग से हमारे शरीर की गंदगी साफ हो
जाती है | जब हमारा शरीर अंदर से बिल्कुल साफ हो जाता है | तो हमे किसी भी प्रकार
की बीमारी नही होती है | और हमारे संदर एक उर्जा का संचार होता है | हमे रोजाना
नीम की कुछ पत्तियों को चबा – चबाकर खाना चाहिए | इसे खाने से हम कई तरह के
संक्रमण से बच जाते है | और हमारा खून साफ हो जाता है | इसके आलावा नीम के और भी
कुछ उपयोग है | जिसका वर्णन इस प्रकार से है |
Neem Ki Goliyaon Se Kren Skin Elrji Ko Thik |
यदि आपके शरीर पर या चेहरे पर फोड़े – फुंसी हो जाते
है | तो उसे ठीक करने के लिए नीम के पत्तों का लेप लगाना चाहिए | इस उपाय को करने
से जल्द से जल्द लाभ मिलता है |
कोई व्यक्ति यदि चेचक नामक रोग के इन्फेक्शन से घिरा हुआ है तो उस व्यक्ति
को पानी में नीम के कुछ पत्तों को डालकर उबालकर नहाना चहिये | इससे लाभ मिलता है |
नीम के पेड़ की कुछ पत्तों को तोडकर उसे पीस लें और उनकी छोटी आकार की
गोलियां बना लें | इन गोलियों को रोजान सुबह के समय और शाम के समय शहद में डूबा कर
खाएं | इस उपाय को करने से खून साफ होता है |
यदि पेट में कीड़े हो जाये तो नीम के पेड़ की कुछ ताज़ा पत्तियों को तोडकर
उसका रस निकाल लें | इस रस में थोडा सा शहद मिलाकर खाएं | इस उपाय को करने से पेट
के कीड़े खत्म हो जाते है |
नीम के सूखे हुए पत्तों को जलाकर धुँआ करने से घर में और आस – पास के
बैक्टीरिया समाप्त हो जाते है |
Neem Ke Upyog Se Kren Vibhinn Bimairiyon Ka ilaj |
नीम के उबले हुए पानी से स्नान करने से दाद , खाज , खुजली की समस्या दूर हो
जाती है |
जो लोग दमे के रोग से पीड़ित है | उन्हें नीम के पत्ते को पीसकर उसके रस की
कुछ बूंदों को पान के साथ मिलाकर खिलाएं | इस उपाय को करने से रोगी की बीमारी में
कुछ हद तक सुधार होता है |
नीम का स्वाद बहुत ही कडवा होता है | इसलिए बहुत से लोग इसे खाना पसंद नही
करते | लेकिन नीम में बहुत से आयुर्वेदिक गुण छिपे हुए होते है | जो हमारे
स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते है | नीम हमारे स्वास्थ्य के आलावा हमारे बालों के
लिए और हमारी स्किन के लिए भी बहुत ही असरदार दवा है | यदि आप नीम के पत्तों को
नही खाना चाहते है तो इसी से निर्मित नीम का जूस पी सकते है | इसमें भी उतने ही
गुण होते है तो की नीम के पत्तों में होता है | तो चलिए जानते है कि नीम के जूस के
लाभ क्या है और इसे कैसे पीना है |
कैसे पीयें :- नीम का रस स्वाद में बहुत ही कडवा होता
है | इस औषधी को पीना बहुत ही मुश्किल होता है | परन्तु यदि आपको नीम से होने वाले
लाभों को प्राप्त करना है तो इसे एक कडवी दवा समझ कर पी जाएँ | नीम के रस को पीने
से अनेक लाभ मिलते है जैसे कि यह हमारी स्किन से जुडी हुई हर समस्या को दूर करता
है |
नीम का जूस पीयें |
नीम के जूस का स्वाद अलग करने के लिए आप उसमे थोडा सा
नमक और काली मिर्च का पावडर भी मिला सकते है | इसके आलावा आप इसमें स्वाद के लिए इसमें
मसाला भी डाल सकते है |
बहुत से लोग ऐसे है | जिन्हें नीम की गंध अच्छी नही
लगती | उसे सूंघते ही उन्हें उल्टी करने का मन करता है | यदि आप इसके रस को निकाल
कर कुछ देर तक फ्रिज में रख दें | या कुछ समय के लिए आइस क्यूब में डालकर रख दें |
इसकी गंध चली जाती है | इसके बाद आप इस रस को पी सकते है | लेकिन आपकी सेहत के लिए
यह सबसे उतम होगा की आप जब भी नीम का रस निकालें | उसे तुरंत पी जाएँ | क्योंकि
यदि नीम कू आधे घंटे तक भी स्टोर करके नही रखा जाता |
नीम के रस को हमेशा सुबह के समय खाली पेट पीयें | यदि
आप इसकी कड़वाहट की वजह से नही पीते है | तो आप इसमें थोडा सा काला नमक और काली
मिर्च का पावडर मिला सकते है | इसके आलावा आप इसमें थोडा सा गर्म पानी भी मिला लें
|
नीम की दातुन के फायदे |
नीम का रस पीने से अपनी नाक को दबा लें | इससे आपको
जूस पीने से आसानी होगी | अगर आपको नीम के गुणों को प्राप्त करके अपनी बीमारी को
ठीक करना चाहते है तो इसमें चीनी बिल्कुल भी ना मिलाएं |
ये थे नीम के कुछ गुण और लाभ | जिसके बारे में हमने
आपको बताया है | इस जानकारी को हासिल करके आप अपने शरीर की बीमारी को दूर कर सकते
है |
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