मूर्छा अथवा बेहोशी की हालत :-
बेहोशी की हालत में
व्यक्ति कुछ समय के लिए अचेत हो जाता है | उसे किसी भी चीज का होश नही रहता | कि
वह कंहा पड़ा हुआ है | व्यक्ति के बेहोश होने के कई कारण हो सकते है | इन कारणों के
नाम निम्नलिखित है | मूर्छा , दिमागी चोट , किसी भी तरह का दौरा पड़ना , मिर्गी आने
से , मधुमेह के रोग के कारण , या शरीर में
ऑक्सीजन की कमी के कारण | आदि कुछ कारण हो सकते है बेहोशी के | कई बार व्यक्ति का
शरीर बहुत कमजोर हो जाता है | जिससे उसे चक्कर आने लगते है | और कई बार तो बेहोश
भी हो जाते है | अगर आपके सामने कोई बेहोश हो जाये तो आपको कोई क्या करना चाहिए |
इस बात की जानकारी हम आपको दे रहे है |
मूर्छा या बेहोशी की हालत में क्या करें |
बेहोशी की हालत में क्या करें :- यदि कोई बेहोश हो
रहा है , चाहे वो स्त्री या पुरुष उसे गिरने से पहले ही पकड़ लें |
उसके शरीर पर चिकोटी कटकर देखें कि उसके शरीर में
किसी प्रकार की हरकत हुई है या नही | उसने अपनी ऑंखें खोली है या नही |
Behoshi Ki Halt Mein Kya Nhi Krna Chahiye |
अगर कोई व्यक्ति आपके पकड़ने से पहले ही गिर जाये तो
उसके शरीर पर चोट देखें | इसके बाद बेहोशी के आने का कारण जाने |
पुरुष या महिला की बेहोशी की हालत में सिर को झुकाकर उसके
शरीर को एक समान आकर लें | इसके बाद उसकी टांगों को थोडा सा ऊपर उठायें | ऐसा करने
से खून का प्रवाह मष्तिष्क की ओर होने लगता है |
यदि व्यक्ति चुस्त कपड़े पहना हुआ है तो उसके कपड़ों को
उतारकर उसे ढीला कपड़ा पहना दें | ताकि उसे गर्मी के कारण घबराहट ना हो |
बेहोशी की हालत में क्या ना करें :-
रोगी को कुछ भी खाने अथवा पीने की चीजे ना दें |
बेहोश हुए रोगी को तब तक उठने ना दे जब तक कि उसे
अच्छी तरह से होश ना आ जाये | यदि उस स्थान पर अधिक गर्मी हो तो ज्यादा भीड़ जमा ना
होने दें |
ये थे कुछ उपाय जो आपको बेहोश हुए रोगी के साथ करने
होते है | इन छोटी – छोटी बातों की जानकारी अपन पास हमेशा रखें |
मूर्छा या बेहोशी की हालत में क्या करें , Murchha Ya Behoshi Ki Halt Mein Kya Kren |
Behoshi Ki Halt Mein Kya Nhi Krna Chahiye | Muchha Ya Behoshi Ke Karan |
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