गोवा के खुबसुरत समुंद्री तट
:_ गोवा भारत का सबसे छोटा राज्य है | लेकिन यंहा के सुंदर समुन्द्र के द्रश्य आपको
किसी और स्थान पर देखने के लिए नंही मिलंगे| यह एक खुबसुरत और प्रसिद्ध शहर है | यंहा
की प्राक्रति का नजारा सबसे अलग और अद्भुत् है | तो आज हम आपको गोवा के बारे में
कुछ जानकारी दे रहे है |
गोवा एक स्वर्ग जैसा स्थान | |
गोवा पर पहले पुर्तगालियों का
शासन चलता था | इस राज्य पर उन्होंने लगभग 450 सालो तक राज किया | महाभारत जैसे
पवित्र ग्रन्थ में इसका नाम गोपराष्ट्र है यानि गाय चराने वाला देश | गोवा को पहले
ओर भी कई नामों से जाना जाता है | जैसे :- संस्क्रत में गोपकपूरी और गोपकपट्टनकहा |
कोंकण भाषा में इसे गोवाराष्ट्र
के नाम से जाना जाता है | लेकिन आज इस सुंदर शहर को हम गोवा के नाम से जानते है | यह
सन 1961 ईसवी में आजाद हुआ था | इसे एक स्वतंत्र राज्य के रूप में स्वीकार किया
गया | गोवा का क्षेत्रफल 3702 वर्ग किलोमीटर का है | यंहा पर 101 किलोमीटर लम्बा
और बेहद खूबसूरत तट है | गोवा में सबसे अधिक मछली का उद्योग किया जाता है | इस
स्थान से केवल मछली ही नहीं बल्कि और भी स्थानीय समाना का निर्यात दुसरे देशों में
किया जाता है | वैसे यंहा का मुख्य उध्योग पर्यटन है |
गोवा के बीच |
गोवा के लोग और उनका रहन सहन
:- गोवा में 60 प्रतिशत हिन्दू धर्म के और 28 % इसाई धर्म के लोग एक साथ रहते है |
इस स्थान पर 450 साल तक पुर्तगालियों का राज था इसलिए यंहा यूरोपीय संस्क्रती अधिक
दिखाई देती है | गोवा की एक विशेष बात है कि यंहा के इसाई जाति में कुछ हिन्दू
धर्म को मानने वाले लोग भी शामिल होते है | जो अपनी इच्छा से इसाई धर्म को मानते
है | इस स्थान पर हिन्दुओं के सबसे प्राचीन मंदिर उपस्थित है | गोवा की संस्क्रति
बहुत पुरानी है | कहा जाता है कि लगभग 1000 साल पहले इसे कोंकण कशी के नाम से जाना
जाता था | पुर्तगालियों ने यंहा की संस्कृति को बहुत हानि पंहुचाई लेकिन यंहा की
मूल संस्कृति इतनी मजबूत थी कि घर्म को जबर्दस्ती बदलने पर भी नही मिटी |
गोवा के बीच |
गोवा में घूमने का स्थान :-इस
स्थान पर अधिकतर लोग गर्मियों की छुट्टी बिताने के लिए आते है | लेकिन यंहा अगर आप
बारिश के मौसम में आते हो तो आपको चारों और प्रकृति के सुंदर नजारे देखने को
मिलंगे | यह स्थान प्रक्रति के प्रेमियों को अधिक पसंद आता है | गोवा में छोटे और
बड़े तटों में मिलाकर लगभग 40 समुंद्री तट है | इनमे से कुछ तट को अंतर्राष्ट्रीय
तटों के रूप में स्वीकार किया है | इसलिए गोवा को अलग पहचान की प्राप्ति हुई है |
गोवा में हिन्दुओं का मन्दिर |
मांडवी नदी :- पणजी गोवा की
राजधानी है | यंहा के आधुनिक बाजार पर्यटकों को आकर्षित करते है | मांडवी नदी के
तट पर बसे हुए शहर में शाम होते ही घूमने – फिरने वाले यात्री रिवर क्रूज का आनन्द
लेने पंहुच जाते है | यंहा पर संगीत और नृत्य का कार्यक्रम गोवा की संस्कृति की
झलक को दिखता है |
गोवा की शांत जगह |
गोवा का प्रमुख खेल :- गोवा
में सबसे अधिक फुटबाल खेला जाता है | इसके आलावा यंहा हाकी भी खेला जाता है |
गोवा की सबसे शांत जगह :- गोवा
का दक्षिण भाग को सबसे शांत स्थान माना जाता है | यंहा पर प्रसिद्ध चर्च और शांत
समुन्द्र के किनारे है | यंहा का सबसे प्रसिद्ध समुंद्री किनारा कोलवा बीच है परिवार
के साथ आये हुए यात्रियों के लिए यह स्थान अच्छा है | इस स्थान पर अधिक बड़े और
आलीशान होटल है | जिसमे आप कुछ दिन तक ठहर सकते है |
गोवा में दिन की शरुआत :- दिन की शुरू करने के लिए आप
पारम्परिक नाश्ते का मजा ले सकते है | ये नाश्ता आपको उत्तरी गोवा में या पणजी शहर
के बीचों- बीच कैनडोलिम के फुटपाथ पर आसानी से मिल जायेगा | गोवा उन चुनिन्दा शहर
में से एक है जंहा नाश्ते में बियर ली जाती है | नाश्ते के समय आप कैडोलिम की
गलियों में घूम सकते है और शोपिंग कर सकते है | यंहा की गलियों में घूमना – फिरना
आपको बेहद पसंद आयेगा | यंहा पर खासतौर पर अंजुना शनिवार काबाजार लगता है | जंहा
छुट्टी के दिन काफी भीड़ जमा हो जाती है |
कैडोलिम बीच
इस स्थान पर तीन बड़े – बड़े
समुंद्री तट है | कैडोलिम बीच , कैलेग्यूट बीच , और बागा बीच | इन बीचों का रखरखाव
बहुत ही अच्छी तरह से होता है | इन सभी बीचों पर पानी के खेल उपलब्ध है | जंहा आप
खेलों का भरपूर आनन्द ले सकते है | समुन्द्र के किनारे सभी स्टॉलों पर आपको
पारम्परिक सीफूड के साथ बियर डी जाती है | बागा बीच पर दुनिया का सबसे लाजवाब खाना
मिलता है | यंहा के ब्रिटोस नामक स्थान पर यह भोजन मिलता है | गोवा के ये तीनो बीच
कुछ – कुछ दुरी पर है |
अंजुना बीच विश्व प्रसिद्ध कार्लिस
संगम है | यह बीच बहुत छोटी है और शांत भी | इस स्थान पर आप बिना किसी शोर के अपना
जरूरी कार्य कर सकते है | यंहा पर आप कुछ देर तक आराम या पढ़ाई भी कर सकते है | क्योंकि
इस स्थान पर दुसरे स्थान की अपेक्षा अधिक शन्ति होती है | हुक्का पीने वालों के
लिए खासतौर पर यंहा इंतजाम किया गया है |
गोवा का चर्च |
गोवा पार्टी आदि करने के लिए
बहुत ही अच्छा स्थान है | गोवा के लोग सुबह के तीन बजते ही जागना शुरू हो जाते है
| शाम के समय यंहा पार्टी करने से एक अच्छा समय व्यतीत होता है | नाइट क्लब और
रेस्टोरेंट के में देर रात तक ना रहे | क्योकि गोवा में अधिक रात में कोई भी वाहन
नही मिलता | आपको घर पंहुचने में मुश्किल होगी | गोवा के सभी बीचों पर आप किसी भी
रेस्टोरेंट का खाना खाए बियर पीये ओर संगीत का लुफ्त उठा सकते है | बीचों के पास
हमेशा पुलिस का पहरा होता है इसलिए आप बिना पुलिस से पूछे समुन्द्र की लहरों के
पास नही जा सकते है |
शहर के बीच में स्थित पणजी शहर
में आप पुरे भारत का सबसे लजीज खाने का आनन्द उठा सकते है | और एक बेहतर शोपिंग कर
सकते है | इस स्थान पर अन्य स्थानों की अपेक्षा यात्री कम ठहरते है | गोवा में हर
उम्र के व्यक्ति घूमने – फिरने के लिए आते है | और यंहा के सुंदर तटों और समुंदर
की लहरों के मजे लेते है | यंहा पर दुसरे देशों की अपेक्षा अधिक शांति मिलती है | अधिकतर
विदेशी इसी स्थान पर अपनी छुट्टियाँ बिताने के लिए आते है |
गोवा की शानदार जगह |
गोवा तक जाने का रास्ता :- आप गोवा वायु मार्ग से , सड़क मार्ग से या रेल
मार्ग से जा सकते है |
वायु मार्ग से :- डैबोलिम
विमान का क्षेत्र यंहा का प्रमुख हवाईअड्डा है | आप दिल्ली या किसी और राज्य से
हवाई जहाज से जा सकते है |
रेल मार्ग :- गोवा आप रेल से
भी जा सकते है | यंहा पर कोंकण रेलवे की शुरुआत हुई है | आप किसी भी बड़े स्टेशन से
गोवा जाने के लिए ट्रेन ले सकते है |
सड़क से ;- गोवा जाने के लिए
लग्जरी बसें चलाई गई है | मुंबई और बंगलौर होते हुए आप गोवा तक जा सकते है |
गोवा एक स्वर्ग जैसा स्थान | Gova Ke Samundri Bhag , Gova Ka Shnat Vatavarn
; Gova Ke Prsidh Tat , Gova Ka Svadisht Khana |
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