किसी भी व्यक्ति को अगर शरीर मिलता है तो परमात्मा की देन से ही मिलता है. वो
स्वस्थ होना न होना सब परमात्मा की मर्जी है , परन्तु अगर किसी व्यक्ति के शरीर का एक हिस्सा अपंग है तो उस
व्यक्ति के शरीर का आयुर्वेदिक तरीके से उपचार संभव किया जा सकता है.
सामग्री :-
एकांगवीर रस (ekangveer rasa) :- ५ ग्राम
प्रवाल पिष्टी (Prawal pisti) :- १० ग्राम
गिलोय सत (giloye sata) :- १० ग्राम
स्वर्णमाक्षिक भस्म(swaranmakshik bhasma):-५ ग्राम
मुक्ता पिष्टी (mukta pisti) :- २ ग्राम
रसराज रस (rasraaj rasa) :- १ ग्राम
वसंतकुसुमाकर रस (vasant kusumakar) :- १ ग्राम
इन सभी आयुर्वेदिक औषधियों को आपस में मिलाकर एक मिश्रण बनाए | और इस मिश्रण
की बराबर मात्रा में ९० पुड़ियाँ यानि तीन
महीने की खुराक बना लें | और किसी शीशे के
डिब्बे में बंद करके सुरक्षित स्थान पर रख दें | रोजाना एक – एक पुड़ियाँ सुबह और शाम खाना खाने से आधे घंटे पहले खाए |
इन औषधियों का प्रयोग ताज़े पानी के साथ ,
शहद के साथ या मलाई के साथ करने से आपको अति शीघ्र लाभ मिलेगा |
सामग्री : -
त्रियोंदशांग गुग्गुलु (triyodshang guggal) :- ४० ग्राम
चन्द्र प्रभा वटी (chandra prabha vati) :- ४० ग्राम
शिलाजीत रसायन (shilajeet rasayan) :- ४० ग्राम
इन तीनों आयुर्वेदिक औषधियों की एक – एक गोली रोजाना खाना खाने के बाद हल्के
गर्म पानी के साथ खाएं | इसके आलावा अश्वगन्धा नामक चूर्ण की २ – २ ग्राम की
मात्रा को एक दिन में कम से कम तीन बार खाना खाने के बाद खाएं | इस चूर्ण को गाय
के दूध के साथ खाएं |
सामग्री : -
अश्वगन्धारिष्ट (ashwagandharist) :- ४५० मिलीलीटर
इस औषधि की चार चम्मच की मात्रा में चार चम्मच पानी मिलाकर पीने से हमारे
शरीर को बहुत फायदा मिलता है |
नोट :- इन सभी विधियों का उपयोग
करने के आलावा गेहूँ के ज्वारे के २० मिलीलीटर रस में २० मिलीलीटर गिलोय सत की
मिलाकर रोजाना सुबह और शाम के समय खाली पेट पीने से भी विशेष लाभ मिलता है |
ये जानकारी के लिए है , परन्तु दवा लेने से पहले किसी भी चिकित्सक से जरूर संपर्क करे क्योकि हर व्यक्ति के शरीर की जरूरत भी अलग अलग होती है , बिना डॉक्टर की सलाह लेना खतरनाक हो सकता है ,
agar kisi bhi vyakti ke sareer mein koi disability hai koi part purn roop se karya nahi karta to aap is dwa ka upyog chikitsak ki salaha ke baad kar sakte hai , gehun ke jaware se bhi bhaut laabh hai, 20 milileter ras mein giloye sat ki milakar rojana subha or shyam ke time khaali pet peene se visesh laabh milta hai, ayurvedic or prakartik madhyam se kuch dwa daru se upcaar kiya ja sakt ahai , ashwagandha rist
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