श्रावण महीने की
विशेष पूजा कैसे करें
श्रावण महिना वर्ष
का सबसे पवित्र महिना माना जाता हैं. क्योंकि यह महिना शिव भगवान की अराधना के लिए
एक बहुत ही खास होता हैं. इस महीने में शिव भक्त पूरी उमंग और उत्साह के साथ शिव
मन्त्रों का उच्चारण करते हैं, कावड लेने जाते हैं और रोजाना शिवलिंग पर जल चढाते
हैं. शायद ही पूरे देश में ऐसा कोई कोना बचता होगा जहाँ शिव की पूजा इस महीने में
न की जाती हो. तो चलिए जानते हैं की श्रावण मास में शिवजी को प्रसन्न करने के लिए
आप क्या – क्या कर सकते हैं.
श्रावण महीने में शिवजी को कैसे प्रसन्न करें |
· विशेष पाठ कराने का विधान – श्रावण मास में शुभ फल की प्राप्ति हेतु कुछ लोग
लघुरुद्र, महारुद्र, तथा अतिरुद्र का पाठ करते हैं. जिससे उनकी मनोकामना जल्द
पूर्ण हो जाती हैं.
· गंगा स्नान – श्रावण मास में गंगा स्नान का भी विशेष महत्व
हैं. इसीलिए शिवजी की पूजा करने से पहले शिव के भक्त किसी पवित्र नदी या सरोवर में
जाकर स्नान करते हैं और अगर कोई भक्त किसी पवित्र स्थल पर जाकर स्नान करने में
असमर्थ रहता हैं तो वहा अपने घर पर ही नहाने वाले पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर
लेता हैं. तो शिवजी की पूजा करने से पहले गंगा स्नान करने का भी एक विशेष महत्व
होता हैं. इसीलिए श्रावण मास में गंगा स्नान भी जरुर करना चाहिए.
· शिवलिंग का अभिषेक – श्रावण महीने की शुरुआत होते ही लोग सबसे पहले
स्नान करते हैं और इसके तुरन्त बाद शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल, दूध, घी आदि
चढाकर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं. क्योंकि शिवलिंग का अभिषेक करने से भी इसके अलग
- अलग फल भक्तों को प्राप्त होते हैं. जिनके बारे में जानकारी नीचे दी गई हैं.
१. दूध और घृत से अभिषेक – अगर आप श्रावण के महीने में शिवलिंग का अभिषेक दूध
और घृत अर्थात घी से करते हैं तो इससे आपको योग्य सन्तान की प्राप्ति होती हैं.
Shraavan Mahine Mein Shivji Ko Kaise Prasann Karen |
२. दही से अभिषेक – यदि आप शिवलिंग का अभिषेक दही से करते हैं तो
इससे शिव भक्त को पशु धन फल के रूप में प्राप्त होता हैं.
३. कुशोदक – अगर शिवलिंग का अभिषेक कुशोदक से करते हैं तो
इससे समस्त व्याधियां शांत हो जाती हैं.
४. शहद – अगर आप शिवजी का अभिषेक शहद से करते हैं तो इससे आपको धन की प्राप्ति
होती हैं.
५. जल – अगर केवल गंगाजल से ही शिवलिंग का अभिषेक किया जाता हैं तो इससे वर्ष
और शीतलता की प्राप्ति होती हैं.
६. ईख का रस – ईख के रस से अभिषेक करने से भी आपको धन समृद्धि
की प्राप्ति होती हैं.
· श्रावण मास में विशेष सोमवार के दिन की पूजा – जैसा की आप जानते ही हैं कि सावन का महिना हर
व्यक्ति के लिए बहुत ही खास होता हैं. इसलिए इस महीने में हर मंदिर में कुछ खास
प्रबंध भी किये जाते हैं और कुछ खास ढंग से ही शिव की आराधना की जाती हैं. जैसे –
हर सप्ताह में आने वाले सोमवार की तुलना में श्रावण मास के सोमवार विशेष होते हैं.
इसलिए इन्हें श्रावन सोमवार भी कहा जाता हैं. श्रावण मास के सोमवार के दिन की पूजा
के बारे में जानकारी नीचे दी गई हैं.
Savan Ke Somvaar Ki Pooja Vidhi |
१. श्रावण महीने के सोमवार को सबसे पहले गंगाजल से
या पवित्र स्थलों जैसे – हरिद्वार, ऋषिकेश आदि स्थानों पर स्नान किया जाता हैं.
२. इसके पश्चात् व्यक्ति शुद्ध कपडे धारण करते हैं
और शिव मंदिर में पूजा की सभी सामग्री को लेकर जाते हैं.
३. मंदिर में जाकर शिव भक्त सबसे पहले शिवलिंग का
अभिषेक दूध, घी, शहद, गंगाजल तथा दही से करते हैं.
४. इसके बाद शिवलिंग पर फूल, फूलों की माला,
बेलपत्र, भांग तथा पूर्ण षोडशोउपचार चढाते हैं और शिव की पूजा करते हैं.
५. इस दिन मंदिरों में २४ घंटे दीप प्रज्वलित होते
हैं.
श्रावण मास में
भगवान शिव को प्रसन्न कैसे करें
१. रुद्राक्ष की माला – श्रावण मास में रुद्राक्ष को धारण करने का भी
अपना एक अलग ही महत्व होता हैं. इसीलिए इस पूरे महीने में रुद्राक्ष की माला को
अपने गले में जरुर धारण करें.
२. शिव की भभूती – शिव की भभूती को इस महीने के प्रत्येक दिन अपने
मस्तिष्क पर तिलक की तरह लगायें. इससे आपका ध्यान एकाग्र होगा.
३. शिव चालीसा – शिव पूजन करते समय शिव चालीसा का पथ जरुर करें
और सम्पूर्ण पूजा – पाठ करने के बाद शिव की आरती करें और भोग लगायें.
४. महामृत्युंजय मन्त्र – शिवजी की पूजा करते समय महामृत्युंजय मन्त्र का
उच्चारण करना बिल्कुल भी न भूलें. क्योंकि यह एक मात्र ऐसा मन्त्र हैं जिससे शिव
भगवान प्रसन्न तो होते ही हैं इसके साथ ही इस मन्त्र का जप करने से व्यक्ति के
जीवन पर कभी कोई संकट नहीं आता.
५. सोमवार का व्रत – सावन में सोमवार के दिन का खास महत्व होता हैं.
इसलिए अगर आप शिव भगवान की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए सोमवार का
व्रत जरुर रखें.
६. बेलपत्र, दूध, शहद तथा जल - शिवजी की पूजा करते समय शिवलिंग पर बेलपत्र,
दूध, शहद तथा जल जरुर चढाएं.
७. नवविवाहितों के लिए – अगर आपका अभी – अभी विवाह हुआ हैं और सावन के
महीने में आप शिवजी की पूजा करना चाहते हैं तो इसके लिए मंगलागौरी व्रत धारण जरुर
करें. इससे आपको काफी लाभ होगा.
८. वरदलक्ष्मी व्रत – अगर विवाहित स्त्री शिव की पूजा करती हैं तो
उन्हें सावन के शुक्रवार के दिन वरदलक्ष्मी व्रत रखना चाहिए.
९. ॐ नम: शिवाय मन्त्र का जाप – अगर आप सोमवार की पूजा और व्रत कर रहें हैं तो इस
दिन जितना हो सके महामृत्युन्जय मन्त्र तथा ॐ नम: शिवाय मन्त्र का जाप करते रहें.
इन दोनों ही मन्त्रों का जाप करने से आपको शिवजी की कृपा जरुर प्राप्त होगी.
Varsh Ka Sbse Pavita Mahina Savan |
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