गर्मियों का जानलेवा रोग हैजा| |
हैजा एक भयंकर रोग :- हैजा एक बहुत ही
भयंकर बीमारी होती है | हैजा एक ऐसा रोग है जिसमे मनुष्य की जान भी जा सकती है |
हैजा की बीमारी विबियो कोलेरी बैक्टीरिया से फैलता है | इस बीमारी का पूरा प्रभाव
मनष्य की आंतों पर पड़ता है | जिससे उल्टी दस्त हो जाते है | मनुष्य में यह बीमारी दूषित
पानी पीने से और दूषित खाद्य पदार्थों का सेवन करने से होता है | हैजा में कुछ
अवस्थाएं ऐसी होती है ,जिसमे पीड़ित की स्थिति बदलती रहती है | जो भी मनुष्य इस
बीमारी से पीड़ित है उसे समय रहते अपना इलाज करवा लेना चाहिए | अन्यथा इस रोग में
मृत्यु भी हो सकती है | आज हम इस लेख के माध्यम से हैजे से बचने के उपाय के बारे
में कुछ जानकारी देंगे | जिसे अपनाकर आप खतरनाक रोग से लड़ सकते है |
हैजा को दूर करने के उपाय |
हैजा की बीमारी को दूर करने के लिए कुछ
घरेलू उपचार का विवरण इस प्रकार से है |
खरल और गंधक :- इस उपाय को करने से
पहले आपको कुछ सामग्री की आवश्यकता होगी | जैसे :- गंधक :- 5 ग्राम , शुद्ध पारद
:- 5 ग्राम , और अलसी जवाखार की 30 ग्राम की मात्रा को इक्कठा कर लें | इन सभी
सामग्रियों को इक्कठा करने के बाद सबसे पहले पारद और गंधक को खरल में डालकर अच्छी
तरह से मिला लें | जब यह मिश्रण तैयार हो जाये तो अलसी जवाखार मिला दें | इस तरह
से आपकी औषधि तैयार है | इस तैयार औषधि की एक ग्राम की मात्रा में मिश्री मिलाकर
रोजाना ठंडे पानी के साथ हैजे से पीड़ित व्यक्ति को दें | इस उपाय को करने से हैजे
में कुछ राहत मिलती है और रुका हुआ पेशाब खुलता है |
रोगी को नमक और चीनी का घोल देना
चाहिए | ताकि उसके शरीर में लवणों की पूर्ति हो सके |
कपूर और अजवाइन का प्रोयग |
कपूर और अजवाइन :- हैजे के रोगी को
यदि लगातार उल्टी और दस्त आ रहे हों तो उसे ठीक करने के लिए हमारे बताएं हुए उपाय
से एक औषधि तैयार करें | जिससे आप हैजे वाले रोग को दे सकते है | इस औषधि को बनाने
के लिए अजवाइन , शुद्ध कपूर ,अफीम ,लाल मिर्च , और शुद्ध कुलचा को एक समान मात्रा
में लें | अब इन सभी चीजों को बारीक़ पीसकर चने के आकार की गोलिया बना लें | इस तरह
से तैयार की गई गोलियों को हैजे वाले रोगी को लगभग 2 गोली सुबह और 2 गोली शाम के
समय ताज़े पानी के साथ खिला दें | यदि हैजे वाले मरीज का शरीर अकड रहा हो तो ऐसी
स्थिति में कपूर का तेल लें और उस तेल से पुरे शरीर में मालिश कर दें | मालिश करने
के साथ ही रोगी मनुष्य को एक बोतल में गर्म पानी डालकर सिखाई करने के लिए कहें | इस
तरह का उपयोग करने से बहुत लाभ मिलता है |
कस्तूरी और सोंठ को मिलाकर |
कस्तूरी और सोंठ :- हैजे की सबसे
भयंकर अवस्था शितांग की होती है | इस अवस्था में रोगी को सोंठ के तेल कि मालीश
करनी चाहिए |इसके साथ ही साथ मकरध्वज , कस्तुरी और कपूर को आपस में मिलाकर एक
मिश्रण बनाएं | इस मिश्रण को शहद में मिलाकर रोगी को चटायें | इस उपचार को करने से
बहुत लाभ मिलता है |
Haija Ban Sakti Hai Mrityu ka Karan |
प्राक्रतिक चिकत्सा :- रोगी मनुष्य को
अपना मूत्र मार्ग खोलने के लिए प्राक्रतिक चिकत्सा का सहारा लेना चाहिए | इसके लिए
मिटटी को गाढ़ा घोलकर अपने पेडू पर लेप की तरह लगा लें | इसके बाद स्नान करें | फायदा
मिलता है |
रोगी के खान – पान का ध्यान
:- जब आपको लगे कि रोगी की हालत
सुधर रही है तो उसके खाने – पीने की चीजों का ध्यान रखना बहुत अनिवार्य होता है | रोगी
को भोजन में मुंग की दाल , तोरई की सब्जी , रोटी , देनी चाहिए | इन सभी के आलावा
आप रोगी को दलिया , पुदीने की चटनी , पतली खिचड़ी और अजवाइन का रस भी दे सकते है | यह
बहुत हल्के भोजन होते है जिसे रोगों बड़ी ही आसानी से पचा लेता है | और जब रोगी
बिल्कुल ठीक हो जाये तो उसके 48 घंटे यानि दो दिनों तक रोगी को रोटी का ही सेवन
करना चाहिए | ठीक होने से पहले रोगी को दलिया और फल का ही सेवन करना चाहिए |
1 . यदि आप हैजे जैसे रोग से जल्दी ही
मुक्ति पाना चाहते है तो उसके लिए आपको अपनी पाचन शक्ति मजबूत रखने की कोशिश करनी
चाहिए | इसके साथ ही साथ आपको ये कोशिश करनी चाहिए कि आपको कभी कब्ज या गैस ना बने
|
2, ज्यादा भीड़ वाले इलाके में ना जाएँ और ना ही उस स्थान पर भोजन करें
|
पानी हमेशा ताज़ा और स्व्च्छ पीना चाहिए | पानी को सुरक्षित बनाने के
लिए उसे पहले उबल लें , इसके बाद ठंडा कर लें | इस तरह के पानी का उपयोग करने से आपको
बीमारी का खतरा कम हो जाता है |
हमेशा ताज़ा भोजन करना चाहिए | खाना – खाने के लगभग 2 घंटे के बाद ही
पानी पीना चाहिए |
खून को साफ करने के लिए रोजाना निम्बू पानी का सेवन करें | क्योंकि
निम्बू का उपयोग करने से हमे पाचन शक्ति में मदद मिलती है और हमे बदहजमी नही होती
|
निम्बू पानी का सेवन करें |
सभी खाद्य पदार्थों को बनाकर ढक्कन से ढक कर रखें | इसके आलावा रात
में अधिक देर तक ना जागें | जिस काम में अधिक मेहनत लगती है उन सभी कार्यों से बचे
|
सबसे अहम बात जब तक आप पूरी तरह से ठीक नही होते तब तक शारीरिक
सम्बन्ध ना बनाये | इससे आपकी सेहत खराब हो सकती है | तो दोस्तों ये थे हमारे कुछ
टिप्स जिसका उपयोग करने से आप हैजा जैसी बीमारी से राहत पा सकते है |
विशेष बात :- हैजे के रोगी को कम से कम एक बार डॉक्टर्स से सलाह अवश्य
लेनी चाहिए |
गर्मियों का जानलेवा रोग हैजा, Ghrelu
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Mrityu ka Karan , Haija Mein kya nhi krna chahiye |
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