त्रिफला के उपयोग
ज्यादर स्त्रिया बाल झड़ने से परेशान है इसका उपचार करने के लिए ५ ग्राम
त्रिफला चूर्ण में १२५ ग्राम लौह भस्म को मिलाकर रोजाना सुबह और शाम खाने से बालों
का झड़ना बंद हो जाता है |
रात के समय एक चम्मच त्रिफला के चूर्ण को पानी में भिगोकर रख दे | अगले दिन
सुबह इस पानी के साथ अपनी आँखों को धो लें | इससे आखों के सभी रोग ठीक हो जाते है
|
जो मनुष्य पित्त , कफ , प्रमेह , कुष्ठ , आखों के रोग से पीड़ित है | उसे
त्रिफला के चूर्ण को रोजाना सुबह और शाम के समय प्रयोग करे | इससे इन सभी
बीमारियों का नाश होता है |
![]() |
त्रिफला चूर्ण के लाभ , Triphala Benefits in Hindi, home remedies with triphala in hindi, triphala churna ke fayde, त्रिफला क्वाथ कैसे बनाये व सेवन विधि, त्रिफला चूर्ण के फायदे, |
त्रिफला को ४०० मिलीलीटर पानी में उबालकर ठंडा करके इसका क्वाथ बना लें | लगभग
२० मिलीलीटर की मात्रा में प्रतिदिन पीने से विषम ज्वर ठीक हो जाता है |
त्रिफला , दाडिम , राजादन ये सभी औषधि वायुनाशक और मूत्ररोग जैसी बीमारी को
दूर करता है | इसका रोजाना सेवन करने से काम करने की क्षमता मिलती है और शरीर में
फुर्ती और ताकत आती है |
पित्तजनित गुल्म नामक औषधी में हरड और द्राक्षा मिलाकर गुड के साथ पीना चाहिए
| इसके आलावा त्रिफला चूर्ण की ३ से ५ ग्राम की मात्रा को एक दिन में कम से कम तीन
बार प्रयोग करना चाहिए |
रोजाना रात को सोते समय एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को हल्के गर्म पानी के साथ
सेवन करने से पेट से जुडी हुई समस्या दूर
हो जाती है | और साथ ही साथ कब्ज जैसी बीमारी से भी निजात मिल जाती है |
काढ़ा बनाने की विधि : -
रात के समय एक चम्मच
त्रिफला चूर्ण को लगभग २०० मिलीलीटर पानी में भिगोकर रख दे | अगले दिन सुबह के समय
इस पानी को उबाल लें | पानी पकते – पकते जब आधा रह जाए तो इसे छानकर ठण्डा करके
इसमें २ चम्मच शहद मिलाकर रोजाना खाली पेट पीयें | इस प्रकार से तैयार काढ़े को
प्रतिदिन प्रयोग करने से मोटापे को दूर किया जा सकता है | इससे कई किलो तक वजन घट
जाता है |
![]() |
त्रिफला काढ़ा बनाने की विधि और इसका सेवन करने का सही तरीका , triphala kwath banane ki vidhi or iska sevan karne ka tarika |
अम्लपित्त की बीमारी से
पीड़ित मनुष्य को रोजाना आधा चम्मच त्रिफला के चूर्ण का सेवन करना चाहिए | इस औषधी को
प्रतिदिन सुबह , दोपहर और शाम के समय हल्के गर्म पानी के साथ प्रयोग करना चाहिए |
त्रिफला का चूर्ण शक्ति
वर्धक औषधी होती है | इसे रोजाना प्रयोग करने से मनुष्य की कमजोरी
दूर हो जाती है |
जो व्यक्ति काफी लम्बे समय से बीमार हो उसे
रोजाना इस औषधी का सेवन करना चाहिए | इसके सेवन करने से वह हर प्रकार की बीमारी से
मुक्त हो जाता है |
त्रिफला के चूर्ण का प्रयोग
करने से पहले किसी अच्छे और निपुण वैद्य से अवश्य जानकारी ले | क्योंकी इस औषधी का
प्रयोग मौसम के अनुसार करते है तो इसका और अधिक लाभ हमे प्राप्त होता है |
नोट :-
किसी भी गर्भवती महिला को त्रिफला का सेवन नहीं करना चाहिए |
गर्भवती महिलाओं को त्रिफला का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर खुस्क और गर्म रहती है जिससे पेचिश, घबराहट व अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती है. Thanks for the info.
ReplyDeleteVery good information about the ayurvedic treatment
ReplyDelete