एक्ज़िमा
मानव के शरीर में कुछ बीमारियाँ ऐसी होती है जो मानव को परेशान करती है । ऐसी
ही कुछ बीमारियों में से एक्ज़िमा एक कष्ट देने वाली बीमारी है| ये बीमारी हमारी त्वचा
से सम्बंधित होती है । इस रोग में मानव की त्वचा पर फफोले निकल जाते है एक्ज़िमा मुख़्य
रूप से दो प्रकार के होते है जैसे = गीली और सूखी|
गीली एक्ज़िमा :-
इसमें शरीर की त्वचा
पर फफोले या चकत्ते हो जाते है और इसमें पानी जैसा द्रव्य भर जाता है । यह द्रव्य खुजलाने
पर या बिना खुजलाये शरीर से बहता रहता है । इस प्रकार का एक्ज़िमा हमारे शरीर को बहुत
नुकसान पहुँचता है
सूखी एक्ज़िमा:-
इसमें हमारे शरीर की त्वचा से किसी प्रकार का द्रव्य नहीं निकलता
परन्तु हमारे शरीर में खुजली होती रहती है जिससे हमें बहुत परेशानी होती है । इस बीमारी
का उपचार हम घर में ही कर सकते है । यह उपचार सस्ता और सरल है |
इलाज़:-
आम के वृक्ष की छाल =२५ ग्राम
बबूल(कीकर) के वृक्ष की छाल
=२५ ग्राम
इन दोनों छाल को एक लीटर पानी में अच्छी तरीके से उबाल ले| और हमारे शरीर की
त्वचा के जिस भी हिस्से पर एक्ज़िमा है उस स्थान को उबले हुए पानी की भाप से सेके| सेकने की बाद उस भाग पर थोड़ा घी लगा दे| इस उपाय
को करने से यह रोग कम हो जाता है । इस उपाय के आलावा मकोय का रस १५० मिलीलीटर से २१०
मिलीलीटर तक पिए और शरीर की जिस भाग पर एक्ज़िमा है वहाँ मकोय का रस लगाने से एक्ज़िमा
ठीक हो जाता है |
एक्ज़िमा की बीमारी के कारण हमारे शरीर की त्वचा पर दाद-खाज हो जाता
है और त्वचा पर खुजली होने लगती है । इस बीमारी को दूर करने की लिए खुबानी के पत्ते
का रस निकल कर दाद वाली जगह पर लगाने से काफी आराम मिलता है और दाद-खाज दूर हो जाता
है |एक्ज़ीमा से त्वचा पर जलन , खुजली , और बैचनी होने लगती है । इस रोग को दूर करने
के लिए एक जग छाछ ले और इसमें एक साफ़ कपडे का टुकड़ा भिगो दे । और शरीर के जिस स्थान
पर जलन या खुजली है । छाछ में भीगे हुए कपडे से उस स्थान को सके । जितनी देर तक सेक
सके उतनी देर तक सके और फिर उस जगह को साफ कर दे इस उपयोग को करने से त्वचा की जलन
, खुजली , और बेचैनी दूर हो जाती है
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