दिल के रोग होने के कारण और उसके उपाय |
दिल से जुडी हुई बीमारी :- मानव के शरीर के सभी हिस्से महत्वपूर्ण होते है | लेकिन हृदय मानव के शरीर का ही नही बल्कि उसके जीवन का भी एक महत्वपूर्ण अंग होता है | हृदय का मुख्य काम शरीर के सभी अवयव को ओक्सीजन युक्त खून नालिका तक पंहुचना होता है और ऑक्सीजन रहित दुषित खून को फेफड़ों तक पंहुचाते है | इसके बाद फेफड़े दुषित खून को ओक्सीजन में मिलाकर शुद्ध करते है | अगर किसी कारण वश दिल में किसी प्रकार का विकार हो जाता है तो इससे कई रोग जन्म ले लेते है | दिल की बीमारी होने का मुख्य कारण धमनी से होता है | यदि धमनी में विकार होता है तो इससे शरीर की मासपेशियों तक खून का संचार नही हो पाता | जिसके कारण भयानक रोग हो जाते है | जिनका यदि सही समय पर उपचार नही किया गया तो मनुष्य की मौत भी हो सकती है | इस रोग को हार्ट अटैक भी कहते है | मनुष्य को यह रोग उस समय होता है , जब खून का संचार सभी हिस्सों में नही होता | हृदय रोग में धमनी का लचीलापन कम हो जाता है | इसके आलावा इस रोग में दिल के आस – पास बहुत दर्द होता है जिस के कारण व्यक्ति तडपने लगता है | हार्ट अटैक का रोग महिलाओं की तुलना में पुरुषों को अधिक होता है | तो दोस्तों आज हम दिल की बीमारी से जुडी हुई समस्या और उसके लक्षण के बारे में आपको कुछ जानकारी दे रहे है |
Dil Ke Rog Hone Ka Karan Or Uske Upay |
दिल के रोग के कारण :-
ब्लडप्रेशर हाई |
मोटापा
दिल की धमनी की कठोरता
खून का जमना या थक्का बनना |
शरीर में विटामिन सी और कोम्पलेक्स की
कमी |
आदि कुछ कारण है जिनके कारण दिल के
रोग होते है |
जब मनुष्य के शरीर में कोलेस्ट्रोल जम
जाता है और खून का संचार सही तरह से नही होता है तो दिल की बीमारी हो जाती है |
कोलेस्ट्रोल एक मोम की तरह होता है | जो
मनुष्य के शरीर के हर एक हिस्से में होता है | अच्छे स्वास्थ्य के लिए शरीर में
कोलेस्ट्रोल का होना बहुत जरूरी होता है | लेकिन कोलेस्ट्रोल की सही मात्रा ही
शरीर में होनी चाहिए | यदि आवश्यकता से अधिक मात्रा हो गई तो शरीर को भारी नुकसान
हो सकता है | कई बार लोग अपने शरीर में कोलेस्ट्रोल को बदने के लिए वसा युक्त भोजन
का सेवन करना आरंभ कर देते है | लेकिन इससे शरीर में खराब कोलेस्ट्रोल बढ़ जाता है
| जिससे शरीर रोगी हो जाता है | आजकल खाने पीने की चीजो का गलत चुनाव करने से टेंशन अधिक करने से दिल की बीमारी के रोग से
बहुत से लोगों की मौत हो चुकी है | और यह संख्या बढती ही जा रही है |
आज हम आपको दिल की बीमारी को दूर करने
के लिए कुछ घरेलू उपाय के बारे में कुछ
जानकारी दे है | जिनका उपयोग बहुत ही आसान है और अधिक खर्च भी नही करना पड़ता |
घरेलू उपाय करने से यदि शरीर को कोई लाभ नही मिलता है तो इससे शरीर को किसी प्रकार
की हने भी नही होती है | ये उपाय बिल्कुल सुरक्षित होते है |
Dil Ke Rog Ke Liye Lahsun Ka Upyog |
दिल के रोगों को दूर करने के लिए
घरेलू उपाय में सबसे पहले लहसुन का नाम आता है | क्योंकि इसमें एंटीओक्सिडेंट नामक
तत्व मौजूद होते है | लहुसन का नियमित रूप से प्रयोग करने से खून में कोलेस्ट्रोल
नही जमता | लहसुन में खून को पतला करने के गुण विद्यमान होते है | लहुसन का उपयोग
किस प्रकार से करना है | यह जानकारी हम आपको दे रहे है |
विधि :- लहसुन की चार कली को चाकू की
मदद से छोटे – छोटे टुकड़ों में काट ले | फिर इसे एक गिलास दूध में अच्छी तरह से
उबाल लें | जब यह हल्का गर्म हो इसे पी लें | यह बहुत लाभकारी उपाय है | इसके साथ
ही साथ हमे भोजन में लहसुन का अधिक प्रयोग करना चाहिए |
जिस मनुष्य को हार्ट अटैक या दिल का
दौरा पड़ चूका हो , उस व्यक्ति के लिए
अंगूर का सेवन बहुत लाभदायक है | यह हृदय रोगियों के लिए बहुत अच्छा होता है |
अंगूर के रसका उपयोग कुछ
लगातार करने से हृदय की बढ़ी हुई धड्कन नियन्त्रण
में आ जाती है | इसके आलावा इससे हृदय शूल का रोग भी ठीक हो जाता है |
शक्करकंद का उपयोग बहुत ही लाभकारी |
दिल की रोगियों के लिए शक्करकंद का
उपयोग बहुत ही लाभकारी होता है | शक्करकंद में दिल को पोषण देने वाले तत्व पाए
जाते है | शक्करकंद को भूनकर खाया जाता है | जो बहुत लाभदायक है | लेकिन इसका
उपयोग उचित मात्रा में करना चाहिए | शकरकंद बाजार में आसानी से मिल जाती है |
जिस व्यक्ति को दिल का रोग है | उसे
आंवला का सेवन करना चाहिए | आंवला में विटामिन सी अधिक होता है | इसलिए डॉक्टर भी
इसके सेवन को अच्छा मानते है |
आंवला का सेवन करें |
कमजोर दिल वाले इन्सान के लिए सेब
बहुत उपयोगी होता है | इसलिए जब भी सेब का सीजन आये इसका प्रचुर मात्रा में सेवन
करने |
प्याज भी दिल के रोगियों के लिए उत्तम
होता है | प्रतिदिन सुबह के समय खाली पेट 5 मिलीलीटर प्याज के रस का सेवन करें |
इस उपचार को करने से खून में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रोल नियंत्रित हो जाता है |
सेब के सिरके का उपयोग |
जिस व्यक्ति को दिल का रोग है | उसे
कभी भी धूम्रपान नही करना चाहिए | धूम्रपान करने से दिल का रोग और भी भयानक हो
जाता है |
दिल के रोगियों के लिए जैतून का तेल
उपयोगी होता है | इसलिए रोगियों को अपने भोजन में ओलिव ऑयल का प्रयोग करना चाहिए |
इससे खून का संचार सही प्रकार से होता है |
जिस व्यक्ति को दिल का रोग उसे निम्बू
का उपयोग करना चाहिए | इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में निम्बू का रस मिला दें |
और इसका सेवन करें | इस उपचार को रोजाना सुबह के समय करें | ऐसा करने से खून संचार
की नलिकाओं में कोलेस्ट्रोल नही जमता | यह उपचार बहुत ही कारगर है |
हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति को रात के
समय सोने से पहले गुनगुने पानी से भरे टब में कुछ देर तक बैठे | इस गर्म पानी में
कम से कम 10 से 15 मिनट तक बैठे | यह बहुत ही लाभदायक होता है | इस उपचार को एक
हफ्ते में दो बार करें |
शराब और धूम्रपान का सेवन ना करें |
हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति को विटामिन
इ का उपयोग करना चाहिए | इससे रोगी को हार्ट अटैक नही आता | विटामिन ई के उपयोग
करने से शरीर की खून संचार करने वाली नलिकाओं में ओक्सीजन का संचार होता है | इसके
आलावा रोगी को कभी भी शराब का सेवन नही करना चाहिए | यह उसके स्वास्थ्य के लिए
हानिकारक हो सकता है |
हृदय करोगी को नमक का भी कम सेवन करना
चाहिए|
सेब का सिरका , अदरक का रस ,निम्बू का
रस और लहसुन का रस आदि सभी चीजों को आपस में मिलाएं | इस मिश्रण को धीमी आंच पर
पकाएं | जब इस मिश्रण का चौथा हिस्सा रह जाये तो इसे आंच से उतारकर ठंडा होने के
लिए रख दें | इसके बाद इस मिश्रण में तीन गुना शहद मिलाएं | इस तरह एक औषधि तैयार
हो गई | इस औषधि को एक कांच की शीशी में भरकर सुरक्षित रख दें | इस औषधि को
प्रतिदिन सुबह के समय खाली पेट पीयें| इससे बंद नसें खुल जाती है | और दिल के रोग
कम हो जाते है |
लौकी का रस |
लौकी का रस , पुदीने का रस , तुलसी का
रस , काली मिर्च का चूर्ण , थोडा सा सेंधा नमक मिलाकर एक मिश्रण बनाएं | इस मिश्रण
को खाने से दिल मजबूत बनता है और साथ ही साथ पेट की समस्या भी दूर हो जाती है |
पान का रस ,लहसुन का रस , अदरक का रस
, और शहद की एक – एक चम्मच की मात्रा को आपस में मिलाएं | इस उपचार को करने से
रक्त विहिनियाँ साफ़ हो जाती है | यदि आपके लिए लहुसन गर्म करें तो रात के समय खट्टी
लस्सी के साथ भिगोकर रखे इसके बाद सेवन करें |
उड़द का आटा ,अरंडी का तेल ,मक्खन और
शुद्ध गूगल मिलाकर एक मिश्रण बनाएं | इस मिश्रण को सुबह के समय नहाने के बाद अपने
हृदय पर लगा लें | इस लेप को लगाने के दो घंटे के बाद गर्म पानी के साथ धो दें |
इस उपचार को करने से रक्त विहिनियाँ सही तरह से चलती है |
अपने भोज्य पदार्थों में लहसुन ,
किशमिश , पुदीना , हरा धनिया आदि की चटनी बना लें | इसका सेवन करें | इसके आलावा
आंवले के चूर्ण , चटनी , और मुरब्बे आदि का सेवन सही मात्रा में करना चाहिए |
जैतून के तेल का उपयोग |
दालचीनी के चूर्ण को एक कटोरी दूध में
अच्छी तरह से उबाल लें | ये दालचीनी गर्म हो तो एक ग्राम शहद मिला दें | इससे
कोलेस्ट्रोल की मात्रा घट जाती है |
तो दोस्तों ये थे कुछ उपाय जिनको करने
से आप दिल से जुडी हुई हर समस्या का समाधान हो जाता है |
दिल के रोग होने के कारण और उसके उपाय
| Dil Ke Rog Hone Ka Karan Or Uske Upay | Dil
Ke Rog Ke Liye Lahsun Ka Upyog , Seb Or Amle Ke Laabh , Daalchini Ka Upyog,
Dhumrpaan Ka Sevn Hai Hanikarak , Dil Ke Rogi Ke Liye Pyaj Hai Faydemand , Namk
Km Khayen , Seb Ke Sirke Ka Upyog |
Herbal supplements may help in fighting atherosclerosis, the underlying cause of most heart disease. Atherosclerosis causes plaque to build up
ReplyDeletein your arteries, blocking the flow of oxygen-rich blood to your heart and other organs. It can cause a heart attack and even death. visit also
http://www.hashmidawakhana.org/heart-cholesterol-cardiovascular-supplement.html