गेंग्रीन का उपचार करने का तरीका |

 गेंग्रीन का उपचार करने का तरीका
गेंग्रीन का उपचार करने का तरीका 
गले सड़े घाव के उपचार करने के लिए उपाय :- मनुष्य को जीवन में कुछ चोट ऐसी लग जाती है , जो बहुत गंभीर होती है | उदाहरण के तौर पर यदि कोई मधुमेह के रोग से पीड़ित है | अगर उस व्यक्ति को चोट लगती है तो डॉक्टर कितनी भी कोशिश करता है वह सफल हो जाती है | आखिर में वह चोट गेंग्रीन में परवर्तित हो जाती है | गेंग्रीन का अर्थ होता है चोट लगने पर किसी अंग का सड़ जाना | जब मधुमेह के रोगी को यह रोग हो जाता है तो फिर उसके शरीर के हिस्से को काटना पड़ता है जंहा उसे चोट लगी थी | इस परिस्थिति से छुटकारा पाने के लिए एक आयुर्वेदिक औषधि है जो गेंग्रीन को ठीक कर सकता है |
Madhumeh Ke Rogi Ke Ghav Ko Kaese Thik Kren
Madhumeh Ke Rogi Ke Ghav Ko Kaese Thik Kren
गेंग्रीन के रोग में व्यक्ति के अंग सड़ जाते है , उस स्थान पर नई कोशिका विकसित नही होती इसके साथ ही साथ न तो कोई मांस और ना ही कोई हड्डी विकसित होती है | शरीर की पुरानी कोशिका नष्ट होती जाती है | ऐसे में डॉक्टर को शरीर के उस हिस्से को काटकर निकालना पड़ता है |  अपने शरीर को सड़ने वाले घाव से बचाने के लिए आप घर में एक औषधि तैयार कर सकते है | इसके लिए देशी गाय के मूत्र को किसी सूती कपड़े से छान लें | इसमें हल्दी या गेंदे का फूल डालें ( गेंदें के फूल की केवल पंखुड़ियों को तोडकर डालें | ) अब इन तीनो के मिश्रण को अच्छी तरह से घोलकर चटनी बना लें | इसके बाद यह देखें की आपकी चोट कितनी बड़ी है | उसके हिसाब से गेंदे के फूल की संख्या तय करें | यदि चोट छोटी है तो केवल एक ही फूल के काम चल सकता है | लेकिन यदि चोट बड़ी है तो कम से कम दो या तीन गेंदें के फूल की जरूरत होगी | इस फूल की चटनी को चोट के खुले हुए मुंह पर बांधे जंहा पर से खून निकलता हों | इस प्रकार के उपचार को लगभग 4 से 5 दिनों तक लगातार करने से आपके घाव भरने लगेंगें |
इस औषधि का उपयोग एक दिन में दो बार करना है | जैसे यदि इसकी पट्टी सुबह के समय बांधी है तो इसे शाम के समय खोलें और घाव को गौमूत्र से धोएं ना कि डेटोल से | घाव को धोने के बाद ही दूसरी पट्टी करें | इस औषधि को हमेशा ताज़ा – ताज़ा तैयार करके लगाना चाहियें | यदि किसी को भी घाव ठीक नही होता है तो हमारी बताई हुई विधि का उपयोग करके आप खुद ही अपने घाव भर सकते है | इस औषधि को घाव पर लगाने से घाव में से खून निकलना बंद हो जाता है और घाव शीघ्र ही भर जाते है | यह औषधि घाव के लिए सबसे अच्छी दवा है | इसका उपयोग हम जले हुए पर भी कर सकते है |   


गेंग्रीन का उपचार करने का तरीका | Ghav Ke Sdane Pr Kya Nuksaan Hote Hai , Ghav Ko Kaese Bhren , Madhumeh Ke Rogi Ke Ghav Ko Kaese Thik Kren |


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