स्वाइन फ्लू का आयुर्वेदिक उपचार
स्वाइन फ्लू को आयुर्वेदा
में जनपदोध्वन्स बुखार के नाम से जाना जाता है । स्वाइन फ्लू के लक्षण कुछ इस प्रकार
होते है - तेज़ बुखार , गले में दर्द , सर में तेज़ दर्द , नाक व आँखों से पानी बहना
, खांसी , जोड़ो में या शरीर में दर्द होना ।
ये लक्षण दिखने पर हल्दी व नमक को गरम पानी में मिलकर गरारे करने चाहिए ।
अपने हाथ पैरो की सफाई
भी गरम पानी से करनी चाहिए ।
अदरक , शहद व तुलसी
को साथ में पीस कर सुबह चाटना चाहिए ।
शरीर के रक्षा तंत्र
की मजबूती बढ़ने वाली चीज़ो का सेवन करना चाहिए ।
जैसे काली तुलसी ,
सुगंधा , गुड आदि |
कभी भी बासी भोजन,
नहीं करना चाहिए और ठंडी चीज़ो से परहेज रखें चाहिए जैसे आइसक्रीम, कोक और कोल्ड ड्रिंक्स,
दही आदि ।
तुलसी , गिलोय , अदरक,
शहद , काली मिर्च का काढ़ा बना कर पिलाना चाहिए ।
योग्य आयुर्वेदिक डॉक्टर
से सलाह लेकर दवाई देना चाहिए ।
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