स्वस्थ रहने
का सूत्र :-
एक स्वस्थ मनुष्य अपना सारा जीवन ख़ुशी से और लम्बी अवधि तक बिताता है
| आपके शरीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में यदि सुधार आता है तो इसका आपके आस –पास के
लोगों पर सकारात्मक प्रभव पड़ता है | स्वस्थ रहने के सोच से भयभीत ना हों | आपको
अपने जीवन में कुछ छोटे – छोटे परिवर्तन करने होंगे | जिससे आपको बड़े और अच्छे
परिणाम मिल सकते है | मनुष्य के जीवन में स्वास्थ्य के बहुत अधिक महत्व होता है | क्योंकि
जो व्यक्ति शरीर से स्वस्थ नही होता , उसके पास धन , सम्पति का आभाव हो जाता है | वह
कोई भी सुविधा भोग नही पाता | जो व्यक्ति शरीर से और मन से स्वस्थ रहता है | वह
संसार का सबसे सुखी मनुष्य होता है | हमारे प्राचीन काल के आयुर्वेद चिकत्सकों से
और ऋषि मुनियों ने स्वास्थ्य के महत्व को अधिक मान्यता दी है | स्वस्थ बने रहने के
लिए कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक होता है | जो मनुष्य सूर्य उगने से पहले
उठते है | और पानो दैनिक दिनचर्या को समय के अनुसार चलाते है और अपना जीवन व्यतीत
करते है , निष्काम भाव से काम करते है , रात को सही समय पर सोते है , वो हमेशा
स्वस्थ रहते है | स्वस्थ रहने का सबसे आसान तरीका है | प्राकतिक के नियमों का पालन
करना , कठोर परिश्रम करना , पौष्टिक और सादा भोजन करना | आज हम इस लेख के माद्यम
से आपको कुछ ऐसी जानकारी देंगे | जिसका पालन करने के बाद आप चुस्त और स्वस्थ रह
सकते है |
Swasth rhne ke liye vihsesh jankari |
ताज़ा हवा और धुप का प्रकोप |
ताज़ा हवा और
धुप :- सूर्य की रौशनी से हमे विटामिन डी की प्राप्ति होती है | इसके आलावा सूरज
की रौशनी के कई फायदे होते है | जब हमारी स्किन सूर्य के प्रकाश में आती है , तो
इससे हमारे शरीर को विटामिन डी मिलता है | जिससे हमारे शरीर के निर्माण हड्डियां
स्वस्थ बनाएं रखने के लिए महत्वपूर्ण है | जो कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता
है |
कुछ
निम्नलिखित बातें :-
·
कटहल के साथ दूध का सेवन कभी भी ना करें
|इसके आलावा दूध और कुल्थी का सेवन भी नही करना चाहिए |
·
नमक और दूध , दूध और किसी भी तरह की
खटाई , दूध और मूंगफली दूध और मछली को कभी भी एक साथ मिलाकर ना खाएं | इससे आपकी
सेहत खराब हो सकती है |
कटहल के साथ दूध का सेवन कभी भी ना करें |
·
दही को गर्म करके नही खाना चाहिए |
लेकिन इसकी कढ़ी बनाकर खा सकते है |
·
यदि शहद और घी को एक समान मात्रा में
लेकर सेवन किया जाये तो यह मिश्रण जहर के समान बन जाता है |
·
जौ के आटे में अन्न को मिलाकर खाना
चाहिए | बिना अन्न मिलाएं आटे का सेवन नही करना चाहिए |
·
रात के समय सत्तू का उपयोग नही करना
चाहिए | सत्तू को बिना पानी मिलाएं नही खाना चाहिए |
·
सुबह के भोजन के बाद तेज़ नही चलना चाहिए
| इससे आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है |
·
तेज़ और कड़ाके की धुप में चलकर आने के
बाद तुरंत पानी नही पीना चाहिए | थोड़ा आराम करके पानी पीयें | इसके आलावा व्यायाम
या कोई भी शरीरिक परिश्रम करके भी तुरंत पानी नही पीना चाहिए | थोड़ा रुककर ही पानी
पीयें |
·
रात के भोजन में कभी भी दही का सेवन नही
करना चाहियें | और ना ही खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना चाहिए | दिन के भोजन
में लस्सी या मट्टा और रात के समय दूध का सेवन करना चाहिए |
·
रात के समय का भोजन करने के बाद हल्का
बहुत टहलना चाहिए | खाना खाने के तुरंत बाद
सोना हानिकारक होता है |
रात के समय दही का सेवन ना करें |
·
जो लोग वात रोग से पीड़ित है या जिन्हें
ब्लडप्रेशर एसिडिटी या कफ की समस्या रहती है , तो उन्हें दही का उपयोग नही करना
चाहिए |
·
नींद लेने से पित्त घटता है | मालिश
करने से वात कम होता है , उल्टी करने से कफ कम होता है | इसके आलावा व्रत करने से ज्वर शांत होता है |
·
शहद को कभी भी गर्म करके नही खाएं | आजकल
बाजार में नकली शहद बिक रहा है | लेकिन हमारे स्वास्थ्य के लिए असली मधुमक्खी का
शहद लाभदायक होता है |
·
अधिक तेज़ बुखार से , तेज़ हवा से , दिन
में अधिक सोने से , अधिक मेहनत करने से स्नान करने से और अधिक गुस्सा करने से बचना
चाहिए |
·
भोजन से पहले , सर्दी जुकाम होने पर ,
दांतों में पिव बहने पर और अधिक पसीना आने की दशा में पान का सेवन नही करना चाहिए
|
·
रात को सोते समय सिर पर कपड़ा बांधकर
सोना चाहिए | पैरों में जुराब पहनकर सोना चाहिए | अधिक टाईट कपड़े पहनकर नही सोना
चाहिए | यह हानिकारक होता है |
जुकाम होने पर घरेलू उपाय करें |
·
सिर पर अधिक गर्म पानी डालकर नही नहाना
चाहिए | ऐसा करने से आँखों की रौशनी कम हो जाती है | यदि आवश्यकता हो तो हल्के
गर्म पानी से नहाना चाहिए |
·
इन सभी बातों का ध्यान रखकर आप स्वस्थ
रहकर एक लम्बा जीवन व्यतीत कर सकते है |लोगों ने अपनी रोजाना की दिनचर्या इस तरह
से बना ली है कि वो हर नए दिन एक नई परेशानी से घिरे रहते है | चाहे वो खान – पान
का मामला हो या रोजमर्रा का जीवन | शहरों में लोगों को घर बैठे ही सभ कुछ मिल जाता
है | उन्हें हर तरह के ऐशोआराम प्राप्त होते है | जिनके कारण लोग कम महेनत करना
पसंद करते है | वो लोग कोई भी काम पैदल चलकर या मेहनत करके नही करना चाहते | जिसके
कारण लोग बहुत अलसी और बेकार हो जाते है | इसलिए हम कह सकते है कि शहरी वातावरण भी
लोगों को आलसी बनाने में मदद करता है | इस लेख के माध्यम से हम आपको थोड़ी सी मेहनत में अच्छा स्वास्थ्य
की जानकारी दे रहे है | आपको केवल कुछ नियमों का पालन करना पड़ेगा |
·
प्रतिदिन सुबह सैर करने के लिए जाएँ | यदि
आप फूटबोल खेलते है, तो इससे आपकी एक तरह से एक्सरसाइज हो जाती है |
·
अगर आप किसी भी ऑफिस में काम करते है ,
तो कंही भी जाने के लिए लिफ्ट का सहारा ना लें | सीढियों का प्रयोग करें |
·
आपके घर के आस – पास यदि स्थान है तो
पेड़ – पौधे लगायें | इसके आलावा बच्चों के साथ खेलें , हरी घास पर नंगे पाँव चलें
| वो सब काम करें जिसमे थोड़ी बहुत मेहनत लगती हो |
·
बीमारियाँ पैदा करने वाले तले – भुने और
मसालेदार भोजन से दुरी बनाएं रखें | इसके आलावा उन फैटी चीजो का सेवन भी कम करना
चाहिए | जिससे हमारे स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है |
·
अगर आपको फैटी चीजो का सेवन करना ही है
तो , मक्खन , फैट फ्री चीज , मोयोनीज का लो फैट के बने उताप्द का ही प्रयोग करें |
·
डेयरी के प्रोडक्ट्स का सेवन करें |
जैसे चीज , कॉटेज चीज , दूध , क्रीम का लो फैट उत्पाद आदि |
·
हमारे जीवन में तनाव एक गलत इफेक्ट
डालता है | इसलिए हमे अपने जीवन में तनाव को कोई स्थान नही देना चाहिए | हमेशा
अपनी परेशानी को हंसकर ठीक करने की कोशिश करें |
डेयरी वाले पदार्थों का सेवन करें |
·
अपने दिमाक से तनाव को दूर करने के लिए
हर दिन आधा घंटा समय निकालकर कोई ऐसा काम करें | जिससे आपका मन लगा रहे | और आपको
थोड़ी ख़ुशी मिलें | इसके आलावा तनाव को कम करने के लिए आप योगसानो का भी उपयोग कर
सकते है |
·
उन लोगों से दूर रहने की कोशिश करें |
जिनके कारण आपके दिमाक में तनाव का असर अधिक होता है |
·
अधिक गुस्सा करने से तनाव भी होता है | इसलिए
जब भी आपको गुस्सा आये तो अपने आप को शांत करने की कोशिश करें |
·
धुम्रपान और नशीले पदार्थो से परहेज
करें | क्योंकि ये पदार्थ हमारे शरीर और उम्र पर तो बुरा प्रभाव डालते ही है | साथ
ही साथ फेफड़ों में कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है |
·
जब भी आपको धुम्रपान की तलब उठे तो उस
समय थोडा सा सौंफ खाएं | ऐसा रोजाना करने से धुम्रपान करने में कमी आती है |
·
बाजारों में आजकल बहुत से ऐसे
प्रोडक्ट्स मिल रहे है | जिससे आप धुम्रपान की तलब को कम कर सकते है |
बाजार में मिलने वाली वस्तु से दूर रहे |
·
रोजाना सुबह और शाम के समय ताज़ा और घर
का बनाया हुआ ही भोजन करें |
·
भोजन करने का समय निर्धारित करें |
·
अनियमित समय पर भोजन ना करें |
·
पानी अधिक से अधिक पीयें | रात का भोजन
सोने से लगभग तीन घंटे पहले ही खाना चाहिए |
·
भोजन करने के बाद लगभाग 10 मिनट तक
वज्रासन करें |
·
खाना खाने के तुरंत बाद पानी नही पीना
चाहिए |
·
गरिष्ट लगने वाला भोजन , मसालेदार भोजन
, और खटाई वाले पदार्थो से दुरी बनाएं रखें | ये आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
होते है |
·
केक पेस्ट्री , आइसक्रीम , और बाजार में
मिलने वाले डिब्बाबंद चीजो का सेवन बिल्कुल भी ना करें |
·
अंकुरित आन , सलाद , और सूप को अपने
नाश्ते के रूप में खाना सेहत के लिए अच्छा होता है |
स्वस्थ रहने
के लिए विशेष जानकारी , Swasth rhne ke liye vihsesh jankari ,taza hwa
or dhup ka mahtav, kuch jankari jo apke liye bhut jruri hai , koun sa bhojn
apke liye hanikark hai seht bnane ke liye uttm bhojn |
No comments:
Post a Comment