गर्मी
के मौसम में भोजन का सही चुनाव करें :-
गर्मी के
मौसम में आपको क्या खाना चहिये | और किन चीजों से परहेज करना चाहिए | हमारे इस लेख
के माध्यम से आप जानकारी हासिल कर सकते है | जब भी गर्मी का मौसम आता है तो अपने
साथ अनेक समस्याएं लेकर आता है | अगर हम गर्मी के मौसम में थोड़ी सी भी सावधानी नही
करते है, तो हम बीमार हो सकते है | इसलिए गर्मी के मौसम में हमे अच्छे भोजन का
चुनाव करना चाहिए |
गर्मी के मौसम के लिए उचित भोजन |
गर्मी
का मौसम शुरू होते ही ,इतनी कड़ाके की गर्मी होती है कि हमारा शरीर बुरी तरह से
प्रभावित हो जाता है | गर्मी के मौसम में बाहर का तापमान इस कदर बढ़ जाता है कि
इससे हमारे शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है | इसलिए हमे ऐसे भोजन का सेवन करना चाहिए
| जिससे हमारा शरीर ठंडा रहे | इसके आलावा हमारा पाचन तन्त्र भी ठीक से काम करें |
हमारा पाचन तन्त्र कमजोर ना पड़े | इसके लिए जरूरी है कि ताज़ा और हल्का भोजन किया
जाये | गर्मी के मौसम में तापमान शरीर में होने वाले संक्रमण के खतरे को और भी बढ़ा
देता है | इसलिए इस मौसम में हमे विशेष तौर पर साफ़ – सफाई का ध्यान रखना चाहिए | गर्मियों
के मौसम में पानी का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए | ताकि हमारे शरीर में पानी की
कमी ना हो | इसके आलावा गर्मी के मौसम में अधिक समय तक घर से बाहर ना रहे | इससे हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता
है |
भारत
को ऋतुओं का देश कहा जाता है | इस जगह हमेशा ऋतुओं में परिवर्तन को देखा जाता है |
जब भी मौसम में बदलाव होने शुरू होते है | तो हमारे स्वभाव में भी कुछ न कुछ
परिवर्तन होने लगते है | यदि बदलते परिवर्तन में अपने भोज्य पदार्थों का सही चुनाव
करके सेवन किया जाये तो , हम वात , पित्त और फक जैसी होने वाली बिमारियों से बच
सकते है | इस लेख के माध्यम से आप अपने भोजन का सही प्रकार से चुनाव कर सकते है |
ज्यादा देर धुप में ना रहे |
मनुष्य
को रोजाना सुबह उठते ही कम से कम दो या तीन गिलास पानी पीना चाहिए | यदि आप इतना
पानी नही पी सकते तो आप अपने अनुसार पानी पी सकते है | पानी पीने के बाद शौच जाएँ
, दांतों को साफ़ करें , योग करे या प्रणायाम करें | इस उपाय को नियमित रूप से करें
|
रात
के समय पानी में लगभग 11 बादाम को भिगाकर रखें | अगले दिन सुबह के समय इसका छिलका
उतारकर इसे पीसकर दूध में मिलाकर पीयें | इस उपाय को करने से शरीर को ताकत मिलती
है ,और शरीर तंदरुस्त बनता है | इस उपाय को करने से शरीर की अंदर की गर्मी शांत हो
जाती है |
गर्मी
के मौसम में भुने हुए , तले हुए , गरिष्ट लगने वाला भोजन और अधिक मसाला वाला भोजन
नही करना चाहिए | इसके स्थान पर हमे फलों का , हरी सब्जियों का , सलाद और जूस का
सेवन करना चाहिए | यह हमारी सेहत के लिए लाभदायक होता है | इसका सेवन करने से
हमारे शरीर में पानी की कमी नही होती |
पानी का अधिक से अधिक सेवन करें |
गर्मी
के मौसम में बाजार से बिकने वाली चीजों से परहेज करना चाहिए | क्योंकि इस मौसम में
शरीर में कमजोरी हो जाती है | इसके आलावा दाद , पेचिश , सिने में जलन , मुंह में
बदबू आना आदि रोग होने की संभावना बढ़ जाती है | हम ऐसी ही कुछ बिमारियों को ठीक
करने के लिए घरेलू उपाय बतायेंगे | जो बहुत ही आसान होते है |
खाली
पेट निम्बू का रस , आंवले का रस और हरे धनिये का रस आदि को आपस में मिलाकर पीने से
हमे कई रोगों से छुटकारा मिल जाता है |
दोपहर
के भोजन में हमे चावल के साथ अरहर की दाल , मूंग या उड़द की दाल और हरी पत्तेदार
सब्जियों का सेवन करना चाहिए | इसी प्रकार का भोजन हमे शाम के समय भी करना चाहिए |
गर्मियों के मौसम में लस्सी और दही का सेवन करना लाभकारी होता है | रात के समय
भोजन हल्का करें |
दोपहर के समय हल्का भोजन खाएं |
यदि
आप गर्मी के मौसम में घर से कंही बाहर जा रहे है तो घर से निकलने से पहले दो गिलास
पानी जरुर पीयें |इसके आलावा टमाटर , प्याज , ककड़ी , खीरा और गन्ने का जूस का सेवन
निरंतर करते रहना चाहिए | इन सभी चीजों का उपयोग करने से पेट की अच्छी तरह से सफाई
हो जाती है | इसके आलावा अंदर की गर्मी शांत हो जाती है |
गर्मी
से बचने के उपाय :- गर्मी से बचने के लिए
निम्नलिखित उपाय है |
1.
निम्बू पानी का
सेवन करना :- निम्बू पानी गर्मी के मौसम में
सबसे अच्छा होता है | यह एक प्रकार का टॉनिक होता है | जब हमारे शरीर में विटामिन
सी की मात्रा कम हो जाती है | तो एनीमिया , जोड़ों का दर्द , दांतों के रोग , खांसी
, पायरिया और दमा जैसी परेशानी हो सकती है | इन सभी बिमारियों को दूर रखने के लिए
हमे गर्मी के मौसम में नियमित रूप से निम्बू पानी का सेवन करना चाहिए | क्योंकि
निम्बू में विटामिन सी की अधिकता होती है |
निम्बू पानी है लाभदयक |
2.
पेट खराब होने
पर :- जब आपका पेट ख़राब हो जाये , जैसे कब्ज बन जाये , दस्त हो जाये तो ऐसी अवस्था
में निम्बू के रस में थोडा सा हींग , काली मिर्च , अजवाइन , नमक , और भुना हुआ
जीरा मिलाकर पीने से बहुत आराम मिलता है | इस पानी का सेवन करने से पेट से जुडी
हुई हर समस्या दूर हो जाती है |
तरबूज का रस :- तरबूज गर्मी के मौसम का फल होता है | जब
आपको एसिडिटी हो जाये तो तरबूज के रस का सेवन करना चाहिए | क्योंकि तरबूज में एसिडिटी
को दूर करने के तत्व पाए जाते है | इसके आलावा जिन व्यक्तियों को दिल का रोग होता
है या डायबिटीज है | उसके लिए तरबूज के रस का सेवन लाभदायक होता है |
तरबूज के रस का सेवन करें |
3.
पुदीने के पानी
का सेवन :- गर्मी के मौसम में तो पुदीना एक बहुत ही
अच्छा विकल्प होता है | पुदीने का शर्बत बनाकर पीने से लू , जलन , बुखार , उल्टी ,
और गैस जैसी समस्या से छुटकारा मिल जाता है | पुदीने का शर्बत बनाने के लिए पुदीने
की कुछ पत्तियों को पीसकर उसमे नमक चीनी और जीरा आदि को आपस में मिलाकर पीयें |
गर्मी के मौसम में शर्बत बहुत ही लाभदयक होता है |
पुदीने के पानी का उपयोग करें |
4.
ठंडाई का सेवन
है लाभकारी :- गर्मी को कम करने के लिए ठंडाई का सेवन
करना चाहिए | इसे बनाने के लिए खसखस और बादाम को रात के समय पानी में भिगोकर रख
दें | अगले दिन इन दोनों को मिक्सी में पीसकर ठंडा दूध मिला दें | इसके बाद अपने
स्वाद के अनुसार इसमें चीनी मिलाकर पी लें | इस तरह से तैयार ठंडाई का सेवन करने
से आप गर्मी के प्रकोप से बच सकते है |
ठंडाई है उपयोगी |
5.
गन्ने का रस :-
गर्मी में गन्ने का रस सेहत के लिए बहुत ही अच्छा होता है | क्योंकि इसके जूस में
विटामिन्स और मिनरल्स होते है | गन्ने का जूस पीने से शरीर में ताजगी बनी रहती है
| इसके आलावा आप लू लगने से भी बच जाते है | गर्मी के मौसम में यदि बुखार हो जाये
तो गन्ने के जूस का सेवन करना चाहिए | ससे बुखार जल्दी ही उतर जाता है | एसिडिटी
होने के कारण होने वाली जलन को शांत करने के लिए गन्ने के जूस का सेवन करना चाहिए
| पीलिया के रोगी को गन्ने के जूस में निम्बू मिलाकर देने से लाभ मिलता है | अधिक
गर्मी होने के कारण कुछ लोग गन्ने के जूस में बर्फ मिला देते है | जो की गलत है | गन्ने
के जूस में कभी भी बर्फ नही मिलाना चाहिए |
गन्ने के रस का उपयोग करें |
6.
छाछ या लस्सी का
सेवन :- गर्मी के मौसम में छाछ या लस्सी का सेवन लाभकारी होता है | खाना खाने के
बाद यदि एक या आधा गिलास लस्सी या छाछ पी लिया जाये तो अच्छा होता है | आप छाछ में
पुदीना , भुना हुआ जीरा , काला नमक आदि भी मिलाकर पी सकते है | इससे एक तो छाछ का
स्वाद बढ़ता है और दूसरा एसिडिटी की परेशनी से भी निजात मिल जाती है |
7.
खसखस का शर्बत
:- खसखस की प्राकति ठंडी होती है | गर्मी के मौसम में खसखस का शर्बत शरीर को ठंडा
रखता है | इसका शर्बत बनाने के लिए खसखस को सबसे पहले अच्छी तरह से धो लें और सुखा
एन | इसके बाद इसे पानी में डालकर उबाल लें | अपनी इच्छा अनुसार इसमें चीनी मिलाकर
ठंडा होने के लिए रख दें | जब यह ठंडा हो जाये तो किसी बोतल में भरकर फ्रिज में रख
लें | इस तैयार शर्बत को आप किसी भी समय पीयें | लाभ मिलता है |
छाछ या लस्सी का उपयोग |
8.
सत्तू :- सत्तू भुने हुए चने , ज़ोऊ और गेंहू को पीसकर
बनाया जाता है | इसे बिहार के लोग अधिक पसंद करते है | बिहार में इसका उपयोग एक
व्यजन के रूप में किया जाता है | सत्तू हमारे पेट की गर्मी को कम करता है | कुछ
लोग सत्तू में चीनी मिलाकर खाते है तो कुछ लोग नमक और मसाला मिलाकर खाते है | यह
खाने में स्वादिष्ट लगता है |
9.
आम पन्ना :- आम
पन्ना बनाने के लिए कच्चे आमों को पानी में उबालकर उसका गुदा निकाल लें | अब इसके
गुदे में भुना हुआ जीरा , चीनी , धनिया , पुदीना और नमक मिलाकर पीयें | आम पन्ना का सेवन करने से कई
बीमारियाँ दूर हो जाती है |
10.
पानी का सेवन
अधिक करें :- गर्मी के मौसम में प्यास अधिक लगती है | इसलिए आप जितना पानी पीयेंगे
| उतना ही आपकी सेहत के लिए अच्छा होगा | आमतौर पर लोग जब प्यास लगती है तो उसी
समय अपनी प्यास को बुझाने के लिए पानी पीते है | लेकिन डिहाईड्रशन से बचने के लिए
हर 10 मिनट के अन्तराल पर पानी पीयें | ऐसा करने से प्यास लगने की तलब नही उठेगी |
डॉक्टर के अनुसार एक बड़े व्यक्ति को घर से बाहर निकलने से पहले दो या तीन गिलास
पानी का सेवन करना चाहिए | यदि आप खाली पानी नही पी सकते है तो , पानी के स्थान पर
एक समय जूस या सूप पी सकते है | गर्मी के मौसम में आप जितनी देर घर से बाहर रहेंगे
| तो भी आपको पानी की मात्रा को कम नही करना चाहिए | इसके आलावा यदि शरीर में दर्द
हो या शरीर में खिचाव महसूस हो तो तुरंत पानी पीयें |
पानी का अधिक से अधिक सेवन करें |
11.
डीहाइडरेशन के
होने का कारण नमक भी हो सकता है | यदि शरीर में पोटाशियम और नमक की कमी हो जाती है
| तो डीहाईड्रैशन हो सकता है | शरीर में नमक की कमी को पूरा करने के लिए नमक खाएं
| इसके आलावा फलों पर अन्य किसी खाने की वस्तु पर नमक छिडक कर खाएं | शरीर में
सोडियम और पोटाशियम की कमी को पूरा करने के लिए लीची , दही , लस्सी , और तरबूज का
सेवन करें |
12.
अदरक , काली
मिर्च और तुलसी का सेवन करें :- तुलसी का पत्ता शरीर में एक तरह से एंटीसेप्टिक का
काम करती है | इसलिए खाने में तुलसी का पत्ता या बीज का उपयोग करना चाहिए | सब्जियों
को गाढ़ा करने के लिए जो ग्रेवी तैयार की जाती है ,उसमे थोड़ा सा भुना हुआ बेसन
मिलाकर बनाएं | ये दोनों चीजें शरीर को ठंडा रखती है | अपने भोजन में लहसुन ,
प्याज , अदरक , काली मिर्च आदि की मात्रा को बढ़ा दें | इन मसालों का उपयोग करने से
खून साफ़ होता है |} हालांकि इन सभी पदार्थों को खाने से पसीना निकलता है | लेकिन
इससे शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है | आप एलर्जी फ़ूड प्वाइजनिग जैसे रोगों से
बच सकते है |
सत्तू गर्मी को दूर करें |
13.
चीनी कम और शहद
ज्यादा :- भोजन में जितनी अधिक मिठास होगी | उतनी ही मात्रा में हमे उर्जा मिलती
है | इसलिए हमे ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए | जिससे हमे अच्छा कार्बोहाइड्रेट
प्राप्त हो सके | मीठा खाने का मतलब यह बिल्कुल नही है कि आप चीनी का प्रयोग करें
| चीनी से तो आपको परहेज करना है | क्योंकि चीनी शरीर को खराब कार्बोहाइड्रेट देती
है | इससे हमे उर्जा तो मिलती है लेकिन हमे पाचन सम्बन्धी कुछ तकलीफे हो जाती है |
इलसिए चीनी के स्थान पर शहद का उपयोग करना चाहिए | इससे आपके शरीर का इम्यून
सिस्टम मजबूत रहता है | इसके आलावा आपको ऐसे फलों का सेवन करना चाहिए | जिसमे
ग्लोकोज का अंश पाया जाता हो | जैसे :- मौसमी , संतरा और लीची | ऐसे ही कुछ फल है
| शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ग्रीन टी या दूध में शहद मिलाकर पीयें |
चौलाई का साग खाएं |
14.
गर्मी के मौसम
में क्या खाएं :- मौसम में आने वाले फलों और सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करना
चाहिए | क्योंकि गर्मियों के मौसम में मिलने वाली सब्जियां मुलायम , गूदेदार और
नमी से भरी हुई होती है | जो इस मौसम के अनुसार बिल्कुल उचित है | जो सब्जी गर्मी
में मिलती है | उसकी तासीर ठंडी होती है और साथ ही साथ यह जल्दी पचने वाली भी होती
है | इन सब्जियों में वो सभी पोषक तत्व होते है | जो इस गर्म और आद्र भरे मौसम से
शरीर का तालमेल बिठाने के लिए आवश्यक होता है | गर्मी के मौसम में बिकने वाली
सब्जी का नाम है | :- लौकी , करेला , परमल ,टिंडा , खीरा , तोरई , कद्दू , भिन्डी
और चोलाई का साग | इसके आलावा गर्मी के मौसम में पुदीना , निम्बू , तरबूज और मौसमी
भी अधिक मात्रा में बिकती है | और हमे इन्ही सभी चीजों का सेवन करना चाहिए | ये
सभी प्यास बुझाने वाले होते है | क्योंकि इन सभी पदार्थों में सोडियम और कैलोरी की
मात्रा बहुत ही कम होती है | और एंटी ओक्सिडेंट , कैल्शियम और विटामिन्स की मात्रा
अधिक होती है | गर्मियों में आम भी बाजारों में मिलता है | यह भी हमारे शरीर के
लिए लाभदायक होता है | इसलिए हमे गर्मी में आम , दही लस्सी का सेवन करना चाहिए |
इसका सेवन करने से शरीर में पानी की कमी नही होती |
बाजार की चीजों से दूर रहे |
15.
गर्मियों के
मौसम में तरबूज और खरबूजे का अधिक सेवन करना चाहिए | क्योंकि इनमे लगभग 80 से 90 %
पानी होता है और ये पचने में भी आसान होता है | गर्मी के मौसम में आने वाले फलों
का भी सेवन करें | इस मौसम में अंगूर बहुत मिलते है | इनका सेवन भी फायदेमंद होता
है | अंगूर में लाइकोपिन नामक तत्व होता है | जो हमारी स्किन को सूर्य की अल्ट्रावायलेट
किरणों से हमारी रक्षा करते है | इसके आलावा हमे प्याज का भी सेवन करना चाहिए |
गर्मी के कारण हमारे स्किन पर रैशिश हो जाते है | इसे दूर करने के लिए प्याज का
सेवन करना चाहिए |
16.
खाने के साथ
सलाद का सेवन जरुर करें | क्योंकि कच्ची सब्जियों में कुछ जरूरी एंजाइम होते है |
जो शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक होते है | हमारा शरीर जितने पोषक तत्वों को अवशोषित
करेगा | उतना ही हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा | सलाद में फाइबर की मात्रा अधिक होती है
| जो हमारे पाचन तन्त्र को मजबूत रखता है |
·
गर्मी के मौसम
में क्या नही खाना चाहिए :-
·
जिस भोजन मे
अधिक वसा हो और भारी भोजन का सेवन नही करना चाहिए |
·
डीहाईडरेशन को
बढ़ाने वाली चीज जैसे कैफीन से हमेशा दूर ही रहना चाहिए |
·
रात का बासी
भोजन ना करे | इससे पेट खराब हो सकता है |
·
गंदे वातावरण
में बना हुआ भोजन न खाएं |
·
मिठाइयाँ कम से
कम खाएं |
·
बाजार में मिलने
वाले डिब्बाबंद पदार्थों से दूर रहे |
तरल पदार्थों का सेवन करें :- गर्मियों के मौसम में हमे तरल पदार्थों का सेवन
भोजन की तुलना में अधिक करना चाहिए | क्योंकि गर्मी को शरीर में कम करने के लिए बहुत
कम मात्रा में ऊष्मा की जरूरत होती है | इसलिए हमे भोजन कम ही खाना चाहिए | और
लिक्विड पदार्थों का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए | चिकत्सकों का यह मानना है कि
गर्मी के मौसम में रोजाना दो से चार लीटर पानी पीना चाहिए | इसके आलावा हमे जूस ,
लस्सी , छाछ , दही , निम्बू पानी , नारियल का पानी ,और आम पन्ना का सेवन करना
चाहिए | बाजार में मिलने वाला डिब्बाबंद जूस का सेवन ना करे | इसके स्थान पर ताज़े
जूस का सेवन करें | फलों और सब्जियों , दूध , ग्रीन टी और जूस में भी पानी अधिक
होता है | गर्मियों में लोगों को इन सभी चीजों की मात्रा को बढ़ा देना चाहिए | इनका
सेवन करने के बाद उन्हें अधिक पानी पीने की जरूरत नही होगी | यदि आप बार – बार
पानी पीना पसंद नही करते तो इन सभी चीजों का सेवन करें |
दूध या दूध से बने हुए पदार्थ का सेवन करें |
गर्मी के मौसम में भोजन जल्दी खराब हो
जाता है ;- गर्मी के मौसम में बैक्टीरिया बहुत ही जल्दी पनपते है | इलसिए इस मौसम
में फ़ूड पोयजनिग , डायरिया , उल्टी और दस्त की समस्या कुछ अधिक बढ़ जाती है | बहुत
से लोग सोचते है कि फ्रिज में रखी हुई सब्जियां , फल , और भोजन लम्बे समय तक खराब
नही होते | यह सोचना गलत है | हमे कच्ची सब्जियों को और फलों को 3 से 4 दिन के बाद
हटा देना चाहिए | क्योंकि यह इससे अधिक दिन नही रह सकते |
डीहाईड्रेशन और
संक्रमन से किस तरह से बचना है :-
गर्मियों में हमारे शरीर में जब पानी की कमी हो
जाती है | तो हमे डीहाईड्रेशन की शिकायत हो जाती है | इसलिए हमे उचित मात्रा में
पानी पीना चाहिए | इसके आलावा शरीर में पानी की कमी होने से लू लगने की संभावना बढ़
जाती है | इसलिए गर्मी के मौसम में घर से बाहर धुप में अधिक समय ना बिताएं | ऐसा
करने से हमारे शरीर का तापमान बढ़ जाता है | इसके कारण हमे थकान . ब्लडप्रेशर का कम
होना , और कमजोरी महसूस करना जैसी परेशानी का समाना करना पड़ सकता है | गर्मी के
मौसम में हमे पानी के आलावा निम्बू पानी , नारियल का पानी बेल का शर्बत आदि का भी
सेवन करना चाहिए | इन सभी का सेवन करने से हमारे शरीर में शिथिलता बनी रहती है | अपने
पेशाब के रंग पर ध्यान रखें | जब आपको गहरे रंग का पेशाब आने लगेगा | तो समझ लें
कि आपको डीहाईड्रेशन की समस्या हो गई है | पेशाब के रंग को हल्का करने के लिए पानी
अधिक पीयें |
निम्बू पानी का उपयोग करें |
गर्मियों में हमे गंदा पानी नही पीना
चाहिए | इसके आलावा बाहर के कटे और खुले हुए पदार्थों का सेवन भी नही करना चाहिए |
इनको खाने से हैजा , टायफाईड , पीलिया ,आंतों में सूजन और भी अन्य बीमारी लग सकती
है | इसके आलावा जब हम जरूरत से अधिक भोजन कर लेते है ,तो हमे फ़ूड पोयजनिंग भी हो
सकता है | इललिये हमे घर पर बना हुआ सादा और सरलता से पचने वाला ही भोजन करना
चाहिए | बाहर के भोजन से परहेज करें |
Grmi Ke Mousm Ke Liye Uchit Bhojn |
कई बार मनुष्य को मजबूरी में घर से
बाहर भोजन खाना पड़ता है | ऐसे में उस स्थान पर खाएं | जंहा आपको ताज़ा और स्वस्थ
भोजन मिलें |
उर्जा से भरपूर रहे :-हमे रोजाना सुबह
उठकर एक गिलास पानी पीना चाहिए | इसके आलावा ताज़े फलों और उसके रस का सेवन करना
चाहिए | हमे कम वसायुक्त भोजन करना चाहिए | तले हुए , भुने हुए और मसालेदार भोजन
से दुरी बनाएं | एल्कोहल और कैफीन का सेवन कम से कम करें | क्योंकि इनसे हमारे
शरीर में पानी की कमी हो जाती है | और आप स्वस्थ नही रहते |
कुछ विशेष बातें जिनका आपको ध्यान
रखना है :-
·
फलों , सब्जियों
और बचे हुए भोजन को तुरंत फ्रिज में रख देना चाहिए |
·
कच्चे और पके
हुए मांस को तथा सी फ़ूड को अधिक समय तक स्टोर करके ना रखें | क्योंकि इनमे
बैक्टीरिया बड़ी ही तेज़ी से पनपते है |
·
फ्रिज के तापमान
का हमेशा ध्यान रखना चाहिए | यह पांच डिग्री सेल्सियस से कम नही होना चाहिए | और
फ्रीजर का तापमान – 15 डिग्री सेल्सियस का होना चाहिए |
बाजार के खाने से दूर रहे |
·
बासी खाना खाने
से पहले उसे थोडा सा चख कर देखा लेना चाहिए | की वह खाने लायक है या नही |
·
दूध या दूध से
बने हुए पदार्थों को लम्बे समय तक सामान्य तापमान पर ना रखें |
·
उबला हुआ या
फिल्टर किया हुआ पानी ही पीयें |
·
एक्पयरी भोज्य
पदार्थों का सेवन बिल्कुल भी ना करें |
·
बचे हुए खाने को
फ्रिज में रख दें | लेकिन जब भी आप उसे खाने से लिए प्रयोग करेंगे | तो उसे गर्म
करके खाएं |
गन्ने का रस है लाभकारी |
इस लेख में हमने आपको गर्मी से बचने
के उपाय के बारे में कुछ जानकारी दी है | जिसे अपनाकर आप गर्मी के प्रकोप से बच
सकते है |
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