डेंगू से कैसे बचे |
1. रोगी को विटामिन सी युक्त आहार का सेवन करना चाहिए | जैसे :- आंवला ,
संतरा या फलों का जूस आदि | इसका सेवन करने से शरीर मजबूत होता है |
2. तुलसी के पत्तो को पानी में डालकर उबाल लें | जब यह अच्छी तरह से गर्म
हो जाये तो इसे हल्का ठंडा होने तक छोड़ दें | इसके बाद इसमें शहद मिलाकर पीयें |
इस उपाय को करने से शरीर की इम्यून सिस्टम सही रहता है |
तुलसी के पत्ते का उपयोग |
3. नाक के अंदर सरसों का तेल डालें | इससे नाक के बैक्टीरिया बाहर निकल
जाते है |
4. रोगी मनुष्य को भोजन में हल्दी का प्रयोग अधक से अधिक करना चाहिए |
हल्दी की आधे चम्मच की मात्रा को सुबह के समय ताज़े पानी के साथ या हल्के गर्म पानी
के साथ खाएं और रात को सोने से पहले दूध में हल्दी डालकर पीयें | यह एक कारगर उपाय
है | यदि रोगी को जुकाम की शिकायत है तो दूध का प्रयोग ना करें |
डेंगू से पीड़ित
व्यक्ति की अगर प्लेटलेट कम होती जा रही है तो रोगी को अनार का जूस , पपीते के
पत्ते का रस , गिलोय का रस , गेंहू के जवारे का रस पिलायें | इससे रोगी की प्लेटलेट
कम नही होती | इसके आलावा अनार के जूस और गेंहू के जवारे का रस पिलाने से रोगी
मनुष्य के शरीर में न्य खून बनता है और उसे रोग से लड़ने की शक्ति मिलती है | अनार
का जूस आप घर पर भी बना सकते है | नही बना सकते तो आप इस जूस को बाजार से आसानी से
खरीद सकते है| गेंहू के जवारे मिल पाना बहुत कठिन है | इसके स्थान पर आप सेब का
जूस भी दे सकते है |
हल्दी का प्रयोग |
5. पपीते के पेड़ तो आसानी से मिल जाते है | इसके पत्ते का रस रोगी के लिए
बहुत जरूरी है | पपीते के पेड़ से ताज़े पत्तों को तोड़ कर उसे पीसकर उसका रस निकाल
लें | इस रस को रोगी मनुष्य को एक दिन में कम से कम दो बार दें | इस उपाय को करने
से प्लेटलेट की संख्या बढ़ने लगती है |
पपीता का पत्ता |
6. गिलोय की बेल आपको अधिक जंगल वाले स्थान पर मिलती है| इसकी बेल की कुछ
टहनियों को पानी में उबालकर ठंडा होने के लिए रख दें | जब यह पानी ठंडा हो जाये तो
इसे मरीज को पिलायें | इस उपाय को करने से रोगी के प्लेटलेट की संख्या तो बढती ही
है साथ ही साथ उसे रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है |
गिलोय की बेल का रस बनाएं |
7. विशेष बात :- मनुष्य के शरीर में एक मिलीलीटर खून में लगभग 30 से 40
हजार प्लेटलेट होती है | हमारे शरीर में इतने प्लेटलेट रोजाना मरते है और बनाते है
|
8. डेंगू से पीड़ित व्यक्ति को डॉक्टर उसके शरीर में पानी की सप्लाई को
बनाये रखते है | और ब्लडप्रेशर देते है ताकि मरीज की इम्युनिटी बढ़ जाएँ और वह जल्द
से जल्द ठीक हो जाये |
डेंगू जैसी बीमारी ना फैले इसके लिए निम्नलिखित उपाय करें |
जैसा की हम जानते है कि डेंगू मच्छर के कटाने पर फैलता है | इसके लिए
सबसे पहले मच्छरों को होने से रोकें| मच्छरों को रोकने के लिए अपने घर के आस – पास
पानी जमा ना होने दें | यदि पानी की निकासी का कोई प्रबंधन नही है तो पानी में
कैरोसिन का तेल , मिटटी का तेल या पेट्रोल डाल दें | अगर घर के आस – पास कोई गड्ढा
है तो उसे मिटटी से भर दें | इसके आलावा नालियों की सफाई करवा दें | ताकि उसमे
पानी इक्कठा ना हो | इस तरह से आपके आस – पास मच्छर नही होंगें |
आस - पास पानी इक्कठा न होने दें |
क्या आप जानते है कि डेंगू के मच्छर साफ पानी में उत्पन्न होते है | इसलिए
अपने घर में प्रयोग होने वाले कूलर के पानी को हर रोज बदलें| अगर आपके घर में
पक्षियों के पानी पीने के लिए कोई बर्तन है तो उसका पानी भी रोज बदलें|
पानी की टंकी का ढक्कन अच्छी तरह से बंद करके रखें |
यदि आपके घर में किसी तरह के पुराने डिब्बे है या बर्तन , टायर है और
उसमे पानी जम जाता है तो उसे अपने घर से हटा दें |
डेंगू का प्रकोप बढ़ने पर स तरह के कपड़े पहने जिससे आपका अधिक से अधिक
शरीर ढक जाएँ | घरों की खिड़की और दरवाजें पर मच्छर जाली का उपयोग करें |
मच्छरदानी का प्रयोग करें |
यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाये तो उसे मच्छर दानी में ही लिटायें
| ताकि मच्छर रोगी मनुष्य को काटकर किसी और को ना काटे |
रात को सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करें | ताकि आपको कोई मच्छर ना
काटे |
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