- उल्टीयां होने पर आयुर्वेदि उपचार :-
Ultiyon Ko Thik Kren Ayurvedik Trike Se |
मनुष्य को उल्टी होने पर उनका
आयुर्वेदिक तरीके से इलाज कर सकते है | उल्टी होने पर आयुर्वेदिक तरीके निम्नलिखित
है |
1मसालेदार और तैलीय पदार्थो का उपयोग करें
उल्टीयां होने के कई कारण ही सकते है | जैसे अधिक से अधिक खाना , बीमारी ,
मदिरापान , विषाणु जनित संक्रमण मष्तिष्क में चोट आदि | जब मनुष्य को उल्टी आती है
तो उसे जी मचलना कहते है | उल्टी को बंद करने के लिए कार्बोनेट सिरप की एक से दो
चम्मच का सेवन करें | इस सिरप कार्बोहाइड्रेटनामक तत्व होता है जो पेट को
ठंडा रखते है |
अदरक का प्रयोग करें |
3. आप अदरक की दो कैप्सूल का प्रयोग करें | इसके
आलावा अदरक वाली चाय का उपयोग करें | अदरक का सेवन करने से पाचन क्रिया को बढ़ाने
की क्षमता होती है | जिससे उल्टी होने लगती है |
4 हरड को अच्छी तरह से पीसकर उसका बारीक़ चूर्ण बना लें | इस चूर्ण की एक
ग्राम की मात्रा को शहद के साथ मिलाकर चटाने से उल्टियाँ बंद हो जाती है |
इसके
आलावा आप अपनी उँगलियों को पानी से धोकर अपने गले के अंदर डालकर घुमाएँ | इससे पेट
में जमा हुआ पदार्थ उल्टी से बाहर निकल जाता है | ताकि उल्टी अंदर ना जम सके |
हरड और शहद का प्रयोग |
5. उल्टी आने पर एक से दो लौंग रख सकते है | आप लौंग के बदले दालचीनी या इलायची
का भी उपयोग कर सकते है |
उलटी को दालचीनी से रोकें |
6.सात अजवाइन , पेपरमिंट और कर्पुर का द्रव की 15 से 20 बूंदों को एक साथ
मिलाकर पिलाने से उल्टियाँ रुक जाती है |
अजवाइन , पेपरमिंट का प्रयोग करें |
जब आपको उल्टी का एहसास हो तो निम्बू के एक टुकड़े पर काला नमक लगाकर मुंह
में रख लें | उल्टी नही आएगी
8. अगर अपने शराब का सेवन किया है और आप यह चाहते है कि आपको उल्टी ना आयें तो
इसके लिए सादी पाँव – रोटी खाएं | क्योंकि पाव – रोटी खाने से पाचन किर्या सही हो
जाती है | इसके सेवन करने से शराब आसानी से पच जाती है |
निम्बू पानी पीयें या निम्बू पर नमक लगाकर चाटें |
9. उल्टियाँ होने पर कम से कम 12 घंटे तक कोई भी ठोस पदार्थ का सेवन ना करें |
कठोर चीजों का सेवन ना करके आप भरपूर मात्रा में पानी का और फलों का रस सेवन करने
से शरीर में पानी की कमी नही होती | जब भी आपको उल्टी आने लगे तो पानी का सेवन
करें | ठंडे पदार्थ का सेवन बिलकुल भी ना करें | क्योंकि इनका सेवन करने से शरीर
की आतों में और पेट में जलन को बढ़ाते है |
10. मसालेदार , भारी और मुश्किल से पचने वाले पदार्थों का सेवन ना करें | क्योंकि
ऐसे पदार्थ उल्टियों का निर्माण करते है और इनसे उल्टी भी अधिक होती है | खाने –
पीने के बाद जल्दी ना सोयें | यदि आप सो भी जाते है तो अपनी सीधे हाथ की बाजु पर
सिर रखकर सोयें | इस प्रकार सोने से पेट का भोजन मुंह तक नही आता |
मसालेदार भोजन का सेवन ना करें |
11. उल्टियों को रोकने के लिए जीरा का भी उपयोग किया जाता है | जीरे को पीसकर
आधे चम्मच की मात्रा में सेवन करने से उल्टी को पूर्ण रूप से आराम मिल जाता है |
12. व्हीटजर्म को दूध में मिलाकर पीने से उल्टियाँ
रुक जाती है | यह बहुत अच्छा उपाय है |
एक गिलास पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से उल्टी रुक जाती है | आपका
जी मचलता हो तो पेपरमिंट का पत्ता खाएं | इसका बना हुआ पान का भी सेवन लाभदायक
होता है |
पानी में शहद मिलाकर पीयें |
14. एक कप चावल को पानी में डालकर पका लें | जब चावल पक जाये तो उसका पानी
निकाल लें और इस पानी का सेवन करें | इससे उल्टियाँ रुक जाती है |
15. इसके आलावा एक चम्मच प्याज के रस को नियमित अन्तराल से सेवन करने से लाभ
मिलता है |
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