महिलाओं की व्यस्त दिनचर्या में उन्हें कई बार
आराम करने को नहीं मिलता जिसके कारण यह देखा जाता है कि अक्सर महिलाओं के पाँवो
में थकान की शिकायत रहती है. ऐसे में आप कुछ देर के व्यायाम व देख-रेख से इस
समस्या से छुटकारा पा सकते है. इसके लिए कुछ मिनट पंजो के बल चलना चाहिए, रस्सी
कूदना भी पैरो में ब्लड सही से सर्कुलेट करता है . फिर पैरों पर एक मिनट तक गुनगुना
पानी डालें और कुछ देर तक तौलिये से ढक कर रखे, बाद जब त्वचा का तापमान सामान्य हो
जाए तब एक साफ़ तौलिए से पौंछकर एड़ी से घुटने की ओर धीरे-धीरे हलके हाथों से रगड़े
अर्थात मसाज करें. ऐसा करने से आपकी सारी थकान दूर हो जायगी और आप तारो-ताज़ा महसूस
करेंगी. ऑफिस या दफ्तर से घर जाने के बाद अपने नुते उतारने के बाद अपने पैरों को
जरूर धोये.
पैरों को सुन्दर बनाने के लिए केवल घर में रहकर
ही उनकी साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखना काफी नहीं होता है. हमें अनेक कार्यों के लिए घर
से बाहर जाना पड़ता है, घर से बाहर निकलने पर हमारे पैर धूल मिटटी के संपर्क में आते
है जिससे पैरों में संक्रमण होने की सम्भावना हो जाती है. विशेषकर बारीश के मौसम
में तो संक्रमण होने की समभावना और भी बढ़ जाती है. इसलिए बेहतर होगा कि आप बाहर से
वापस घर लोटने के बाद नियमित रूप से पैरों को साफ़ करें. पैरों के उंगलियों को साफ़
करते वक्त, उन्हें अलग करने के लिए टो-सेपरेटर का इस्तेमाल करना चाहिए. ताकि
उंगलियों के बीच में गंदगी फंसी न रह जाए और संक्रमण की सम्भावना हो जाए.
मुलायम और कोमल पैर कैसे बनाये |
ना सिर्फ पैर बल्कि पैरों के नाखुनो को भी समय
समय पर काटना व उन्हें साफ़ रखना अति आवश्यक होता है. थोड़े थोड़े समय के बाद अपने
नाखूनों को कटते रहना चाहिए, नाख़ून काटने के भी तरीके होते है. अर्थात् हमे बड़ी
सफ़ाई से नाखुनो को काटना चाहिए ताकि हमारे पैर भद्दे ना दिखे. पैरों के नाखूनों को
कर्व आकार में काटना चाहिए, जिससे इनमे गंदगी फँसी न रह जाए और नाखूनों के किनारे
पर कोई भी तेल लगा लें. इसके अलावा नेल-फाइलर से नाखूनों के सिरों को घिस लेना
चाहिए, जिससे वे खुरदरे न रहे. तथा नाखुनों के काटने के बाद पैरों को detol से साफ़
कर लेना चाहिए. लेकिन नाखूनों को काटते समय क्यूटीकल को नहीं काटना चाहिए. क्युकि
क्यूटीकल नाखूनों के कठोर भाग को मुलायम बनाता है.
पैरों की सुन्दरता के लिए घरेलु नुस्खे |
पैरों को आकर्षक व खुबसूरत बनाने के लिए केवल
उनकी देख-रेख व साफ़-सफ़ाई ही काफी नहीं है बल्कि हमारे पैरों की सुन्दरता हमारी चाल
पर भी निर्भर करती है, तथा हमारी चाल का सही तथा भद्दा होना हमारे द्वारा चुने
चप्पल व जूतों पर निर्भर करता है. इसलिए यह आवश्यक हो जाता है कि हम अपने पैरों के
अनुसार ही चप्पल व जूतों का सही ढंग से चुनाव करें. अक्सर महिलाएं फैशन के चक्कर
में या दिखावे के लिए कुछ ऐसे फुटवियरस का चुनाव कर लेती है जिनके कारण उन्हें
चलने में असहजता महसूस होती है और उनकी चाल में भी भद्दापन नजर आता है. इसलिए जूते-चप्पल
का चुनाव बड़ी समझदारी के साथ करना चाहिए. क्युकि तंग जूते-चप्पलों को पहनने से
अक्सर तलवों की त्वचा में जलन तथा खुजली आदि की समस्या हो जाती है और एड़ियों के
उपर छाले तथा गाठें भी पड़ जाती है. इसके अलावा पैरों के त्वचा खुरदरी हो जाती है.
अतः हमें जूते, चप्पल ऐसे खरीदने चाहिए जो मुलायम तथा आरामदायक हो जिनके पहनने में
हमें कोई तकलीफ न हो और ठीक प्रकार से चला जाए.
praytek mahila or purush apne pairo ko sunder rakhna chahta hai , jab aap kisi party shadi ya function mein aapko dance karne ke liye nange pair floor par aana pade to aapko hesitation nahi hogi yedi aapki ankle feet, adiya sunder hai , agar pair fate hue, ghise hue or purane hai to ye sabhi, female to vaise bhi kaafi serious hoti hai in sabhi ke liye, home remedies for beautiful feet skin in hindi, gharelu nuskhe pairo ki safai ke baare mein, nani maa ke tips how to care feet at home in hindi, your foot is your real beauty.
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