कुदरत ने हमें बहुत सी चीज़े दी है जो भिन्न रोगो में लाभदायक होती है और प्राकृतिक व सस्ता इलाज़ देती है । जैसे :-
हरी मिर्च से उपचार- Treatment with green pepper
हरी मिर्च सब्जी का स्वाद बढ़ने के साथ साथ बहुत मात्रा में विटामिन लिए होती है । इसे कच्चा खाने से यह मनुष्य शरीर की कमजोरी को दूर कर देती है ।
चमेली के पत्ते करे मुंह के छालों का उपचार- Jasmine leaves to treat mouth ulcers
मुंह में छले होने का कारन होता है मुंह का साफ ना होना या पेट खराब होना ऐसे में चमेली के पत्ते मुंह में रख कर धीरे धीरे चबा कर चूसने से छालों में आराम मिलता है|
करौंदा दे मिर्गी का उपचार- gooseberry treatment of epilepsy
करौंदा के पत्तो को पीस कर लस्सी (छाछ )के साथ मिलाकर आधे महीने तक पिलाते रहने से मिर्गी का प्रकोप दूर हो जाता है ।
Natural Treatment of Different Diseases, विभिन्न बीमारियों का आयुर्वेदिक इलाज |
सिंघाड़ा से उपचार- Treatment with water chestnut
सिंघाड़ा कच्चा और पक्का कर दोनों प्रकार से खाया जा सकता है इसकी तासीर ठंडी होती है और यह शक्तिदायक फल है गले के रोगो खराश,टांसिल,या दर्द आदि हो तो सिंघाड़ा ज्यादा से ज्यादा खाने से आराम मिलता है ।
दाद, खाज में उपयोगी सिंघाड़ा- in Ringworm and scabies water chestnut is useful
दाद, खाज या खुजली हो तो निम्बू का रस में सिंघाड़ा को घिस के उस स्थान पर लगाने से ठीक हो जाती है यह थोड़ा सजलन देने वाला नुस्खा है पर आरामदायक है |
शक्तिदायक पिस्ता- Sktidaik Pistachios
पिस्ता की तासीर गर्म होती है और यह शक्तिवर्धक होता है । परन्तु ज्यादा खाने से पीलिया और अन्य रोगो का खतरा हो जाता है । कमजोर शरीर वालो के लिए यह बहुत ही उत्तम औषधि है । हर रोज़ सुबह पिस्ते को देसी घी में पका कर खाने से एक महीने में ही शारीरिक कमजोरी दूर हो जाती है । यह पुरुषो के लिए और भी ज्यादा गुणकारी है |
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