आक के प्रयोग :- इसका
उपयोग दवाई के रूप में निम्मलिखित तरीके से किया जाता है ।
1 चेहरे के दाग़ - धब्बे और झांई:- Facial scar and Black Spots cure with Madar or Aak plant
मनुष्य के चहरे पर यदि दाग़ - धब्बे हो जाते है तो चेहरा बेकार हो जाता है । इसका इलाज
आक के दूध से किया जा सकता है आक के दूध की ५-६ बुँदे और गुलाब जल में ३ ग्राम हल्दी
मिलकर एक मिश्रण तैयार कर ले । और इस मिश्रण को दाग़-धब्बे और झाई वाली जगह पर लगाये|
इससे चहरे के दाग़-धब्बे दूर हो जाते है अगर किसी व्यक्ति की त्वचा कोमल है तो उसे दूध
के स्थान पर आक का रस में मिश्रण बनाना चाहिए । इसका उपयोग आँख से बचाकर करना चाहिए
|इसके आलवा इससे सिर की खुजली जैसी परेशानियों से छूटकारा मिल जाता है |
2. कानो से सम्बंधित रोगो का इलाज:- Aak ke paudhe se kaano ki beemari ka upchaar,
Use of Madar plant in Diseases related to Ear.
इस बीमारी
को दूर करने के लिए आक के पौधे का पत्ता लेकर उस पर तेल और नमक का घोल लगाये| फिर एक
कड़छी को गर्म करके इस पत्ते पर रख दे । पत्ते से जब रस निकलना शरू हो जाये तो इस रस
को एकत्रित करके इसकी थोड़ी - थोड़ी मात्रा में कान में डालने से मवाद आना , सायं - सायं
की आवाज आना बंद हो जाता है । इस उपयोग को करने से बहुत फायदा होता है और कान से जुडी
हुई सारी बीमारियाँ दूर हो जाती है । इसके आलावा आक के पौधे की पत्तियाँ जब पीले रंग
की हो जाती है तो उस पत्ती पर थोड़ा सा घी लगाकर आग पर पकायें जब यह पत्ती थोड़ी थोड़ी
पकने लगे तो इसे तुरंत उतार ले और इस पत्ती को निचोड़कर इसका रस निकाल ले । इस गर्म
रस को कान में डालने से दर्द देने वाला कर्णशूल ठीक हो जाता है और कानों को जल्दी आराम
मिलता है
Madar Plant Use In Different Diseases , आक का विभिन्न बीमारियो में प्रयोग |
3. आँखो के रोग :- Use of Madar / Aak in Ayurved to cure Eye related problems.
मनुष्य के जीवन में आँखो का
बड़ा महत्व है| लेकिन आँखों में जब भारीपन , दर्द , खुजली होने से मानव बहुत परेशान
हो जाता है इस परेशानी को दूर करने के लिए
आक के पौधे की छाल को सूखा ले| सुखाने के बाद उसे कूट कर चूर्ण बनाकर इसे गुलाब जल
में मिलाकर ५ मिनट तक रख दें और फिर किसी कपड़े से छान ले । इस तैयार औषधि को ३-५ बून्द
आँखों में डालने से आँखों की बीमारियाँ दूर हो जाती है इसी तरह आक के पौधे की छाल को
जलाकर राख़ कर ले और इसे पानी में मिलाकर कर गाढ़ा घोल तैयार कर ले । इस घोल को आँखों
के चारोँ और लगाये किन्तु ध्यान रहे क़ि आँखों की पलकों पर हल्के - हल्के हाथ से इस
घोल को लगाये । इस उपयोग को करने से आराम तो मिलता है साथ ही साथ आँखों की जुडी हुई
समस्या जैसे - खुजली , लाली, सूजन आदि से छोटकरा मिल जाता है |
4. फूला जाला:- Treatment of Fula Jala with Aak
इस बीमारी को दूर करने के लिए
सबसे पहले पुरानी रुई की एक बत्ती बना ले और इसे आक के पौधे के दूध में भीगा दे फिर
इसे सुखाकर गाय के घी में डुबाकर जला दे । ध्यान रहे की बत्ती पूरी तरह जलकर सफेद न
हो । इस जली हुई बत्ती को रात में सोते समय सलाई से अपनी आँखों में सुरमे की तरह लगाये
। इस उपाए को ३-४ दिन लगातार करने से फूला जाला से छूटकारा मिल जाता है
अनचाहे बालों का समाधान
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