योनि के रोग :- Gupt Diseases
इस बीमारी को
दूर करने के लिए आक के पौधे की जड़ को सुखाकर उसे बारीक़ चूर्ण बना ले । फिर इसे भांगरे
के रस में अच्छी तरह मिलाकर छोटी - छोटी मटर के आकार की गोलियाँ बना ले । इन गोलीयों
को सुबह - शाम दूध या गर्म पानी के साथ खाने से मासिक धर्म ठीक प्रकार से होता है और
Yoni मजबूत होती है
नोट
:- जिन महिलाओं को रक्त प्रदर होता है उनके लिए यह उपयोग हानिकारक है ।
इसके
आलावा इस बीमारी को ठीक करने के लिए हमे उड़द की दाल का आटा लगभग १०० ग्राम ले इसमें
थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर इस मिश्रण को आक के दूध में मिलाये । इस मिश्रण की छोटी
-छोटी बत्तियाँ बनाकर इनका प्रयोग योनि मार्ग में करे और १-१ गोली जल के साथ खाएं ।
इस उपचार से जरूर फायदा मिलेगा । और योनि से जुडी हुई समस्या दूर हो जाती है |
Banjhpan :-
Banjhpan को दूर
करने के लिए श्वेत आर्क (सफेद आक ) की जड़ को छाया में सुखा ले । फिर इसे पीसकर बारीक़
करके गाय के २५० ग्राम दूध में १-२ ग्राम की मात्रा में इस चूर्ण को खाए । इससे मासिक
धर्म और गर्भ में बनी हुई गाँठ ठीक हो जाती है और बंद पड़ी हुई नाड़ियाँ व् ट्यूब खुल
जाती है । इस विधि का उपयोग में हमे ज्यादा से ज्यादा ठन्डे पदार्थो का सेवन करना चाहिए
और इससे बाझपन दूर हो जाता है |
Yoni Cure With Madar Plant, yon के रोग का उपचार आक पौधे से |
पैरों के रोग :- Diseases of the feet
हमारे पैरों पर
चलते - चलते फोड़े और छाले हो जाते है इसको ठीक करने के लिए आक के पौधे का दूध लगाने
से छाले ठीक हो जाते है इसके आलावा आक के ६-७ पत्ते लेकर इसे गर्म ईट पर रखकर सेकने
से पैर के फोड़े ठीक हो जाते है और दर्द भी दूर हो जाता है ।
पसली का दर्द :- Costalgia
आक के दूध में
थोड़े से काले तिल मिलाकर इसे पीसकर पतला कर ले । फिर इस लेप को पसली में जहाँ दर्द
हो वह लगाकर इस पर आक के पत्ते पर तिल का तेल लगाकर गर्म कर लेप पर पट्टी से बांध ले
। इस उपयोग को करने से पसली का दर्द ठीक हो जाता है |
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