जामुन
से उपचार
हर रोज़ सुबह खाली पेट
२५० ग्राम जामुन खाने से मधुमेह यानि शुगर नाम की बीमारी भी ठीक हो सकती है । जामुन
नहीं खा सकते तो इसका रस पीये अथवा जामुन की गुठली सुखा कर चूर्ण बना कर सुबह खली पेट
पानी के साथ लेने से भी शुगर से निजात मिल सकती है ।
जिनका जिगर कमजोर हो
उन्हें हर रोज़ २५० ग्राम जामुन सुबह निहार मुंह खाने से लाभ मिलता है ।
जिनके बच्चे रात को
सोते समय पेशाब कर देते है उन्हें जामुन की गुठली का चूर्ण मिश्री मिलाकर हर रात सोने
से पहले एक चम्मच की मात्रा में खिलाने से पेशाब बिस्तर में नहीं करते है
जामुन का शरबत स्वाद
और स्वस्थ्य की दृष्टि दोनों से अत्यंत गुणकारी है इसे बनाने के लिए ५०० ग्राम जामुन
का रस निकल ले और उसे डेढ़ किलो चीनी के साथ आंच पर पकने के लिए रख दे और जब अच्छी तरह
पक जाये तो इसे ठंडा करके बोतल में भर दे जब जरूरत हो तो पानी में मिलाकर स्वादिष्ट
जामुन का शर्बत पीये । इसके पीने से जिगर, उलटी और भूख न लगना जैसे रोग मिट जाते है
जामुन का शरबत पीने से बार बार गला सूखने या ज्यादा प्यास लगने की समस्या दूर होती
है
जामुन की गुठलियो को
सुखा कर पीस ले और कपड़छान कर ले किसी का गला ख़राब हो जाये या आवाज़ बैठ जाये तो इस चूर्ण
को शहद के साथ मिलकर चाटने से लाभ मिलता है ।
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