त्रिफला चूर्ण के
लाभ :-
त्रिफला के चूर्ण का आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण स्थान है | इसका उपयोग
बालों को सुंदर घना बनाने के लिए किया जाता है | जब भी हम बालों की अच्छी देखभाल
का नाम लेते है | तो त्रिफला के चूर्ण का नाम पहले लिया जाता है | इससे बालों का
झड़ना बंद हो जाता है | आइये जानते है त्रिफला चूर्ण के बारे में | कि इसे किस
प्रकार से बनाया जाता है और इसके क्या – क्या लाभ है |
त्रिफला चूर्ण के लाभ और फायदे |
त्रिफला का अर्थ है
:- तीन फल | यह ऐसे तीन फलों से तैयार किया हुआ है | जिसमे अनेक गुण विद्यमान होते
है | जैसे :- आंवला , बहेडा और ह्र्र्द | इन तीनो को आयुर्वेद में अपने चमत्कारी
गुणों के कारण पहचान मिली हुई है | लेकिन आयुर्वेद में इन तीनो को आमलकी , विभीतक
और हरीतकी के नाम से जाना जाता है | त्रिफला का चूर्ण तीन जडीबुटी के मिश्रण से
बनाया गया है | जब त्रिफला का चूर्ण बनाया जाता है तो इनके बीजों को निकलाकर एक
समान मात्रा में लेकर चूर्ण बनाया जाता है |
BNANE KA TRIKA |
अधिकतर लोग केवल इसे
बालों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए उपयोग करते है | परन्तु आज हम आपको इसके और भी
गुणों के बारे में बतायेंगे | हमारे आयुर्वेद के शास्त्रों में त्रिफला के गुणों
का अधिक बखान किया गया है | इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी भी दी गई है | त्रिफला
के उपयोग से आप कई सारे रोगों को दूर कर सकते है | यदि व्यक्ति इसका प्रयोग रोजाना
नियमित रूप से करें | तो उन्हें आँखों के रोग जैसे मोतियाबिंद , कमजोर ऑंखें आदि
की समस्याओं का समाना नही करना पड़ेगा |यह एक बहुत ही गुणकारी औषधी है | आइये जानते
है कि इसका उपयोग और किन रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है |
आँखों के रोग :- त्रिफला
के उपयोग से आँखों के जुड़ी हुई हर समस्या को दूर किया जा सकता है | यह आँखों के
लिए बहुत ही लाभकारी होती है | इसका उपयोग करने से ऑंखें स्वच्छ होती है | और जिन
लोगों की दूर की नजर कमजोर होती है | उनकी समस्या भी दूर हो जाती है | इसके उपयोग
से सूक्ष्म दृष्टि प्राप्त होती है | इसके अतिरिक्त आँखों में जलन और लालिमा आने
पर भी आप इस चूर्ण का सेवन कर सकते है | इसे प्रयोग करने के लिए एक चम्मच त्रिफला
के चूर्ण को एक कटोरी पानी में डालकर रख दें | अगले दिन सुबह के समय किसी कपड़े से
छानकर उस पानी से आँखों को धोएं | इस उपचार को करने से आँखों के रोग दूर हो जाते
है |
Ankh Ke Liye Laabhkaari |
बालों से जुडी हुई
समस्या को दूर करने के लिए उपाय :- यदि आपके बाल समय से पहले झड़ते हो | तो आप
त्रिफला के चूर्ण का उपयोग करना आरम्भ कर दें | त्रिफला को लगाने से बालों का झड़ना
बंद हो जाता है | और साथ ही साथ जो लोग गंजेपन का शिकार है | उन्हें इस परेशानी से
मुक्ति मिल जाती है | बालो के लिए यह किसी आयुर्वेदिक दवा से कम नही है | बालो के
लिए त्रिफला के चूर्ण का उपयोग किस प्रकार से करना है | इसके बारे में हम आपको
जानकारी दे रहे है |
उपयोग करने की विधि
:- एक कप पानी लें | इसमें लगभग चार चम्मच त्रिफला का चूर्ण मिला लें | इसे किसी
खुले बर्तन में डालकर मंद अग्नि पर पकाएं | इसे कम से कम पांच मिनट तक पकाएं |
इसके बाद मिश्रण को ठंडा होने के लिए रख दें | इस तरह यह एक पैक की भांति तैयार हो
जायेगा | इसे अपने बालों में लगायें और हल्के हाथों से मालिश करें | इसके बाद इस
पेक को कुछ देर तक ऐसे ही छोड़ दें | लगभग 1 से 2 घंटे के बाद अपने सिर को पानी के
साथ धो लें | पानी से धोने के बाद बालों को शैम्पू और कंडिशनर लगाकर अच्छी तरह से
साफ़ कर लें | इस उपाय को एक सप्ताह में कम से कम दो बार करें | इस उपाय को करने से
बालों का झड़ना , रुसी और खुजली जैसी समस्या से निजात मिल जाती है |
Munh Ke Liye Laabhkaari |
मुंह की बदबू को दूर
करें :- कई लोगों के मुंह से बदबू आती है | जिसके कारण उसे दूसरों के बीच में
शर्मिदा होना पड़ता है | इस समस्या को दूर करने के लिए त्रिफला के चूर्ण को रात भर
पानी में भिगाकर रखें | अगले दिन सुबह दांत साफ करने के बाद इस पानी से कुल्ला
करें | इस उपयोग को करने से आपके दांत और मसूड़े मजबूत बनते है | इसके आलावा यदि
आपके मुंह में छाले हो जाये तो भी त्रिफला के चूर्ण से बने पानी का कुल्ला करें |
लाभ मिलता है |
शरीर का वजन कम करें
:- जिन व्यक्तियों को अपने शरीर के वजन से परेशानी होती है , और वो लोग अपने वजन
को कम करना चाहते है , तो त्रिफला बहुत ही लाभदायक औषधी है | त्रिफला के चूर्ण को
पानी मिलाकर काढ़ा बनाएं | जब काढ़ा हल्का गर्म रहे तो इसमें थोडा सा शहद मिलाकर पी
जाएँ | इस उपचार को करने से मोटापा कम होता है | यदि की व्यक्ति को घाव हो जाता है
| तो त्रिफला के काढ़े से घाव को धोएं | इस काढ़े से धोने के बाद आपको घाव पर
एंटीसेप्टिक लगाने की जरूरत नही है | घाव अति शीघ्र भर जाते है |
रोग प्रतिरोधक
क्षमता को बढ़ाएं :- बहुत से लोग शरीरिक रूप से कमजोर होते है | उनके शरीर में
रोगों से लड़ने की ताकत खत्म हो जाती है | जिसके कारण वे लोग बार – बार बीमार पड़ते
है | यदि आप रोजाना त्रिफला के चूर्ण का उपयोग करें तो आपके शरीर में रोगों से
लड़ने की ताकत बढ़ जाती है | इसके आलावा त्रिफला का सेवन करने से शरीर बैक्टीरिया से
मुक्त रहता है |
PET KE ROGON KO DUR KREN |
त्रिफला के अन्य लाभ
:-
मधुमेह के रोग के
लिए उपयोगी :- त्रिफला चूर्ण के बहुत से लाभ है | जिन लोगों को मधुमेह का रोग है |
उन्हें त्रिफला चूर्ण का सेवन करना चाहिए | इसका सेवन करने से इंसुलिन की मात्रा
बढती है | और साथ ही साथ चीनी का स्तर भी ठीक रहता है |
कब्ज की समस्या को
दूर करें :- त्रिफला का चूर्ण कब्ज के लिए अति लाभदायक होता है | इसे खाने से
पुराने से पुराना कब्ज भी खत्म हो जाता है | इसे प्रयोग करने के लिए रात के समय
हल्के गर्म पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला का चूर्ण लें | इस उपाय को नियमित रूप से
करने से लाभ मिलता है |
एनीमिया के लिए :- यदि
आप एनीमिया जैसी बीमारी से पीड़ित है ,तो त्रिफला का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है
| क्योंकि इसका सेवन करने से खून में उपस्थित लाल रक्त कणिकाएं बढ़ जाती है | जिससे
आपके शरीर का हीमोग्लोबिन की मात्रा भी बढने लगती है |
BAALON KE LIYE UPYOGI |
विशेष जानकारी :-
यदि आप त्रिफला के चूर्ण का सही तरीके से लाभ पाना चाहते है | तो त्रिफला के चूर्ण
का उपयोग अवश्य करें | लेकिन जो व्यक्ति कमजोर होता है या जो महिला गर्भवती होती
है | उसे त्रिफला के चूर्ण का उपयोग नही करना चाहिए | इसके आलावा जब कोई व्यक्ति
बुखार से पीड़ित है | उसे भी त्रिफला का सेवन नही करना चाहिए | अगर आप दूध पीते है
| तो त्रिफला और दूध के सेवन में कम से कम दो घंटे का अंतर अवश्य रखें |
त्रिफला के चूर्ण की
5 ग्राम की मात्रा को सुबह के समय पानी में भिगोकर रख दें | शाम के समय इसे छानकर
पी जाये | फिर दोबारा उसी त्रिफला के चूर्ण में पानी मिलाकर रख दें | इसे अगले दिन
सुबह पानी को छानकर आँखों पर छीटें मारे | इस उपाय को करने से मुंह के छाले ,
आँखों में जलन और लालिमा कुछ ही समय में दूर हो जाती है |
मुंह के छाले को दूर
करने के लिए एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को एक गिलास पानी में कुछ देर तक भिघाकर रखें
| कुछ देर के बाद इस पानी को छानकर इस पानी को मुंह में रखकर घुमाएँ | इस उपाय को
करने से मुंह के छाले कुछ ही दिनों में ठीक हो जाते है |
यदि आपको कब्ज रहती
है तो , इसके लिए त्रिफला चूर्ण की एक चम्मच की मात्रा को हल्के गर्म पानी के साथ
खाएं | इस उपचार का प्रयोग करने से पुराने से पूतना कब्ज भी दूर हो जाता है |
Tripahla Churn Ke Vibhinn Laabh |
त्रिफला चूर्ण और
ईसबगोल की भूसी की एक बराबर मात्रा ले इन दोनों के मिश्रण को हल्के गर्म पानी के
साथ लेने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है |
बालों के लिए त्रिफला का चूर्ण बेहद फायदेमंद होता है
| जिन व्यक्तियों को बाल जरूरत से अधिक झड़ते है | वह यदि सुबह और शाम दोनों समय एक
– एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करता है | तो इस समस्या से निजात पा सकता है |
इसके सेवन से बाल मजबूत , घने , मुलायम और लम्बे होते है |
जिन लोगों को भूख कम
लगती है | उनके लिए त्रिफला का चूर्ण बहुत लाभदायक होता है | इसका सेवन करने से
व्यक्ति की भूलह बढती है | और साथ ही साथ ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है | इससे खून
भी बढ़ता है |
यदि आप काम करते समय
थकान महसूस करते है | तो इस समस्या को दूर करने के लिए त्रिफला चूर्ण का उपयोग
करें | इसका उपयोग करने से आपका शरीर फुर्तीला हो जाता है |
Shrir Ka Vjn Km Kren |
त्रिफला चूर्ण में
एंटी – ओक्सिडेंट की मात्रा अधिक होती है | जो सेल्स को सही रखता है | त्रिफला में
उम्र को बढ़ाने वाले करक भी कम होते है | जो लोग त्रिफला चूर्ण का सेवन करते है |
उनकी उम्र कम ही दिखाई देती है | इसके आलावा त्रिफला शरीर में एंटीबॉडी के उत्पादन
को बढ़ावा देता है | जिससे हमारे शरीर में रोग प्रति रोधक क्षमता बढती है |
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