Pradar Rog
Pradar rog can be in both in male or female. In female ejection of some liquid comes in short time period. This is not a major disease but it can be a reason of another problems. It is because of extra physical relation and extra Abrasion on effected parts, it can be if anyone is not washing before of after physical enjoyment. To avoid this problem one should wash the properly every time after urinate. It should be cured on time to be healthy and happy. These patient can follow the below given in daily routine and can get rid of this unwanted disease.
Amla churan daily 1 tea spoon in the morning and one tea spoon in night. For 40 days patient should avoid too much oily and spicy food for the successful treatment of Pradara roga.
In summer the patient should Falsa Sharbat or Falsa fruits. It will help to cure Pradara Roga.
Take 25 to 30 pomegranate leaves and 5 to 7 black pepper , grind these properly and add ½ letter water. filtrate it properly and take its juice , it will be a better treatment of Blennelytria disease or Pradara.
Such patient should take Roasted grams and Desi khand mix both and make laddu. Take one laddu daily and take one glass milk daily. It will help in pradara Diseases.
Take vasa plant leaves juice around 15 to 20 grams juice every day or Take giloie juice with 6 gram desi khand or one tea spoon honey as per the taste. Repeat this method for 15 days you will get benefit is white Pradara Roga.
If such patient take onion and garlic juice with black salt , it can give good result in Pardar Rog or blennelytria diseases.
प्रदर / सफ़ेद पानी का उपचार
प्रदर रोग महिला और पुरुष दोनों में होता है। इसमें महिला
के यौनांग से पानी सा निकलता रहता है। ये कोई गंभीर बीमारी नहीं परन्तु इसके कारण
कुछ और भी बीमारियां हो सकती है। इसलिए इसका सही समय पर इलाज संभव है। इसमें सबसे जरूरी है
अपने अंगों की साफ़ सफाई रखना।
इसमें सबसे जरूरी है अपने अंगों की साफ़ सफाई रखना। इसके लिए
आप निम्न प्रयोग कर सकते है।
आंवला चूर्ण १ चम्मच प्रतिदिन शहद के साथ ले। ४० दिन तक
खट्टी अचार का परहेज करे।
प्रतिदिन २ कच्चे आवले खाने से भी इस प्रदर रोग में सहायता
मिलती है।
इस रोग में केला भी काफी लाभकारी होता है। केले का सेवन
करने के बाद दूध पीये। ये आपको इस प्रदर रोग से भी मुक्ति दिलाएगा और आपके शरीर को
भी ताकत देगा।
गर्मी के मौसम में फालसा के प्रयोग से भी प्रदर रोग में
आराम मिलता है।
२५ से ३० अनार के पत्ते ले और इसमें ५ से ७ काली मिर्च पीस
ले। इसमें आधा लीटर पानी डालकर निथरने के बाद पी जाये। ये प्रयोग दोनों समय करना है।
सुबह और शाम।
भुने हुए चने में देसी खांड मिलकर कूटकर लड्डू बना ले।
प्रतिदिन एक लड्डू सुबह और शाम को खाने के बाद एक ग्लास दूध का सेवन करे। ( उबलने
के बाद गुनगुना दूध )
जब
किसी रोगी को पित्त प्रदर होता है तो उसे वासा के पत्तों को पीसकर लगभग १५-२०
मिलीलीटर रस निकाल ले । या गिलोय के रस में ६ ग्राम खांड और एक चम्मच शहद मिलाकर पीना चाहिए । इस प्रयोग को एक दिन में दो बार करना चाहिए इससे पित्त प्रदर का रोग ठीक हो जाता है ।
इसके आलावा श्वेत प्रदर को ठीक करने के लिए वासा के १० ग्राम पत्तों का रस निकाल कर इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह - शाम
ताज़े पानी के साथ पी ले । इस प्रकार की विधि का प्रयोग करने से श्वेत प्रदर की शिकायत दूर हो जाती है ।
प्याज के रस पीने से भी प्रदर रोग में राहत मिलती है।
रक्त प्रदर
इस
बीमारी में वासा के पत्तों का लगभग १० ग्राम रस निकालकर इसमें इस रस के बराबर की मात्रा में मिश्री मिलाकर एक दिन में कम से कम तीन बार पीने से एक सप्ताह में पूरा आराम मिलता है ।
अनचाहे बालों का समाधान
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