हरड
हरड एक बहुत ही उपयोगी औषधि हैं. इसका इस्तेमाल बहुत सी बिमारियों से छुटकारा पाने के लिए किया जाता हैं. इसलिए ऐसा माना जाता हैं कि इसकी उत्पत्ति अमृत से हुई हैं. हरड का सेवन करने से कफ, पित्त तथा वात आदि से जुड़े हुए सभी प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं. इसके साथ ही इसका सेवन करने से मनुष्य के शरीर की किडनी, लीवर, अमाशय तथा आंत जैसे मुख्य अंग हमेशा ठीक रहते हैं. इसकी इसी विशेषता के कारण ही इसका नाम हरड पड़ा हैं. इसे और भी कई नामों से जाना जाता हैं जिनके बारे में जानकारी नीचे दी गयी हैं.
हरड के विभिन्न नाम
१. हरीतकी,
२. अभया,
३. पूतना,
४. हैमवती,
५. चेतकी,
६. विजया,
७. जीवन्ति,
८. रोहिणी
हरड दिलायें विभिन्न रोगों से छुटकारा |
हरड के प्रकार
हरड दो प्रकार की पाई जाती हैं. इसके पहले प्रकार को छोटी हरड के नाम से जाना जाता हैं तथा दूसरी प्रकार को बड़ी हरड के नाम से जाना जाता हैं. इन दोनों में कुछ ज्यादा अंतर नहीं होता. इसमें केवल छोटी हरड, बड़ी हरड से कुछ छोटी होती हैं और बड़ी हरड पर कुछ पीले रंग की धारियां होती हैं.
हरड का प्रयोग विभिन्न रोगों में कैसे करें
१. भूख न लगने पर – यदि आपको भूख कम लगती हैं और खाने के प्रति अरुचि की समस्या उत्पन्न होने लग गई हैं तो इस समस्या के निदान हेतु हरड का चूर्ण लें, सेंधा नमक लें, सौंठ का चूर्ण लें और थोडा सा गुड लें. इसके बाद इन सभी के चूर्ण को एक साथ मिलाकर इसका सेवन दिन में दो बार करें. इस चूर्ण का सेवन करने से आपको भूख खुलकर लगेगी और खाने के प्रति अरुचि भी समाप्त हो जाएगी.
२. उल्टी – अगर आपको अधिक उल्टियाँ हो रहीं हैं तो इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए २ ग्राम हरड का चूर्ण लें और उसमें एक चम्मच शहद मिला लें. इसके बाद इस चूर्ण को चांटे. आपको जल्द ही उल्टियाँ आना बंद हो जायेंगी.
३. मुंह के छाले – अगर आपके मुंह में छले हो गये हैं. तो इसके लिए आपको कुछ ज्यादा करने की जरुरत नही हैं. इसके लिए केवल हरड को पानी के साथ पीस लें. इसके बाद इस लेप को अपने मुंह के छालों पर लगायें.
४. अम्लपित्त – अम्लपित्त का रोग होने पर भी आप हरड का प्रयोग कर सकते हैं. इसके लिए हरड का चूर्ण लें और इसका सेवन किसमिस के साथ करें. आपको जल्द ही अम्लपित्त की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा.
५. हिचकी – अगर आपको लगातार हिचकी आ रही हैं और यह रुकने का नाम ही नही ले रही हैं तो इसके लिए एक गिलास पानी लें और हरड का चूर्ण लें. इसके बाद पानी के साथ थोडा सा हरड का चूर्ण फांक लें. इससे आपको हिचकी आना बंद हो जायेगी.
६. कफ – अगर आपको कफ की शिकायत हैं तो इसके लिए एक चम्मच हरड का चूर्ण लें और थोडा सा काला नमक लें. इसके बाद इन दोनों को एक साथ मिलाकर चूर्ण का सेवन करें. आपको जल्द ही कफ से मुक्ति मिल जायगी.
Harad Dilayen Vibhinn Rogon Se Chutkara |
७. वजन कम करने के लिए – हरड पेट की सभी प्रकार की बिमारियों से निजात दिलाने वाली और वजन को जल्द कम करने वाली औषधि भी हैं. इसलिए इसका सेवन आप हर प्रकार के पेट से जुड़े हुए रोग से निजात पाने के साथ – साथ फिट शरीर पाने के लिए भी कर सकते हैं. इसके लिए ४ से 5 ग्राम हरड का चूर्ण लें और एक बर्तन में पानी लें. अब जब पानी अच्छी तरह से उबल जाएँ तो पानी को उतार कर छान लें और इसमें एक चम्मच शहद मिला दें. इसके बाद इसे पानी में डालकर कुछ देर तक पानी को उबाल लें. अब इस पानी का सेवन रोजाना सुबह खाली पेट करें. इससे आपके शरीर का वजन जल्द ही कम हो जाएगा और आप जल्द ही फिट दिखने लगेंगे.
८. बालों के झड़ने की समस्या – अगर आपके बाल अधिक कमजोर हैं और इसी वजह से ज्यादा झड़ते हैं तो इसके लिए 5 ग्राम हरड का चूर्ण लें और थोडा सा शहद लें. अब हरड को बारीक़ पीस लें. इसके बाद इसमें शहद मिला लें. और अब इस चूर्ण को रोजाना सुबह चांटे. इससे आपके बालों के झड़ने की समस्या बिल्कुल समाप्त हो जायेगी.
९. खांसी – यदि किसी व्यक्ति को अधिक खांसी हो गयी हैं तो इस रोग से भी मुक्ति पाने के लिए हरड का इस्तेमाल किया जा सकता हैं. इसके लिए हरड का चूर्ण लें और इसमें थोडा सा सेंधा नमक मिला लें. इसके बाद इस चूर्ण का सेवन करें. आपको खांसी में बहुत ही आराम मिलेगा.
१०. बवासीर - अगर किसी व्यक्ति को बवासीर की समस्या हैं और वह इस रोग से काफी परेशान भी हैं तो इसके लिए हरड लें, निबौली लें और थोडा सा गुड लें. अब इन तीनों को मिलाकर लड्डू बना लें. अब सुबह उठने के बाद एक गिलास लस्सी लें और उसके साथ एक लड्डू खाएं. यदि आप इस उपाय को प्रतिदिन करते हैं तो बवासीर की समस्या से आपको जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा.
११. कोढ़ – यदि किसी व्यक्ति को कोढ़ हो गया हैं और कोढ़ के कारण ही उसका सारा शरीर धीरे – धीरे गलने लग गया हैं तो इसके लिए ३ हरड लें और गौमूत्र लें. इसके बाद रोजाना सुबह उठने के पश्चात् तीनों हरड को रात को सोने से पहले गौमूत्र में भीगो दें. अगले दिन सुबह उठकर गौमूत्र में से तीनों हरड को निकाल लें और इन तीनों को खूब चबा – चबा कर खा जाएँ. इससे आपको महीने भर के अंदर कोढ़ से छुटकारा मिल जायेगा.
१२. बल वृद्धि हेतु – अगर आप शारीरिक रूप से बहुत ही कमजोर हैं और अपने शारीर को बलवान बनाना चाहते हैं तो इसके लिए हरड को देश घी में अच्छी तरह से भून लें और इसके बाद हरड को अच्छी तरह पीस लें और इस चूर्ण का सेवन रोजाना करें.
१३. बच्चे को बुखार और दस्त होने पर – अगर आपके बच्चे को बुखार हो गया हैं और इसे साथ ही उसे दस्त भी हो रहे हैं तो इसके लिए हरड लें, जावित्री लें, और थोडा सौंठ लें. इसके बाद इन तीनों को पानी में उबाल कर काढ़ा बना लें और बच्चे को इस काढ़े का सेवन दिन में कम से कम दो बार जरुर कराएं. बच्चे को जल्द ही इन दोनों ही समस्याओं से छुटकारा मिल जायेगा.
१४. गठिया और जोड़ों में दर्द – अगर आपको गठिया रोग हैं और आपके जोड़ों में हमेशा दर्द रहता हैं तो इसके लिए हरड लें और थोडा सा अरंडी का तेल लें. इसके बाद इस तेल में हरड को तल लें. हरड को तलने के बाद इसे अच्छी तरह से पीस लें और इस चूर्ण का सेवन रोज सुबह एक गिलास पानी के साथ करें. आपको इन दोनों ही समस्याओं से निजात मिल जायेगी.
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