केरल की कुछ
जानकारी :- केरल भारत का एक राज्य है
जिसकी राजधानी तिरुवनंतपुरम है | यंहा की भाषा मलयालम है | इस स्थान पर सभी धर्म
के लोग रहते है | यंहा हिन्दू , मुस्लमान और इसाई अधिक संख्या में रहते है | यह
पर्वतों से घिरा हुआ एक बहुत ही खुबसुरत सा क्षेत्र है |
केरल एक खुबसुरत स्थान |
पर्यटन स्थल
:- केरल सैलानीयों के लिए घूमने की एक आकर्षक जगह है | यंहा पर नारियल के पेड़ ,
चारों और हरियाली , तटों पर दूर – दूर तक फैले हुए पाम , पानी पर तैरती हुई नाव ,
आयुर्वेद की खुशबु , अनेक छोटी झीलें या समुंद्री झीलें और कई मन्दिर है | जंहा पर
आप घूमने के लिए जा सकते है | केरल जाकर आप अपने जीवन की सभी परेशानी भूल जायेंगे
| केरल की सुन्दरता का कोई जवाब नही है | यंहा की यात्रा आपके लिए यादगार साबित
होगी |
केरल को
दुनिया की 10 खुबसुरत और आनंदित करने वाले स्थानों में से एक बताया गया है | इसे
अपने जीवन में जरुर देखे जाने वाले 50 स्थानों में से एक बताया है | यही नही बल्कि
इसका 100 बड़ी से बड़ी यात्रा में भी नाम लिखा गया है |
केरल का सुंदर दृश्य |
केरल का
सुंदर दृश्य :- इस राज्य में 14 जिले है | इन जिलों में कासरगोड , कन्नूर , वायनाड
कोझिकोड मालाप्पुरम पलक्कड़ , त्रिशुर , एर्नाकुलम , कोट्टयम अलप्पुझा पथानमथित्ता
, कोल्लम और तिरुवनंतपुरम सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है | इन स्थानों पर अनेक घूमने के
स्थान है | यंहा आने से आपको शांति का अनुभव होगा | यंहा के सुन्दरता से भरे हुए
नजारे देखते ही बनते है | पर्यटन स्थान होने के कारण इन स्थानों को केरल से भी
ज्यादा प्रसिद्धी मिली हुई है | सैर सपाटे के शौकीन लोग केरल की खूबसूरती का आनन्द
उठा सकते है | यंहा आकार पर्यटक एक साथ कई जगहों की सैर करके दुनिया के सुंदर –
सुंदर नजरों का आनन्द उठा सकते है |
नौका दौड़ |
केरल में रेतीले
तट पर सैर करना , प्राक्रतिक सुन्दरता से परिपूर्ण हिल स्टेशन , मन को लुभाने वाली
बैक वाटर्स , धर्मिक स्थल पर लाखों
श्रद्धालुओं की भीड़ आदि केरल का दृश्य है | यंहा खेल के ओर भी कई रंग देखने को
मिलते है | केरल जैसे स्थान पर आने के बाद सभी पर्यटक को हर वो चीज मिलती है जो
उन्हें खुशियाँ दें और उनके मुड को अच्छा रखे | यंहा पर्यटक की छुट्टियाँ आरामदायक
और मजे में व्यतीत होती है | यंहा के तीर्थ मन्दिर में भक्तगण शांतिपूर्ण ढंग से इन
स्थानों पर घूमने के लिए जा सकते है और भगवान के दर्शन पूजा आदि कर सकते है | यंहा
पर रोमांटिक स्पॉट भी है जंहा पर जाने के बाद आप उनकी यादों को नही भुला सकते |
केरल के
मनमोहक तट :- मीनकुन्नु चेरई तट , वर्कला , बेकल और कोवलम तट , शान्गुमुख्म्म्भ ,
मुझुप्पिलागढ़ तट आदि कुछ ऐसे सुंदर और मन को लुभाने वाले तट है | जिसकी वजह से
केरल का एक अधभुत द्रश्य बन जाता है | इसके आलावा केरल अपने नम को मोहने वाले बैक
वाटर के लिए भी विख्यात है | केरल के कुछ बैक वाटर के नाम है |
1. अलेप्पी
2. कुमारकोम
3. कासरगोड़
4. कोल्लम
5. थिरुवल्ल्म
आदि | इन स्थानों पर आप बड़े आराम से और आनंदित होकर अपनी
छुट्टियों का समय बीता सकते है | इन स्थानों को धरती का स्वर्ग कहा जाता है | इस
स्थान पर आपको बहुत सारी मन को लुभाने वाली हाउस बोट देखने को मिलेगी | जिसको
देखकर आपका मन रोमांच से भर जायेगा |
केरल में पुराने समय में एक स्थान से दुसरे स्थान तक जाने
के लिए नाव का प्रयोग किया जाता था | आज के समय में यही नाव को हाउस बोट का नाम दे
दिया गया | केरल में हर साल सर्प नौका दौड़ का आयोजन किया जाता है | इस नौका दौड़ को
देखने के लिए दूर – दूर से सैलानी यंहा आते है | जब कभी भी आप केरल भ्रमण पर जाये तब इस नौका दौड़
को जरुर देखे |
हिल स्टेशन |
केरल के सुंदर हिल स्टेशन :- केरल राज्य में वायनाड जिले
में स्थित हनीमून स्थल को हिल स्टेशन के रूप में अधिक पसंद किया गया है | रोमांटिक
स्थल के बाद इस जगह की मांग अधिक हुई है | केरल में एक बहुत पुराना और प्राक्रतिक
हिल स्टेशन है जिसका नाम मुन्नार है | लेकिन
यंहा दुसरे स्थानों से अधिक व्यवसायीकरण भी हुआ है | यह एक बेहद खुबसुरत स्थान है
| इस स्थान के आलावा ओर भी कई स्थान है जंहा आपको सुंदर और आकर्षक नजारे देखने को
मिलते है | केरल में वागामोन , पोंनमुड़ी थेक्कडी पीरमेढे आदि यंहा के कुछ छोटे
परन्तु अधिक सुंदर हिल स्टेशन है | थेक्कड़ी को जंगलों की सैर के नाम से भी जाना
जाता है | इस स्थान पर पर्यटक साहसपूर्ण कार्य करने में अधिक रूचि लेते है |यह एक
यादगार स्थान है | जंहा आप अपनी पूरी छुट्टी बड़े ही शानदार तरीके से बीता सकते है
|
केरल की संस्कृति |
केरल की संस्कृति की छाप :- यंहा की संस्कृति भारत की संस्कृति
का एक अभिन्न हिस्सा है | इस स्थान पर कला के कई रूप देखने को मिलते है | यंहा का
पहनावा और भोजन सबसे अलग होता है | यंहा के लोग अपने – आप को मुंडू में रखते है | यह
यंहा का पारंम्परिक पहनावा होता है | केरल के लोग कर्नाटक के संगीत में अधिक कुशल
और निपूर्ण होते है | कथकली और मोहिनीअट्टम यंहा के प्रमुख नृत्य है | ये नृत्य
सारी दुनिया में प्रसिद्ध है | यंहा सभी धर्मों के लिए अलग – अलग कला है | जैसे पासिसमुट्टू
और चाविट्टू नादाकुम इसाई धर्म की एक कला है | मुसलमान के लिए अप्पना और हिन्दू
धर्म के मन्दिर में की जाने कई किस्म की कला यंहा धार्मिक रंग में देखने को मिलती
है |
केरल के विभिन्न व्यंजन :- यंहा केले के चिप्स , मछली की
बनी डिश , दाल और चावल यंहा का मुख्य आहार है | केरल में साध्या एक शब्द होता है
जिसमे कई प्रकार के शानदार व्यंजनों को बनाया जाता है और उन्हें केले के पत्ते पे
परोसा जाता है | ओणम साध्या केरल के प्रसिद्ध त्यौहार ओणम पर तैयार किया जाता है |
यंहा के विशिष्ट खाने का स्वाद को आप कभी भूल नही पाएंगे
केरल के विभिन्न व्यंजन |
भारत के केरल राज्य में मुख्य रूप से तीन धर्म को माना जाता
है | जिनके नाम इस प्रकार से है :- हिन्दू
, इसाई और इस्लाम | यंहा पर कई मन्दिर है और एक ऐसा स्थान है जंहा पर देवी भगवाती
के रूप की पूजा की जाती है | चोट्टानिक्कारा भगवाती का मन्दिर अटकल भगवाती मन्दिर ,
कोडूनाग्ल्लुर भगवाती मंदिर मीन्कुलाथी भगवाती मन्दिर और मगोट्टू कावू भगवाती का
मंदिर इस स्थान के प्रमुख भगवाती के मंदिर है | इन मंदिरों में केरलवासी और दुसरे
राज्यों से आये हुए श्रद्धालु और तीर्थयात्री यंहा देवी भगवाती के दर्शन करते है
और पूजा अर्चना करते है |
घूमने का स्थान |
केरल राज्य में गरुव्यार का एक कृष्ण मन्दिर है |इस मन्दिर
के दरवाजे हमेशा खुले रहते है | जंहा देशभर के श्रद्धालु दर्शन करने के लिए सालभर
आते जाते रहते है | इसके आलावा यंहा पर एक सबरीमाला अय्यपा मंदिर है | यह मन्दिर
भारत के लोकप्रिय धार्मिक स्थानों में से एक है | त्रिशुर अईरानीकुल्म , महादेव
मन्दिर , तिरुवंतपुरम में पदमनाभास्वामी मन्दिर , तिरुव्ल्ला श्रीवल्लभ मन्दिर आदि
सभी लोकप्रिय मन्दिर है जो कि केरल राज्य में स्थित है | इन्ही सब के कारण केरल को
एक मुख्य राज्य का दर्जा दिया गया है |
केरल के मन्दिर |
केरल में जब भी उत्सव या त्यौहार मनाये जाते है | उस समय यंहा
लोग यंहा हाथियों पर बैठकर भगवान की मूर्ति को रखकर जलूस निकालते है | यह द्रश्य
देखने लायक होता है | इस दृश्य में भारतीय संस्कृति विद्यमान होती है | जो देखने
में अत्यंत सुंदर लगती है | यंहा के मन्दिर केरल के पर्यटन का अभिन्न हिस्सा है |
केरल राज्य में भारत के आदिगुरु शंकराचार्य का जन्म हुआ था
| यह उनकी जन्म स्थली मानी जाती है | शंकराचार्य ने कलादी में हिन्दू धर्म की
अद्वैत वेदांत की रचना की थी |
इसाई धर्म के लोगों के लिए यंहा अनेकों चर्च है | जैसे :- सांता
क्रूज , मालायटर चर्च , कोची में सेंट फ्रांसिस चर्च , कोयटम के पास सेंट मेरी
फोरेंस चर्च आदि |
रहने का स्थान |
मुस्लिम धर्म के लिए मस्जिद :- पझायंगढ़ी मस्जिद , मदायी
मस्जिद , चेरामन में जुमा मस्जिद , कांजीरमोटम मस्जिद , मलिक दीनार मस्जिद | आदि
कुछ मुसल्मानों के लिए मस्जिद है | जो लोग इस्लाम में विशवास रखते हैउनके लिए यह
धार्मिक स्थल है | केरल राज्य में आपको एक आनन्द करने वाला वातावरण मिलता है और चारों और हरियाली ही हरियाली दिखाई
देती है | यंहा पर गर्मी तो होती है लेकिन ऊँचे – ऊँचे नारियल के पेड़ और समुन्द्र
तट पास होने के कारण यंहा शितोषण जलवायु मिलती है | यदि आप छुट्टियों में कंही भी
घूमने जाना चाहते है तो केरल अवश्य जाएँ |
केरल एक हरियाली भरा स्थान | Kerala Ka Mousam , Kerala Mein Ghumne Ka Sthan,Kerala Ki Sunder Jhil Or Drra ,Kerala Ke Dharmik
Sthal |
केरल के बारे में अच्छी जानकारी दी है. केरल का वातावरण अत्यंत मनोरम है. मैंने पूरा केरल तो नहीं देखा परन्तु थोड़ा बहुत हिस्सा देख चूका हूँ.
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