बाजारी शैम्पू का प्रयोग :-
शैम्पू को प्रयोग करने के लिए उसे कभी भी पानी में नहीं
मिलाना चाहिए, शैम्पू को अपने अपने उंगलियों के पोरों से बालो की जडो में धीरे
धीरे लगाये, तथा कुछ देर लगा रहने के बाद अच्छे से पानी से धो लें.
बालों की सफाई के लिए बहुत से
प्रसाधन आपके घर में ही मौजूद होते है, जैसे :-
निम्बू, मुल्तानी मिटटी,
दही, शिकाकाई, अंडा, रीठा, सिरका, बेसन आदि.
यें प्रसाधन आपको आपके घर
में ही उपलब्ध होते है तथा इनका उपयोग आप आसानी से बालों की सफाई के लिए कर सकते
है. आप घर पर भी अलग अलग तरह के (साधारण, शुष्क, तैलीय) बालों के लिए अलग अलग
प्रसाधनो का उपयोग कर एक उत्तम प्रकार के घरेलू शैम्पू का निर्माण कर सकती हैं.
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घरेलू शैम्पू :-
बाजारों में उपलब्ध शैम्पू की अपेक्षा घर में निर्मित शैम्पू न केवल मूल्य
की दृष्टि से सस्ता होता है, साथ ही वह उत्तम गुणवत्ता का भी होता है, जो आपके
बालों को पूर्ण रूप से पोषण प्रदान कर उन्हें सुन्दर व मजबूत बनाता हैं.
१. बालछड़ से निर्मित शैम्पू :-
सामग्री : तकरीबन दो मुट्ठी
बालछड़, आधा किलोग्राम मेथी का पाउडर, एक किलोग्राम आँवले का पाउडर, एक किलोग्राम
शिकाकाई का पाउडर.
विधि : बालछड़, मेथी पाउडर, आँवला पाउडर तथा शिकाकाई
पाउडर को अच्छे से मिलाकर एक डिब्बे में डालकर रख लें. तथा सिर धोने के लिए इस
तैयार मिश्रण का उपयोग करें. इसका उपयोग करने से बाल स्वस्थ, चमकीले व घने हो जाते
है.
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२. शिकाकाई व तुलसी से बना
शैम्पू :-
सामग्री : ५० ग्राम शिकाकाई
पाउडर, २० ग्राम तुलसी के ताज़े पत्ते, ७५ ग्राम दही.
विधि : दही को अच्छी तरह से फेट लें, फिर उसमे शिकाकाई
पाउडर तथा पिसे हुए तुलसी के पत्तो को डाल दें. अब इसे अच्छे से मिला लें. इस
तैयार मिश्रण को बालो में प्रयोग करे, इसके नियमित रूप से प्रयोग करने पर बालो की
रुसी की समस्या दूर हो जाती हैं. यह बालों में कंडीशनिंग का काम करता हैं.
३. नीम की पत्तियों से तैयार
शैम्पू :-
सामग्री : ५० ग्राम रीठा,
६० ग्राम दही और २० ग्राम नीम की पत्तियाँ.
विधि : नीम की पत्तियों को किसी पत्थर पर या मिक्सी
में पीस लें. एक बर्तन में दही फेट लें, अब इसमें रीठा व बारीक़ पीसी नीम की
पत्तियां मिला लें. अब इस तैयार मिश्रण को बालों में अच्छे से लगायें. और कुछ देर
लगे रहने के बाद बाल धो लें. यह आपके बालों को प्राकर्तिक रूप से स्वस्थ बनाए
रखेगा.
४. रीठे से बना शैम्पू :-
सामग्री : ३० ग्राम रीठा,
३० ग्राम आँवला, ३० ग्राम शिकाकाई.
विधि : रीठा, आँवला तथा शिकाकाई को समान मात्रा में
लेकर किसी लोहे के बर्तन में रात को भिगो कर रख दें. सुबह इस घोल को छान लें. छने
हुए पानी को सिर धोने के लिए प्रयोग में लाये. इसका उपयोग करने से आपके बाल लम्बे
व चमकदार हो जायंगे.
५. मुसना व रोजमैरी का शैम्पू :-
सामग्री : रोजमैरी के फूल
और मुसना की जड़
विधि : रोजमैरी के कुछ ताज़े फूलो को व मुसना की जड़ को
इमामदस्ता (मोम्द्स्ता) में अच्छे से कूट लें. कुटे हुए मिश्रण को समान मात्रा में
मिला लें, अब मिले हुए मिश्रण को पानी में कुछ देर उबालें. फिर कुछ देर के लिए
पानी को ठंडा होने दे, ठंडा होने पर पानी को छान लें. अंत में प्राप्त पानी से बाल
धो लें.
६. मुल्तानी मिटटी व talcom
powder से निर्मित शैम्पू :-
सामग्री : २० ग्राम
मुल्तानी मिटटी और ४० ग्राम talcom powder
विधि : मुल्तानी मिटटी व talcom powder को एक बर्तन
में भली प्रकार मिला लें (जितना आप talcom powder ले रही है उसकी आधी मात्रा में
मुल्तानी मिटटी). अब इसे बालों में लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दे, थोड़ी देर बाद
बालों को ब्रुश से झाड लें. यह शैम्पू तैलीय बालों के लिए उत्तम हैं.
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७. जई के आटे से बना शैम्पू :-
सामग्री : १० ग्राम जई का
आटा और २० ग्राम talcom powder
विधि : जई के आटे में
talcom powder को अच्छे से मिला लें. अब इस मिश्रण को पुरे सिर में शैम्पू की तरह
लगाये और थोड़ी देर के लिए छोड़ दे. कुछ देर बालों में लगा रहने के बाद एक साफ़ ब्रुश
से बालों को भली प्रकार से साफ़ कर लें. इसमें आपको बालों को धोने की आवश्यकता नहीं
होती हैं तथा यह विधि तैलीय बालों के लिए बहुत उपयोगी हैं.
८. अरारोट से निर्मित शैम्पू :-
सामग्री : ओरिस रूट का
powder और अरारोट
विधि : अरारोट व ओरिस रूट
के powder को अपने बालों के अनुसार परन्तु एक समान मात्रा में लेकर प्रयोग करे. इन
दोनों को किसी बर्तन में अच्छे से मिला लें, मिलाकर बालों में लगाये और कुछ समय
पश्चात् बालों को किसी साफ़ ब्रुश से झाड़ लें. इस विधि में भी आपको बालों को धोने
की आवश्यकता नहीं होती है साथ ही यह विधि भी तैलीय बालों को पोषण प्रदान करने हेतु
बहुत उपयोगी है.
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