नकसीर
जिन मनुष्य को नकसीर की बीमारी हो जाती है । उन
मनुष्य के लिए गाय के दूध का घी अधिक फायदेमंद होता है । नकसीर
आने पर ऐसे मनुष्य को लेटाकर उनकी गर्दन को नीचे की ओर झुकाए । और
उनकी नाक में पाँच- पाँच
बुँदे गाय के दूध का घी डाले दे और रोगी धीरे - धीरे
श्वास ले । श्वास
लेने पर डाला गया घी नाक के अंदर चला जायेगा जिससे नकसीर की बीमारी ठीक हो जाएगी । यह
उपचार नकसीर रोगियों के लिए अधिक लाभदायक है । इस
उपचार को अवश्य करके देखे ।
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नकसीर का उपचार nakseer ka upchaar |
गला बैठना, खाँसी, नज़ला , cough, najla
जिन लोगों का गला बैठ जाता है या उनकी आवाज भारी हो जाती है । उन
लोगो के लिए आयुर्वेदिक दवाई अधिक फायदेमंद है । इस
आयुर्वेदिक दवाई का उपयोग करने से मनुष्य की खाँसी , नज़ला
जैसी बीमारी भी ठीक हो जाती है । इस
आयुर्वेदिक दवाई को बनने की विधि इस प्रकार है ।
सामग्री :-
देसी
घी - १
चम्मच
मिश्री
- १ चम्मच
काली मिर्च - १५ दाने
इन सभी चीजो को मिलाकर प्रतिदिन प्रात और सायंकाल इसको खाने से खाँसी , जुकाम
ठीक हो जाता है साथ ही गले से जुडी सभी रोग भी ठीक हो जाती है|
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Different Use of Desi Ghee , देसी घी से रोगों का उपचार |
शराब का नशा - Alcohol intoxication
जो मनुष्य शराब का सेवन करते है और अगर उन मनुष्य को अधिक नशा हो जाता है । उस
नशे को कम करने के लिए देसी घी का उपयोग किया जाता है । ऐसे
मनुष्य को देसी घी के कम से कम दो चम्मच और उसमे समान मात्रा में चीनी मिलाकर एक दिन में तीन बार खिलाने से नशा तुरंत उतर जाता है । शराब
के नशे को कम करने के लिए यह उपयोग बहुत सरल और सहज है |
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