क्षय रोग (टी. बी.)
क्षय रोग एक ऐसा रोग है जो किसी भी मनुष्य को हो सकता है । अगर
इसका समय पर इलाज नही किया गया तो मनुष्य का शरीर धीरे - धीरे
गलने लगता है और कभी तो मनुष्य की जान भी चली जाती है । लेकिन
अब इसका इलाज हर जगह पर उपलब्ध है । यहा
तक की आयुर्वेद में इस रोग का देसी इलाज बताया गया है । इस
देसी इलाज से मनुष्य का ये रोग जल्द ही जड़ से ख़त्म हो जाता है । आयुर्वेद
ने इस रोग का उपचार इस प्रकार बताया है ।
उपचार :- ५० ग्राम मक्खन को लेकर इसमें १० ग्राम मिश्री मिलाकर क्षय रोग वाले रोगियों को कम से कम तीन महीने तक सेवन कराने से ये रोग जड़ से ख़त्म हो जाता है । तथा
मनुष्य का शरीर भी स्वस्थ हो जाता है । यह
उपचार सारी दवाइयों से बिल्कुल ही सरल और सस्ता उपचार है ।
होठों
का फटना
होठों का फटना एक प्रकार का रोग ही होता है । यह
कहने में तो बिल्कुल ही मामूली सा लगता है । परन्तु
ये रोग दर्द और काफी दुख देने वाला रोग होता है । होठं
फटने पर मनुष्य का चेहरा भी बेरुप दिखाई देने लगता है । इस
रोग से दुखी होकर काफी लोग दवाइयों का भी सेवन करते है । परन्तु
ये रोग ठीक होने के बजाए और भी अधिक फ़ैल जाता है । पर
आयुर्वेद ने ना महंगा और ना ही गर्म उपचार बताया है बल्कि सरल और आरामदायक उपचार बताया है । जो
बिल्कुल ही आसानी से किया जा सकता है ।
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Ghee Se Ilaj, घी से इलाज , Cracking of lips , Bloody piles treatment with ghee |
उपचार :-
होठं फटने पर देसी घी का इस्तेमाल बहुत ही अच्छा और उपयोगी माना जाता है । इसलिए
देसी घी में समान मात्रा में नमक डालकर थोड़ा सा मिलए और एक दिन में कम से कम तीन या चार बार होठों पर लगाए । यह
उपचार रात्रि को सोने से पूर्व करने से और जल्दी आराम मिलता है । तथा
होठों का फटना बंद हो जाता है ।
खूनी
बवासीर
मानव के शरीर में कई प्रकार के रोग हो जाते है । उनमे
से एक है खूनी बवासीर । यह
रोग ज्यादा भयंकर नही होता है । पर
इसका इलाज समय पर न करने
से बीमारी और भी जयादा बढ़ जाती है । बीमारी
बढ़ने से उपचार करना थोड़ा मुस्किल हो जाता है । परन्तु
इसका इलाज घर में रखी वस्तुओं से आसानी से किया जा सकता है ।
उपचार :- (सामग्री ) घी - १००
ग्राम
तिल - १५० ग्राम
मिश्री - १०० ग्राम
इन तीनो सामग्री को मिलाकर एक दवाई तैयार कर ले । और
इसका सेवन एक दिन में तीन बार अवश्य करे । यह
क्रिया कम से कम एक महीने तक लगातार करे । तैयार
दवाई का लगातार सेवन करने से खूनी बवासीर ठीक हो जाता है |
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