खाँसी और तर
खाँसी
मौसम बदलने के साथ
- साथ हमारे शरीर
में अनेक बीमारियाँ
हो जाती है
। सर्दी हो
या गर्मी खाँसी
की बीमारी आमतौर
पर लोगो को
हो जाती है
। इसका इलाज
दवाइयों के इलावा
घर में पाई
जाने वाली जड़ी
- बूटी से किया
जा सकता है|
ये उपचार सरल
और दवाइयों से
सस्ता है ।
यह उपचार शरीर
के लिए हानिकारक
भी नही होता
।
विधि :-
भुनी हुई फिटकरी =१०
ग्राम
देशी खाण्ड = १००
ग्राम
इन दोनों को पीसकर
महीन कर ले
और इन दोनों
को मिला कर
मिश्रण बना ले|
इस तैयार मिश्रण
की बराबर मात्रा
की चौदह पुड़िया
या (खुराक) बना
ले| प्रतिदिन एक
पुड़िया या (खुराक)
१२५ ग्राम गर्म
दूध के साथ
रात्रि को सोने
से पहले खा
ले| इस प्रकार
रोजाना एक पुड़िया
या (खुराक)का
सेवन करने से
सूखी खाँसी दूर
हो जाती है|
और तर खाँसी
के लिए इसी
पुड़िया को १२५
ग्राम गर्म पानी
के साथ सोने
से पहले हर
रोज खाए| इस
उपचार से तर
खाँसी दूर हो
जाएगी ।
Cough Treatment At Home in Hindi तर या बलगमी खाँसी का घरेलु इलाज Tar Ya Balgam Khansi Ka Gharelu nuskhe Mucus Cough |
तर या बलगमी
खाँसी
मानव शरीर
में अनेक रोग
उत्पन्न हो जाते
है मानव अपनी
व्यस्त जीवन में
इन बीमरियो को
अनदेखा कर देते
है| जो कि
उनके स्वास्थ्य के
लिए बहुत ही
नुकसानदेह है तर
या बलगमी खाँसी
शरीर के लिए
हानिकारक होती है|
इसका समय पर
इलाज़ करना चाहिए|
इस खाँसी का
इलाज़ सभी के
घरों में होता
है ।
तरीका :- अदरक को
बारीक़ पीसकर उसका
रस निकालकर एक
कपड़े में निचोड़कर
छान ले और
शहद को इस
अदरक के रस
में मिलाकर एक
चम्मच मे हल्का गर्म कर ले
। और फिर
इसको दिन में
तीन या चार
बार खाने से
बलगम वाली खाँसी
ठीक हो जाती
है | अक्सर
सर्दियों में ज्यादातर
बच्चो को खाँसी
हो जाती है|
इस मिश्रण को
एक ही उंगली
में जितना आ
जाए उतना ही
बच्चों को चटाना
चाहिए| ऐसा करने
से बच्चों को
तीन या चार
दिनों में आराम
मिल जायेगा|
रात को खाँसी:-
खाँसी के दो प्रकार
हम पहले ही पढ़ चुके हैं| तर या बलगमी खाँसी और सूखी खाँसी| इस तरह रात को खाँसी आना
भी एक परेशान करने वाली बीमारी है| इस बीमारी में पहले गले में गुदगुदी होनी लगती है
और फिर खाँसी होने लगती है| जिससे मनुष्य को नींद नहीं आती और परेशान हो जाता है| |
मनुष्य दिनभर न जाने कितने कामो में व्यस्त हो जाता है जिससे वह इन बीमारियों का समय
पर उपचार नहीं करवाते| अतः हमें इन बीमारियों का उचित समय पर इलाज करना चाहिए| इस बीमारी
का उपचार करने के लिए हमें डॉक्टर के पास जाना जरूरी नहीं है ,बल्कि घर में ही इसका
उपचार किया जा सकता है| ये एक साधारण उपाय है । प्रयोग विधि :- छिले हुए अदरक का टुकड़ा या फिर एक बहेड़े का छिलका
रात के समय मुँह में रखकर चबाय जिससे बलगम जल्दी निकल जायेगा ।इस विधिं को करने से
क्रूप दमा जैसी बीमारी भी दूर हो जाती है और रात में में होने वाली खाँसी की परेशनी
से छुटकारा मिल जाता है| और हम चैन की नींद सो जाते है|
(कफ विकार) कई बार
खाँसी की वजह
से सीने में
कफ या बलगम
जमा हो जाता
है| इस बलगम
को निकले के
लिए घर में
ही उपाय किये
जा सकते है
|जैसे:-
*सूखा हुआ आँवला
और मुलेठी को
अलग-अलग पीसकर
कर बारीक़ चूर्ण
तैयार कर ले|
और इनको आपस
में मिलकर रख
ले| इस मिश्रण
को सुबह और
शाम खाना खाने
से पहले एक
चम्मच ले| इस
विधि को हम
एक या दो
सप्ताह तक करें
तो हमारी छाती
में जमा हुआ
बलगम निकल जायेगा|
*यदि
कफ छाती में
सूख जाता है
तो खाँसी करते
समय हमारे सीने
में दर्द होने
लगता है ।
इसको ठीक करने
का एक साधारण
उपाय है|
*विधि
- अलसी =२५ ग्राम
पानी =२७५
ग्राम
मिश्री
=१२ ग्राम
अलसी
को कुचलकर पानी
में उबालें| इस
मिश्रण को पानी
के एक तिहाई
हिस्से तक उबले|
फिर इसे छान
ले और इसमें
मिश्री मिला कर
काढ़ा बना ले|
इस तैयार काढ़े
की एक-एक
चम्मच दिन में
कई बार पियें|
और इस मिश्रण
को तब तक
पियें जब तक
सूखा हुआ बलगम
निकल न जाये|
इस उपाय से
काफी आराम मिलेगा
|
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